अश्विन की अनटोल्ड स्टोरी….. भज्जी को देखकर बन गया ऑफ स्पिनर…. अब उन्हीं से आगे निकल गया…..!

अश्विन- भज्जी

नयी दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम।  एक बार फिर अपनी गेंदबाजी और विकेटों की झड़ी लगाने के चलते आर अश्विन चर्चा में हैं….. हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करने वाले अश्विन ने खुद खुलासा किया है कि वे भज्जी की गेंदबाजी से प्रभावित होकर ऑफ स्पिनर बने… यह बात जुदा है कि अब उन्होंने अपने आदर्श भज्जी को ही पीछे छोड़ दिया है। कानपुर टेस्ट में इतिहास रचने वाले आर अश्विन ने मैच के बाद मैन ऑफ द मैच रहे श्रेयस अय्यर से बातचीत के दौरान बताया कि कैसे 21 साल पहले उन्होंने ठान लिया था कि उन्हें ऑफ स्पिनर बनना है। अश्विन ने कानपुर टेस्ट के दौरान कुल छह विकेट लिए और इस दौरान टेस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों की लिस्ट में हरभजन सिंह को पीछे छोड़ टॉप-3 में जबर्दस्त एंट्री मारी है। अश्विन से आगे अब अनिल कुंबले (619) और कपिल देव (434) ही हैं। इस मैच के बाद अश्विन ने बताया कि कैसे भज्जी ने उन्हें स्पिनर बनने के लिए प्रेरित किया। अश्विन ने अय्यर के साथ बातचीत के दौरान बताया कि 2001 में गावस्कर-बॉर्डर ट्रॉफी में हरभजन सिंह की गेंदबाजी का मुझ पर बहुत असर हुआ था। उसके बाद से मैंने ठान लिया था कि मुझे ऑफ स्पिनर बनना है। अश्विन ने बताया कि कैसे वह शुरुआत में भज्जू पा के बॉलिंग एक्शन की कॉपी करते थे। अश्विन ने महज 80वें टेस्ट मैच में यह कारनामा कर दिखाया है। इस वीडियो के दौरान श्रेयस ने उन्हें वह ट्वीट दिखाया, जिसमें भज्जी ने उनको बधाई दी है। इस पर अश्विन ने उनको शुक्रिया भी कहा। हरभजन सिंह के खाते में 417 टेस्ट विकेट दर्ज हैं। इस टेस्ट से पहले अश्विन के खाते में 413 टेस्ट विकेट थे। अश्विन अब कपिल देव से ज्यादा दूर नहीं हैं, जिस तरह की फॉर्म में वह चल रहे हैं, ऐसा लगता है कि आने वाले समय में जल्द ही वह कपिल देव से भी आगे निकल जाएंगे। अश्विन ने 2017 में गल्फ न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि वह अनिल कुंबले के बहुत बड़े फैन हैं और कभी उनका टेस्ट रिकॉर्ड नहीं तोड़ना चाहेंगे। यही वजह है कि उन्होंने कहा था कि टेस्ट क्रिकेट में 618 विकेट तक अगर वह पहुंचे तो संन्यास ले लेंगे।

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