नई दिल्ली। पैरा एशियाई खेलों में राजस्थान की अवनि ने महिलाओं की आर2 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 श्रेणी में 249.6 अंक के इन खेलों के रिकॉर्ड स्कोर के साथ स्वर्ण जीत लिया। 21 वर्षीय अवनि 2012 में एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गई थीं, जिसके बाद से वह व्हीलचेयर पर हैं। ओलंपिक चैंपियन अभिनव बिंद्रा से प्रेरित होकर उन्होंने 2015 में निशानेबाजी में हाथ आजमाना शुरू किया और कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
पुरुषों क्लब थ्रो एफ-51 स्पर्धा का रजत और कांस्य पदक भी भारतीय खिलाड़ियों के नाम रहा। सूरमा ने 30.01 मीटर के प्रयास के साथ एशियाई पैरा खेलों का नया रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण जीता, जबकि धरमबीर (28.76 मीटर) और अमित कुमार (26.93 मीटर) क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। इस स्पर्धा में केवल चार प्रतियोगी थे, जिसमें सऊदी अरब के राधी अली अलार्थी 23.77 मीटर के थ्रो के साथ अंतिम स्थान पर रहे।
पुरुषों के ऊंची कूद टी63 श्रेणी में भी भारत के तीन खिलाड़ी शीर्ष तीन स्थान पर रहे, लेकिन एशियाई पैरालंपिक समिति (एपीसी) नियमों के तहत, इस स्पर्धा में केवल स्वर्ण और रजत दिए गए। इस स्पर्धा में सिर्फ तीन भारतीयों ने ही चुनौती पेश की थी। एपीसी के ‘माइनस वन नियम’ के तहत, शैलेश ने एशियाई पैरा गेम्स में 1.82 मीटर की रिकॉर्ड छलांग के साथ स्वर्ण जीता, जबकि मरियप्पन थंगावेलु (1.80 मीटर) ने रजत जीता। एपीसी नियमों के तहत, गोविंदभाई रामसिंगभाई पाधियार (1.78 मीटर) कांस्य नहीं जीत सकते। तीनों पदक जीतने के लिए कम से कम चार एथलीटों का मैदान में होना जरूरी है। ऐसे में भारत का एक पदक कम हो गया।