म.प्र. पुलिस का चेहरा संवेदनशीलता, वीरता, देश भक्ति और अनुशासन का
गर्व और गौरव के साथ मध्यप्रदेश पुलिस की साख को बनाएँ
भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश पुलिस का चेहरा संवेदनशीलता, वीरता, देश भक्ति और अनुशासन का है। इसे कभी बिगड़ने मत देना, यही पूँजी है जिसने मध्यप्रदेश पुलिस का देश में विशेष स्थान बनाया है। आज जिन नौजवानों ने पुलिस की वर्दी पहनी है, यह साधारण वर्दी नहीं है। यह वर्दी है देश और प्रदेश की सुरक्षा, अपराधियों को नेस्तनाबूद करने, निर्बलों को ताकत देने, अपराधियों को कुचलने और सज्जनों का उद्धार करने की। इसकी मर्यादाओं को कभी भूलना नहीं और इस पर कभी कलंक मत लगने देना। अपनी माँ और भारत माँ के दूध की लाज रखना, आपका दायित्व है। नव आरक्षक, जोश, जुनून और उत्साह के साथ अपने कर्त्तव्य पथ पर अग्रसर हों।
मुख्यमंत्री श्री चौहान रक्षित केन्द्र, नेहरू नगर भोपाल में नवनियुक्त 06 हजार आरक्षकों को नियुक्ति प्रमाण-पत्र वितरण एवं उन्मुखीकरण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान का बिगुल और बैंड की ध्वनि के साथ पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दीप जला कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मध्यप्रदेश पुलिस के आरक्षकों ने मध्यप्रदेश गान प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने आशीर्वाद तथा शुभकामनाओं के प्रतीक स्वरूप नव आरक्षकों पर पुष्प वर्षा की। सभी 6 हजार नव आरक्षकों ने करतल ध्वनि से मुख्यमंत्री श्री चौहान का अभिवादन किया। नव आरक्षकों की ओर से खरगोन की सुश्री रक्षा सोलंकी और निवाड़ी में पदस्थ श्री आकाश कुशवाह ने पुलिस में चयन तथा अपने लक्ष्यों के संबंध मेंविचार साझा किए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रतीक स्वरूप 5 नव आरक्षकों को नियुक्ति-पत्र प्रदान किए।
मध्यप्रदेश पुलिस का गौरवशाली इतिहास रहा है
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नव आरक्षकों का चयन पारदर्शी प्रक्रिया से उनकी मेहनत, लगन, योग्यता और कर्तव्यनिष्ठा के आधार पर हुआ है, इसके लिए आप बधाई के पात्र हैं। पुलिस का कार्य केवल नौकरी नहीं, देशभक्ति और जनसेवा का संकल्प भी है। मध्यप्रदेश पुलिस का गौरवशाली इतिहास रहा है। कश्मीर में कबाइलियों को खदेड़ने, हैदराबाद के एक्शन और गोवा की मुक्ति में मध्यप्रदेश पुलिस का उल्लेखनीय योगदान रहा। देश के किसी भी कोने में होने वाली राष्ट्र विरोधी गतिविधियाँ को कुचलने में मध्यप्रदेश पुलिस ने प्रभावी भूमिका निभाई है। प्रदेश को डकैतों के आतंक से मुक्त करना हो या नक्सलवादी गतिविधियों को रोकने का विषय हो, अपने कर्तव्य पथ पर रहते हुए मध्यप्रदेश पुलिस ने राष्ट्रीय दायित्वों का निर्वहन किया है। नव आरक्षकों का यह सौभाग्य है कि वे इस गौरवशाली परम्परा का भाग बन रहे हैं।
पुलिस आरक्षक अपनी बीट की सभी गतिविधियों के प्रति जागरूक और सतर्क रहें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नव आरक्षक जैसा काम करेंगे, उनकी छवि वैसी ही बनेगी। हमारा चरित्र ही हमारा पूँजी है। मध्यप्रदेश पुलिस का मतलब है, सज्जनों के लिए फूल से अधिक कोमल और दुष्टों व अपराधियों के लिए वज्र से अधिक कठोर। पुलिस आरक्षक के रूप में अपनी बीट की सभी गतिविधियों और वहाँ के लोगों के प्रति जागरूक रहना आपका कर्तव्य है। नव आरक्षक अपनी बीट के अवैध काम करने वालों से मित्रवत होने से बचें, यह सावधानी और सतर्कता आपके कर्तव्य निर्वहन के लिए आवश्यक है। नव आरक्षकों को यह भरोसा जगाना होगा कि आप जनता के रक्षक हैं। मध्यप्रदेश पुलिस ने सिंहस्थ और कोविड काल में अपनी संवेदनशीलता का परिचय दिया। कोविड के कठिन काल में पुलिस के सिपाहियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर जनता की सेवा की और कुछ पुलिसकर्मियों ने तो कर्तव्य पथ पर अपना जीवन होम कर दिया।
मेहनत, प्रामाणिकता और ईमानदारी से ही बनती है छवि
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नव आरक्षकों का उन्मुखीकरण करते हुए कहा कि बेहतर कार्य के लिए टीम भावना आवश्यक है। हमारी छवि मेहनत, प्रमाणिकता और ईमानदारी से ही बनती है। जनता के जीवन से खिलवाड़ करने वालों, अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को किसी भी स्थिति में छोड़ा नहीं जाए, राज्य सरकार आपके साथ है। प्रत्येक नव आरक्षक की कोशिश यह हो कि वह जहाँ पदस्थ हो, वहाँ की जनता उसकी कार्यप्रणाली के उदाहरण दें। मुख्यमंत्री ने नव आरक्षकों को अपनी कार्य-प्रणाली में आधुनिक तकनीक का हरसंभव उपयोग, संवेदनशीलता और सेवा की भावना रखने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि पुलिस के जवानों को तनाव मुक्त रखने और उन्हें निश्चित समय-सीमा में अवकाश मिलने के लिए संस्थागत व्यवस्था की जाएगी।
