पीवी सिंधू ने चीन की शटलर को हराकर जीती ट्रॉफी

पीवी सिंधू

लखनऊ। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू ने फाइनल में चीन की वू लुओ यू को हराकर सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन का महिला एकल ट्रॉफी जीतकर लंबे समय से चले आ रहा खिताब का सूखा समाप्त कर दिया। लखनऊ में खेले गए फाइनल मैच में पूर्व विश्व चैंपियन ने चीन की वू लुओ यू को 21-14 21-16 से मात दी और तीसरी बार इस टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया। वह इससे पहले 2017 और 2022 में भी ट्रॉफी जीत चुकी हैं। सिंधू ने दो साल और चार महीने के अंतराल के बाद पोडियम का शीर्ष स्थान प्राप्त किया। उन्होंने आखिरी खिताब जुलाई 2022 में सिंगापुर ओपन में जीता था। इस साल वह मई में मलयेशिया मास्टर्स सुपर 500 के फाइनल में भी पहुंची थी।

इससे पहले भारत की त्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद की महिला युगल जोड़ी ने बाओ ली जिंग और ली कियान की चीन की जोड़ी को सीधे गेम में हराकर अपना पहला सुपर 300 खिताब जीता। चीन में सत्र के अंत में होने वाले विश्व टूर फाइनल के लिए क्वालिफाई कर चुकी त्रीसा और गायत्री ने चीन की प्रतिद्वंद्वियों को महज 40 मिनट में 21-18, 21-11 से मात दी। राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य पदक विजेता जोड़ी के लिए यह जीत ऐतिहासिक है क्योंकि त्रीसा और गायत्री इस टूर्नामेंट में खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला युगल जोड़ी बन गईं। यह जोड़ी 2022 चरण में उपविजेता रही थी।

भारत के पृथ्वी कृष्णमूर्ति रॉय और साई प्रतीक की पुरुष युगल जोड़ी तथा तनीषा क्रास्टो और ध्रुव कपिला की मिश्रित युगल टीम ने अपना अभियान उप विजेता के तौर पर समाप्त किया। पृथ्वी और साई ने 71 मिनट तक चले पुरुष युगल फाइनल में कड़ी चुनौती पेश की लेकिन उन्हें चीन के हुआंग डि और लियू यांग से 14-21, 21-19, 17-21 से हार का मुंह देखना पड़ा। पांचवी वरीयता प्राप्त तनीषा और ध्रुव की जोड़ी एक गेम की बढ़त गंवाकर मिश्रित युगल के फाइनल में थाईलैंड के डेचापोल पुआवारानुक्रोह और सुपिसारा पाएवसम्प्रान की जोड़ी से 21-18 14-21 8-21 से पराजित हो गई।

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