नई दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। भारत की स्टार वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने कलाई की चोट के बावजूद विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक अपने नाम किया है। उन्होंने इस प्रतियोगिता में कुल 200 किलोग्राम भार उठाया। टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता चानू ने 49 किग्रा वर्ग में स्नैच में 87 किग्रा और ‘क्लीन एंड जर्क’ में 113 किग्रा भार उठाया। चीन की जियांग हुइहुआ ने कुल 206 किग्रा (93+113) भार उठाकर स्वर्ण पदक जीता, जबकि उनकी हमवतन और टोक्यो ओलंपिक चैंपियन होउ झिहुआ ने 198 किग्रा (89+109) भार उठाकर कांस्य पदक जीता। मीराबाई के पदक जीतते ही बधाइयों को तांता लग गया।
केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लिखा- भारत के लिए शानदार सफलता। हमारी ओलंपिक पदक विजेता मीराबाई चानू को भारोत्तोलन विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतने पर बधाई। हमें आप पर गर्व है। वहीं, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने लिखा- कलाई की चोट के बावजूद आपने 200 किलोग्राम वजन उठाकर विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता। बहुत बहुत बधाई मीरा। आपने ओलंपिक चैंपियन को हराया। आप पर गर्व है। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने लिखा- भारोत्तोलन विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतने पर बधाई मीरा। आपने कुल 200 किलोग्राम वजन उठाकर भारत को एक बार फिर गौरवान्वित किया है।
राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद अपने पहले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भाग ले रही चानू का प्रदर्शन स्नैच में काफी निराशाजनक रहा। उन्होंने 84 किग्रा भार उठाने के साथ शुरुआत की लेकिन 87 किग्रा भार उठाने के उनके दूसरे प्रयास को असफल माना गया। इसी वजह से उन्होंने 90 किग्रा भार उठाने की कोशिश नहीं की। 28 साल की मीराबाई चानू अपने अंतिम प्रयास में 87 किलोग्राम भार उठाते समय थोड़ा डगमगाईं, लेकिन अंत में वह सफल रहीं। इस वर्ग में उनका व्यक्तिगत स्कोर इससे एक किलोग्राम ज्यादा है। स्नैच सेक्शन में पांचवें स्थान पर रहने के बाद चानू ने क्लीन एंड जर्क में सबसे ज्यादा वजन तय किया, लेकिन 111 किलोग्राम भार उठाते समय उनकी बाईं कोहनी थोड़ी लड़खड़ा गई और उनके प्रयास को मान्य नहीं किया गया।
भारतीय खेमे ने फैसले को चुनौती दी लेकिन इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ। इस श्रेणी में विश्व रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाली चानू ने 111 किग्रा और 113 किग्रा के अपने अंतिम दो प्रयासों में ओवरऑल और क्लीन एंड जर्क सिल्वर हासिल करने में सफलता हासिल की। उन्होंने स्नैच कैटेगरी में सिल्वर भी लिया। यह मीराबाई का दूसरा विश्व चैंपियनशिप पदक है, इससे पहले उन्होंने 2017 में स्वर्ण पदक जीता था।