- योग आयोग स्वास्थ्य विभाग को भेजेगा प्रस्ताव
- विनोद उपाध्याय
योग से रोग भगाने की नीति पर काम करते हुए मप्र में जिलों से लेकर ग्रामीण स्तर पर योग समिति गठित की जाएगी। जानकारी के अनुसार योग आयोग इस संदर्भ में स्वास्थ्य विभाग को प्रस्ताव भेजने की तैयारी कर रहा है। आयोग के प्रस्ताव के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से इस कार्ययोजना को अमलीजामा पहनाया जाएगा। मौजूदा वर्ष में प्रदेश के प्रत्येक शासकीय अस्पताल को योग की कनेक्टिविटी से जोड़ा जाएगा। शासकीय योग आयोग के चेयरमैन वेदप्रकाश शर्मा का कहना है कि योग में हर रोग का उपचार छिपा है। इसलिए हमने प्रदेश के हर अस्पताल को योग से जोडऩे की तैयारी की है। इसके लिए विभाग को प्रस्ताव भेजा जा रहा है। इस संबंध में हम विभाग के मंत्री से भी चर्चा करने जा रहे हैं। गौरतलब है कि देश में स्वास्थ्य के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ रही है और वे योग का सहारा ले रहे हैं। इसको देखते हुए योग आयोग ने एक कार्ययोजना बनाई है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को प्रस्ताव भेज रहा है। इसके लिए जिला से लेकर हर गांव स्तर पर योग समिति गठित की जाएगी। इस पर काम प्रारंभ कर दिया गया है। योग आयोग के अधिकारियों का कहना है कि असाध्य बीमारियों के रोगी यौगिक क्रियाओं पर ज्यादा भरोसा कर रहे हैं। प्रतिदिन सैकड़ों ऐसे मरीज योग का सहारा लेकर ठीक हो रहे हैं, जो महंगा उपचार करवाकर बहुत कुछ खो चुके हैं। उसके बाद इन्हें कोई लाभ नहीं मिला है। जबकि योग से इन्हें बड़ा आराम हो रहा है। आयोग के अंतर्गत जिलों में संचालित योग केंद्रों से यह रिपोर्ट आ रही है। जहां गंभीर बीमारियों के मरीज स्वास्थ्य हो रहे हैं। नतीजतन शहर से लेकर गांव के हर अस्पताल को योग की कनेक्टिीविटी से जोड़ने की तैयारी की है। इस पर काम प्रारंभ कर दिया गया है।
500 वार्डों में समितियां बनाई गई
अधिकारी कहते हैं कि राज्य के प्रत्येक जिला ब्लाक और गांव स्तर पर समिति बनाई जाएगी। जिला स्तर पर समिति में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष रखे जाएंगे। जबकि पदेन सचिव जिला शिक्षा अधिकारी को बनाया जाएगा। ब्लाक समिति में भी यही प्रक्रिया रहेगी। गांव स्तर पर जो समिति बनाई जाएगी, उसमें सरपंच की अध्यक्षता रहेगी। शहरी क्षेत्रों में जो वार्ड हैं, वहां पर भी समिति तैयार की जा रही हैं। सतत और पारदर्शी काम के लिए ऑनलाइन पोर्टल तैयार कर दिया गया है। जिसमें प्रविष्टियां भी प्रारंभ हो गई हैं। प्रत्येक गांव में जहां समिति बनाने का काम प्रारंभ हो गया है। वहीं शहरी क्षेत्रों के 500 वार्डों में समितियां बना दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि गांव और ब्लॉक स्तर पर जो कमेटियां बनाई जा रही हैं। उन्हें जिला स्तर की कमेटी एक एक माह की ट्रेनिंग देगी। ताकि यह दक्ष होकर यह अस्पतालों में योग कराने के लिए तैयार हो सकें। इन समितियों को योग की सभी क्रियाएं और आसन सिखाए जाएंगे। योग आयोग का कहना है कि सभी अस्पतालों को योग से जोडऩे के लिए प्रस्ताव तैयार हो चुका है, जो शासन को भेजा जा रहा है।