नई दिल्ली। जकार्ता एशियाई खेलों में जोरदार अंतिम फर्राटा भरते हुए भारत को चार गुणा चार सौ मीटर रिले का स्वर्ण पदक दिलाने वाली 400 मीटर की एथलीट वीके विस्मया डोप में फंस गई हैं। नाडा की ओर से किए गए आउट ऑफ कंपटीशन टेस्ट में उनके सैंपल में स्टीमुलेंट क्लोमिफेन पाया गया है। हांगझोऊ एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली शॉटपुटर किरन बालियान के बाद डोप में फंसनी वाली वह दूसरी बड़ी एथलीट हैं।
नाडा के रजिस्टर्ड टेस्टिंग पूल में शामिल विस्मया का सैंपल 24 अगस्त को उनके गृह नगर कन्नूर में लिया गया था। बताया जाता है कि उन्होंने प्रतिबंधित दवा लेने की बात स्वीकार करते हुए अस्थाई प्रतिबंध स्वीकार कर लिया है। विस्मया ने 2018 के एशियाड में हिमा दास, एमआर पूवम्मा, और सरिताबेन गायकवाड़ के साथ मिलकर रिले का स्वर्ण जीता था। उन्होंने 2019 की दोहा एशियाई चैंपियनशिप में महिलाओं की चार गुणा चार सौ मीटर रिले और चार गुणा चार सौ मीटर मिश्रित रिले के रजत पदक भी जीते थे। वह विश्व चैंपियनशिप में 3.15.77 मिनट का समय निकालकर सातवें स्थान पर रहने वाली महिला रिले टीम की भी सदस्य थीं।
वह पिछले कुछ समय से ट्रैक से गायब थीं। विशेषज्ञों के मुताबिक वाडा की एस-4 कैटेगरी में आने वाला क्लोमिफेन महिलाओं में गर्भ धारण की प्रक्रिया के लिए आवश्यक हार्मोंन को उत्तेजित करने का काम करता है। वहीं, नाडा की ओर से की गई अन्य टेस्टिंग में राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 1500 मीटर का कांस्य जीतने वाली सुनीता ईपीओ के लिए डोप पॉजिटिव पाई गई हैं। दिल्ली राज्य एथलेटिक्स में खेलीं स्प्रिंटर मुस्कान राणा और इंटर रेलवे में डिकेथलन एथलीट प्रवीण कुमार स्टेनोजोलाल के लिए डोप पॉजिटिव पाए गए हैं।