भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि उनका हृदय बेटियों के लिए धड़कता है बेटियों से उनका खून का रिश्ता भले ही न हों लेकिन हृदय का रिश्ता बँधा हुआ है। मुख्यमंत्री श्री चौहान जबलपुर में एमएलबी विद्यालय परिसर में लाड़ली लक्ष्मियों से संवाद कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वर्ष 2007 में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई लाड़ली लक्ष्मी योजना का उद्देश्य बताते हुए कहा कि बालिकाओं के जन्म के प्रति समाज के नकारात्मक नज़रिया में बदलाव लाना, लिंग अनुपात, शैक्षिक और बालिकाओं की स्वास्थ्य स्थिति में सुधार करना था। अब लाडली लक्ष्मी योजना-2 के जरिये बेटियों के जन्म के बाद उनकी पढ़ाई की चिंता माता-पिता को न हो इसके लिए उच्च शिक्षा तक की फ़ीस प्रदेश सरकार वहन करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन बच्चियों को डॉक्टर, इंजीनियर बनना है उनके माँ बाप इस पढ़ाई की फ़ीस भरने के लिए चिंतित कदापि नहीं है, इसकी पूरी व्यवस्था प्रदेश सरकार करेगी। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद अभिभावकों को संकल्प दिलाया कि बच्ची की पढ़ाई में किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करें, लाड़ली भांजियों की शिक्षा उनका मामा शिवराज करवाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि वह बेटियों के बिना यह दुनिया नहीं चल सकती है बेटी है तो कल है। कार्यक्रम में मौजूद सभी अभिभावकों को और लाड़लियों को बताया कि बच्ची द्वारा कक्षा 5 उत्तीर्ण करने पर कक्षा 6 में प्रवेश करने पर 2 हज़ार रुपये, कक्षा 8 उत्तीर्ण कर कक्षा 9 में ही प्रवेश करने पर 4 हज़ार रुपये, कक्षा 11 एवं 12 में 6 हज़ार रुपया, कॉलेज में एडमिशन लेने पर साढ़े 12 हज़ार रुपये और डिग्री प्राप्त करने के बाद पुनः साढ़े 12 हज़ार रुपये उनके खातों में प्रदान किए जाते है।
लाडली लक्ष्मी संवाद में सांसद श्री राकेश सिंह, सांसद सुमित्रा वाल्मीकि, विधायक श्री अशोक रोहाणी सहित अन्य जन-प्रतिनिधि मौजूद थे। संवाद में लाड़ली लक्ष्मी सृष्टि ने बताया कि “माँ तुझे प्रणाम” योजना में बाघा बॉर्डर जाकर वे भारतीय जवानों से मिली है। जवानों की देश समर्पण की भावना को देखकर सृष्टि ने भी तय किया है कि वे भी आइएस की तैयारी करेगी सृष्टि ने स्व-रचित पंक्तियाँ भी मुख्यमंत्री मामा को सुनाई।