टोरंटो (कनाडा)। शतरंज की नई सनसनी आर प्रगनानंदा ने दूसरे दौर में डी गुकेश के हाथों मिली हार से उबरते हुए कैंडिडेट्स शतरंज के तीसरे दौर में साथी खिलाड़ी विदित गुजराती पर काले मोहरों से हैरतअंगेज जीत दर्ज की। विदित ने दूसरे दौर में खिताब के प्रबल दावेदार अमेरिका के हिकारू नाकामुरा को हराया था, लेकिन यहां उन्हें सफेद मोहरों से खेलने के बावजूद प्रगनानंदा की ओपनिंग के आगे 45वीं चाल में नतमस्तक होना पड़ा। यही नहीं महिला वर्ग में प्रगनानंदा की बहन आर वैशाली ने बुल्गारिया की अंतरराष्ट्रीय मास्टर नुरग्यूल सालिमोवा को पराजित किया। तीसरे दौर में सिर्फ इन्हीं दो बाजियों के परिणाम निकले बाकी सभी ड्रॉ रहीं। प्रगनानंदा और वैशाली कैंडिडेट्स में एक साथ जीतने वाली दुनिया की इकलौती भाई-बहन की जोड़ी बन गई।
डी गुकेश और रूस के इयन नेपोमनियाच्ची के बीच बाजी ड्रॉ रही। कोनेरू हंपी ने भी सफेद मोहरों से चीन की झोंगयी तान के खिलाफ आसान ड्रॉ खेला। फ्रांस के अलीरेजा फिरोजा और शीर्ष वरीय अमेरिकी फैबियानो कारुआना के बीच भी मुकाबला ड्रॉ रहा। नाकामुरा और अजरबैजान के निजात एबोसोव ने भी ड्रॉ खेला। महिला वर्ग में चीन की ली टिंग जी और रूस की अलेक्जांद्रा गोर्याचकिना के अलावा रूस की कैटरीना लागनो और यूक्रेन की एना मुजीशुक के बीच बाजी ड्रॉ रही। पुरुष वर्ग में कारुआना, नेपोमनियाच्ची, गुकेश दो-दो अंक के साथ बढ़त पर हैं। प्रगनानंदा, गुजराती के डेढ़-डेढ़ और नाकामुरा, एबोसोव, फिरोजा का एक-एक अंक है। महिलाओं में झोंगयी तान दो अंक के साथ इकलौती बढ़त पर हैं। हंपी, वैशाली, गोर्याचकिना, लागनो का डेढ़-डेढ़ अंक है। ली, मुजीशुक, सालीमोवा का एक-एक अंक है।
गुजराती ने रूय लोपेज से शुरुआत की, लेकिन प्रगनानंदा ने सभी को हैरान करते हुए इस ओपनिंग के खिलाफ शिलमैन रक्षण को अपनाया। काले मोहरों से यह ओपनिंग शीर्ष स्तर के मुकाबलों आमतौर पर नहीं देखी जाती है। प्रगनानंदा को अपने विरोधियों को चौंकाने के लिए जाना जाता है और गुजराती को इसका सामना शुरुआत में ही करना पड़ा। अंतिम पांच मिनट में गुजराती को 11 चालें चलनी पड़ीं। उस वक्त उनकी स्थिति भी अच्छी नहीं थी। वह समय के दबाव में फंस 45वीं चाल में बाजी गंवा बैठे। प्रगनानंदा और वैशाली के तीनों दौर में अब तक समान परिणाम (ड्रॉ, हार, जीत) रहे हैं।