पेरिस ओलंपिक में भारतीय पहलवानों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद: योगेश्वर दत्त

 योगेश्वर दत्त

नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से 11 अगस्त के बीच इस टूर्नामेंट के मुकाबले खेले जाएंगे। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने कुल 117 खिलाड़ियों का दल आगामी ओलंपिक के लिए भेजा है। छह पहलवानों ने क्वालिफाई किया है, जिनमें पांच महिलाएं और एक पुरुष हैं। लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त ने भारतीय पहलवानों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जताई है। उनका मानना है कि आगामी टूर्नामेंट में भारत को कुश्ती में दो पदक मिल सकते हैं। इसके अलावा उन्होंने कुश्ती में चल रहे विवाद पर भी बात की।

साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया के अलावा एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगाट सहित देश के छह शीर्ष पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन किया जिसके कारण भारत में कुश्ती गतिविधियां करीब डेढ़ साल तक ठप रहीं है। इसका खासा बुरा प्रभाव पड़ा और राष्ट्रीय शिविर और प्रतियोगिताएं स्थगित कर दी गई। इससे पहलवान ओलंपिक और ओलंपिक क्वालिफिकेशन के लिए ढंग से तैयारी नहीं कर पाए। योगेश्वर ने कहा, “पिछले डेढ़ से दो वर्षों में भारतीय कुश्ती में जो कुछ हुआ उससे मैं बहुत दुखी हूं। हमारा यह खेल वास्तव में बुरे दौर से गुजरा है जिससे इसकी प्रगति पर बुरा प्रभाव पड़ा और इस खेल को चाहने वालों के पास भी नकारात्मक संदेश गया।”

योगेश्वर ने इस बात की निराशा भी जताई कि भारत के केवल छह पहलवान ही ओलंपिक में जगह बना पाए। उन्होंने कहा, “एथेंस ओलंपिक 2004 में फ्री स्टाइल में 6 पहलवानों ने जगह बनाई थी। इसके बाद तीन, चार या पांच पुरुष पहलवान ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करते रहे। यह निराशाजनक है कि इस बार केवल एक पुरुष पहलवान अमन सहरावत ही क्वालीफाई कर पाया। महिला पहलवानों को श्रेय जाता है। हमारी पांच महिला पहलवान क्वालीफाई करने में सफल रही जो बहुत अच्छी बात है।” योगेश्वर ने उम्मीद जताई कि भारतीय पहलवान आगामी टूर्नामेंट में दो पदक जीत सकते हैं। उन्होंने कहा, “हमारी पांच लड़कियों ने क्वालीफाई किया है जो एक या दो पदक जीत सकती हैं। उनमें से कुछ बहुत अनुभवी भी हैं। चाहे वह अंतिम पंघाल (53 किग्रा) हो या कोई अन्य महिला पहलवान। हमें उम्मीद है कि हम दो पदक जीत सकते हैं।”

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