अपने दायित्वों के निर्वहन के लिए फिटनेस पर ध्यान देना आवश्यक
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि दायित्वों के निर्वहन के लिए आरक्षकों को फिटनेस पर ध्यान देना आवश्यक है। आम जनता के साथ अच्छा व्यवहार, निरंतर सक्रियता, पीड़ित को संवदेना को साथ सुनना, उसके प्रति मृदु व्यवहार, धैर्य, बोलचाल में संतुलन और काम के प्रति प्रतिबद्धता बनाए रखना आवश्यक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने एक कथानक के माध्यम से नव आरक्षकों को अपने कार्य के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखने का संदेश दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नव आरक्षकों से कहा कि आप प्रशिक्षण पर ध्यान दें, जनता की सेवा करें, अपराधियों को कुचलें, अपने कर्तव्य की पूर्ति कर सफलता की सीढ़ियों पर अग्रसर हों। मैं आपका शुभचिंतक और अभिभावक भी हूँ।
ऐसे भाव विकसित करें जिससे समाज अपने को सुरक्षित हाथों में महसूस करे : गृह मंत्री
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में पुलिस आरक्षकों की भर्ती के बाद मुख्यमंत्री द्वारा नियुक्ति-पत्र वितरित किये जा रहे हैं। हमारे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में यह नवाचार कर उन्हें संदेश दिया है जो कहते थे कि हम युवाओं को रोजगार और बेरोजगारी भत्ता देंगे। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार है, जिसने जो कहा वह किया। हमारे संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री चौहान पूरे समय समाज के सभी वर्गों की हमेशा चिन्ता करते हैं और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के वचनों का श्रेष्ठतम रूप में पालन करते हैं।
गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस ने अपनी छवि बदली है। कोरोना काल में दिन-रात नागरिकों की सेवा कर तथा उन्हें सुरक्षा प्रदान कर संवेदनशीलता के नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। राज्य सरकार ने 39 हजार से अधिक जवानों को कोरोना योद्धा के रूप में सम्मानित किया। नक्सलियों का दमन करने वाले पुलिस अधिकारी और आरक्षकों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा बालाघाट जाकर आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिए गए। राज्य सरकार ने पुलिस विभाग में कॉन्सटेबल को हेड कान्सटेबल, हेड कान्सटेबल को एएसआई, एएसआई को एसआई, एसआई को टीआई और टीआई को कार्यवाहक एसडीओपी बना कर प्रदेश में नई परम्परा लागू की। इसके साथ ही अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही ऊनी टोपी को बदलने और ई-एफआईआर जैसे नवाचार भी किये गये। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने नव आरक्षकों का मनोबल बढ़ाते हुए उन्हें अच्छे भाव, अच्छे कर्म और अच्छी वाणी से समाज के लिये कार्य करने और देश में मध्यप्रदेश पुलिस की नई छवि विकसित करने के लिये प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि आप सब मध्यप्रदेश की उस नींव के मजबूत पत्थर हैं जिस पर मुख्यमंत्री श्री चौहान विकसित, आत्म-निर्भर और जन-कल्याणकारी मध्यप्रदेश का निर्माण कर रहे हैं।
मानवीय मूल्यों के साथ जन-सामान्य की रक्षा के लिए समर्पित रहें
पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर सक्सेना ने नव आरक्षकों को पुलिस परिवार में सम्मिलित होने पर बधाई देते हुए अपेक्षा व्यक्त की कि नव आरक्षक अपने मानवीय मूल्यों के साथ जन-सामान्य की रक्षा के लिए समर्पित रहेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आयोजन स्थल पर पुलिस प्रशिक्षण, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के किए गए विशेष प्रावधानों, सायबर क्राइम से बचाव के लिए जागरूकता तथा अन्य विषयों पर केन्द्रित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। आभार प्रदर्शन अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री संजीव शमी ने किया। कार्यक्रम में भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा सहित अधिकारी एवं बड़ी संख्या में पुलिस आरक्षक मौजूद रहे।