फुकेट (थाईलैंड)। हांगझोऊ एशियाई खेलों में बुरी तरह चोटिल होने के बाद पुनर्वास के दौर से गुजरीं मीराबाई चानू ने सोमवार को विश्वकप में वापसी कर पेरिस ओलंपिक का टिकट पक्का कर लिया। मीरा ने बीते वर्ष अक्तूबर में हुए एशियाई खेलों के बाद पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय आयोजन में वजन उठाया। मीरा ने रणनीति के मुताबिक काफी कम वजन से शुरुआत करते हुए कुल 184 किलो वजन उठाया और पांच लिफ्ट पास कीं। हालांकि वह ग्रुप बी में तीसरे स्थान पर रहीं। पेरिस के टिकट के लिए मीरा का इस टूर्नामेंट में भाग लेना अनिवार्य था।
यहां खेलना अनिवार्य नहीं होता तो मीरा विश्वकप में नहीं खेलतीं। उन्होंने अमेरिका से अपनी चोट का इलाज कराने के बाद कुछ सप्ताह पूर्व वजन उठाना शुरू किया है। कोच विजय शर्मा की रणनीति के मुताबिक उन्हें एकदम से ज्यादा वजन उठाने के लिए नहीं दिया जा सकता। विजय ने बताया सब कुछ रणनीति के मुताबिक हुआ और वह मीरा के प्रदर्शन से संतुष्ट हैं। मीरा का सर्वश्रेष्ठ 205 किलो है, लेकिन उन्हें स्नैच में 75, 79, 81 किलो और क्लीन एंड जर्क में 98, 103, 106 वजन दिया गया। उन्होंने 106 वजन भी उठाया, लेकिन इसे अयोग्य करार दिया गया।
मीरा का कहना है कि वापसी के बाद उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। उनका लक्ष्य पेरिस ओलंपिक के लिए स्थान सुरक्षित करना था, जो उन्होंने कर लिया है। अब उनका सारा ध्यान ओलंपिक की तैयारियों पर है। अंतरराष्ट्रीय संघ की पेरिस ओलंपिक क्वालिफिकेशन रैंकिंग में मीरा इस वक्त दूसरे स्थान पर हैं। शीर्ष 10 को पेरिस का टिकट मिलेगा। अप्रैल माह में दोबारा रैंकिंग जारी होने पर मीरा के ओलंपिक क्वालिफिकेशन की आधिकारिक घोषणा होगी।