नई दिल्ली। भारत के मुख्य राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने बुधवार को देश के खिलाड़ियों को पेरिस ओलंपिक से पहले अपनी तैयारी में ज्यादा प्रयोग नहीं करने की सलाह दी और कहा कि दो बार की पदक विजेता पीवी सिंधू में इस खेल महासमर में फिर से चमकने की काबिलियत है। बैडमिंटन प्रतियोगिता में भारत के सात खिलाड़ी पांच में से चार स्पर्धाओं में प्रतिनिधित्व करेंगे। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधू (महिला एकल) की अगुआई वाली इस टीम में एचएस प्रणय और लक्ष्य सेन (पुरुष एकल), सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी (पुरुष युगल) तथा अश्विनी पोनप्पा और तनिषा क्रास्टो (महिला युगल) शामिल हैं।
भारत ने बैडमिंटन में अब तक तीन पदक जीते हैं। इनमें एक रजत और दो कांस्य पदक शामिल हैं। सिंधू ने 2016 रियो ओलंपिक में रजत और 2020 टोक्यो ओलंपिक में कांस्य जीता था। वहीं, साइना नेहवाल ने 2012 लंदन ओलंपिक में कांस्य अपने नाम किया था। गोपीचंद ने शुक्रवार के उद्घाटन समारोह से पहले कहा, ‘मुझे लगता है कि सभी खिलाड़ियों के लिए सामान्य संदेश यही होगा कि इसे एक अन्य मुकाबले की तरह ही लें। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि आप तैयारी के लिए कोई प्रयोग नहीं करें। इसे सरल रखें और इसे एक अन्य खेल की तरह ही लें, तैयारी सही करें और मैच अपने आप ठीक रहेंगे।’
पीवी सिंधू के बारे में बात करते हुए गोपीचंद ने कहा, ‘मुझे भरोसा है कि उनके पास शानदार मौका है। उसे शी बिंग जाओ और चेन यू फेई की चीनी जोड़ी के खिलाफ ड्रॉ मिला है और उसने पहले इन दोनों खिलाड़ियों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है। मुझे उम्मीद है कि वह इस ओलपिक में फिर से अच्छा प्रदर्शन करेंगी।’ सिंधू 2022 में राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान अपने बाएं टखने में स्ट्रेस फ्रैक्चर के बाद से अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दिखा पाईं हैं। गोपीचंद ने पदकों के बारे में अटकलें लगाने से इनकार कर दिया और कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि हम पदकों के बारे में बात कर रहे हैं। मुझे लगता है कि तैयारी को सरल रखना और छोटी-छोटी चीजों को तैयार रखना महत्वपूर्ण है।’