दो बार की विंबलडन विजेता चेक रिपब्लिक की पेत्रा क्वितोवा ने प्रतिष्ठित डब्ल्यूटीए (वूमेंस टेनिस एसोसिएशन) 1000 टेनिस टूर्नामेंट मियामी ओपन का खिताब पहली बार जीत लिया है। उन्होंने फाइनल में कजाखस्तान की सातवीं वरीय एलीना रिबाकीना को रोमांचक संघर्ष में 7-6 (16-14), 6-2 से पराजित किया। यह पांच सालों में 12वीं वरीय 33 वर्षीय क्वितोवा का पहला डब्ल्यूटीए खिताब है। उन्होंने अपने 13वें प्रयास में पहली बार मियामी ओपन भी जीता।
क्वितोवा ने विंबलडन विजेता रिबाकीना का इंडियन वेल्स और मियामी ओपन एक साथ जीतने का सपना तोड़ दिया। बीते सप्ताह रिबाकीना इंडियन वेल्स में खिताब जीतकर आई थीं। यह पहला सेट रहा जिसने मैच में निर्णायक भूमिका निभाई। पहले सेट का टाईब्रेकर बेहद लंबा खिचा। 22 मिनट चले इस मैराथन टाईब्रेकर में पांचवें सेट प्वाइंट पर क्वितोवा ने इसे जीता। क्वितोवा ने मैच के बाद कहा उन्होंने अपने पूरे कॅरिअर में इतना लंबा टाईब्रेकर नहीं खेला। वहीं रिबाकीना ने कहा कि यह लंबा टाईब्रेकर था, जिसने उन्हें थका दिया। दूसरे सेट में उनके पास ऊर्जा नहीं बची थी और वही थकी हुई थीं। हालांकि अगर पहला सेट वह जीत जातीं तो शायद उन्हें दूसरे सेट में खेलने का बल मिलता।
क्वितोवा उम्र में रिबाकीना से 10 साल बड़ी हैं। उन्होंने दिखाया कि इस उम्र में भी बड़े खिताब जीते जा सकते हैं। यह उनका 30वां डब्ल्यूटीए खिताब रहा। उन्होंने अंतिम बार 2018 में मैड्रिड में डब्ल्यूटीए खिताब जीता था। यह उनका 41वां डब्ल्यूटीए फाइनल था। इस जीत के साथ वह विश्व रैंकिंग में एक बार फिर शीर्ष 10 में शामिल हो जाएंगी। इस जीत से उन्हें 10 करोड़ 35 लाख रुपये (1.26 मिलियन अमेरिकी डॉलर) की भारीभरकम पुरस्कार राशि मिली। पुरुषों का युगल फाइनल मैक्सिको के सेंटियागो गोंजालेज और फ्रांस के एडुआर्डो रोजर वेसेलिन ने अमेरिका के ऑस्टिन क्राइसेक और फ्रांस के अनुभवी निकोलस माहुत को 7-6 (4), 7-5 से पराजित किया। पुरुषों का एकल फाइनल इटली के यानिक सिनर और रूस के दानिल मेदवेदेव के बीच खेला जाना है।