भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। सूबे में जब भी किसी तरह का संकट खड़ा हुआ है, सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान जन हितैषी योजनाओं के लिए खजाना खोलने से पीछे नहीं रहते हैं। उनकी इस तरह की योजनाओं में खाली खजाना भी आड़े नहीं आ पाता है। यही वजह है कि कोरोना संक्रमण काल में भी लोगों को राहत देने के लिए वे एक के बाद एक योजनाओं की न केवल घोषणाएं कर रहे हैं , बल्कि उन पर तेजी से अमल के प्रयास भी कर रहे हैं। यह बात अलग है कि उनके इन सामाजिक सरोकारों में अफसरशाही का वैसा साथ नहीं मिलता दिख रहा है जैसा कि शिव की मंशा है। अगर अफसरशाही भी उनके साथ बराबरी से कदमताल करना शुरू कर दे तो आम आदमी को त्वरित और भरपूर मदद मिल सकती है। मप्र ऐसा राज्य बन चुका है जिसकी कई योजनाओं को दूसरे राज्य अपने यहां लागू करते हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री ने कोरोना की वजह से अनाथ हुए बच्चों के लिए शिक्षा के साथ पेंशन देने की भी योजना लागू की है। इसके अलावा कोरोना से जान गंवाने वाले हर व्यक्ति के परिजनों को भी एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की गई है। यह बात अलग है कि अफसरशाही ने इस महामारी में भी आंकड़ों का ऐसा खेल खेला है कि इन योजनाओं का सीमित परिवारों को ही लाभ मिल पाना है। यह बात अलग है कि शिवराज का नाम अब प्रदेश के साथ ही देश के उन नेताओं में सबसे पहले लिया जाता है, जो जनकल्याण को पहली प्राथमिकता देते हैं। अपनी इन योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए शिव को खुद नजर रखनी पड़ती है। इसकी वजह है अफसरों द्वारा क्रियान्वयन में की जाने वाली लेटलतीफी।
अंत्योदय पर रहता है फोकस
शिव का पूरा ध्यान अंत्योदय पर अमल का रहता है। यही वजह है कि वे हर आपातकाल में गरीबों व समाज के अंतिम व्यक्ति का पूरा ख्याल रखने में पीछे नहीं रहते हैं। उनकी इस मंशा की पूरी झलक सरकार की योजनाओं में दिखती है। इसका उदाहरण है कोरोना का नि:शुल्क इलाज, संकट के इस समय में गरीबों को मुफ्त राशन देना। यही नहीं राशन मिलने में परेशानी न हो इसके लिए पात्रता पर्ची की शर्त को समाप्त करना इसके उदाहरण हैं।
अनुकंपा नियुक्ति की योजना
आम आदमी के दर्द को भली भांती जानने की वजह से ही मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में मुख्यमंत्री कोविड अनुकंपा नियुक्ति योजना शुरू की गई है। इससे छोटे कर्मचारियों का हौंसला बड़ा है, जो पूरी मेहनत के बाद भी कम पगार में सबसे अधिक और अच्छा काम करते हैं। इसका ध्यान रखते हुए ही सफाईकमी , कार्यभारित और आकस्मिकता निधि से वेतन पाने वाले , दैनिक वेतन भोगी , तदर्थ , संविदा के पद पर कार्यरत और आउटसोर्स पर कार्यरत शासकीय सेवकों के लिए अनुकंपा नियुक्ति की योजना शुरू की गई है। इसी तरह से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका , आशा कार्यकर्ता और कोटवारों के लिए अनुकंपा नियुक्ति का भी प्रावधान किया गया है।
23/05/2021
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