नयी दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। पीयूष चावला और चेतन सकारिया के बाद एक और भारतीय क्रिकेटर के सिर से पिता का साया उठ गया है यह क्रिकेटर हैं भुवनेश्वर कुमार, जिनके पिता कैंसर से पीड़ित थे। 63 साल की उम्र में उनका गुरुवार को निधन हो गया। भुवनेश्वर कुमार के पिता किरण पाल सिंह ने मेरठ स्थित अपने आवास पर आखिरी सांस ली. किरण पाल सिंह पिछले आठ महीनों से लिवर के कैंसर से जूझ रहे थे । किरण पाल सिंह के परिवार में पत्नी इंद्रेश देवी, पुत्र भुवनेश्वर और पुत्री रेखा शामिल हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक भुवनेश्वर कुमार को पिछले साल अपने पिता की बीमारी के बारे में पता चला था । जिस वक्त भुवी को यह बात मालूम चली थी उस वक्त वह यूएई में सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से इंडियन प्रीमियर लीग में खेल रहे थे । पिता की बीमारी के चलते ही भुवनेश्वर कुमार आईपीएल के 13वें सीजन को बीच में छोड़कर ही इंडिया वापस आ गए थे । क्रिकइंफो की रिपोर्ट में कहा गया है, भुवनेश्वर अपने पिता के खराब स्वास्थ्य के कारण ही यूएई में आईपीएल बीच में छोड़कर स्वदेश लौट गये थे ।
किरण पाल सिंह का इलाज चल रहा था । लेकिन दो सप्ताह पहले स्थिति बिगड़ने के बाद उन्हें मेरठ में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था । रिपोर्ट के अनुसार, किरण पाल सिंह को मंगलवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी थी लेकिन दो दिन बाद उनका निधन हो गया । बता दें कि हाल ही के दिनों में दो और क्रिकेटर्स ने अपने पिता को गंवाया है. कोरोना वायरस महामारी की वजह से राजस्थान रॉयल्स के क्रिकेटर चेतन सकारिया के पिता कांजी भाई सकारिया का निधन हो गया । इसके अलावा पीयूष चावला के पिता भी पिछले हफ्ते ही कोविड 19 की वजह से इस दुनिया में नहीं रहे ।
भुवनेश्वर कुमार की बात करें तो उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम में नहीं चुना गया । इसके बाद ऐसी रिपोर्ट्स आई कि भुवी टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं । लेकिन भुवनेश्वर कुमार ने साफ किया कि टेस्ट क्रिकेट से दूर रहने का उनका कोई इरादा नहीं है. भुवनेश्वर कुमार को श्रीलंका के खिलाफ जुलाई में होने वाली लिमिटिड ओवर सीरीज में मौका मिलना तय है ।