- शिवराज के अलावा योगी, पायलट, सोनू सूद की सभाओं के साथ होंगे रोड शो की तैयारी
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। मध्यप्रदेश के स्थानीय निकाय चुनाव बेहद महत्वपूर्ण और दिलचस्प होते जा रहा हैं। यह चुनाव ऐसे समय हो रहे हैं जब अगले साल प्रदेश में विधानसभा के आम चुनाव होने हैं। इसकी वजह से कांग्रेस व भाजपा ने इन चुनावों को सेमीफायनल के रुपमें ले लिया है। यही वजह है कि प्रदेश में ऐसा पहली बार होने जा रहा है कि निकाय चुनावों में दोनों ही दलों के कई दूसरे राज्यों के बड़े नेता न केवल सभाएं करते नजर आएंगे, बल्कि रोड शो करते भी दिखाई देंगे। इसके लिए दोनों दलों ने अपने राष्ट्रीय स्तर के स्टार प्रचारकों तक की सूची तैयार कर ली है। इन नेताओं को प्रचार के अंतिम पांच दिनों में मैदान में उतारने की तैयारी की जा रही है। इस सूची में भाजपा की तरफ से सबसे चौंकाने वाला नाम यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का रहने वाला है। वे कई शहरों में जनसभाएं करेंगे तो वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रहलाद पटेल, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा चुनावी कमान संभालेंगे। भाजपा के एक प्रदेश प्रवक्ता का कहना है कि चुनाव प्रचार के अंतिम पांच दिनों में योगी आदित्यनाथ सहित केंद्रीय मंत्रियों की सभाएं करवाई जाएंगीं। जिससे बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाया जा सके और प्रदेश की सोलह की सोलह नगर निगमों में एक बार फिर विजय पताका फहराई जा सके। प्रदेश के ऐसे नेता जो केंद्रीय मंत्री भी हैं उनकी सभाएं भी कुछ जिलों के लिए तय की गई हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि सत्ता- संगठन का प्रयास है कि सभी 16 सीटों पर सीएम का दौरा हो जाए उसके बाद कुछ क्षेत्रों में उनके दूसरे दौर की चुनावी सभाएं कराई जाएंगी। इधर, भाजपा को निकाय चुनाव में इस बार पहले चरण के क्षेत्रों में प्रचार के लिए समय की कमी महसूस हो रही है। इसके पीछे बड़ा कारण है कि प्रत्याशियों का फैसला करने में उसे काफी समय लगा। 22 जून को नाम वापसी के बाद ही भाजपा का प्रचार शुरू हो सका। पिछली बार निकाय चुनाव के दौरान नगर निगमों में सीएम के दो-तीन बार दौरे हो गए थे। यही वजह है कि अब भाजपा को पार्टी की जीत तय करने के लिए अपने कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर महा जनसंपर्क अभियान का कार्यक्रम सौंपना पड़ा है। इसके तहत विजय का संकल्प लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता और पदाधिकारी 26-27 जून को घर घर संपर्क कर विजय का आशीर्वाद मांगने निकलेंगे। 26 जून को हर बूथ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम मन की बात को सुनने के बाद कल यानी कि 27 जून तक महासंपर्क अभियान चलेगा। सभी नगर निकाय क्षेत्रों में 29 और 30 जून को विजय सम्मेलन होंगे।
रोड शो पर जोर
कांग्रेस इस बार बड़ी सभाओं की जगह रोड शो को महत्व दे रही है। ताकि कम समय में ज्यादा क्षेत्रों में प्रचार किया जा सके। अलग-अलग समाजों के साथ बैठकों की भी प्लानिंग है। वहीं आखिरी सप्ताह में बड़े नेताओं को उतारने की रणनीति बनाई गई है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला का कहना है नगरीय निकाय चुनावों को विधानसभा का सेमीफाइनल मानकर हम मैदान में उतर रहे हैं। इसलिए प्रचार के लिए प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के साथ कई बड़े नेताओं को बुलाने की तैयारी की है।
नेताओं की फौज
पूरे प्रदेश में चुनाव होने से सियासी दलों के वरिष्ठ नेता काफी व्यस्त हैं। वे हर जगह समय नहीं दे पा रहे हैं। यही वजह है कि बड़े नेताओं के कार्यक्रम इस तरह बनाए जाएंगे कि एक बार में दो-तीन जिलों में उनकी पहुंच हो जाए। हालांकि भाजपा ने 350 से ज्यादा नेताओं की फौज मैदान में उतार दी है, तो वहीं कांग्रेस ने 250 से ज्यादा नेताओं को ताकीद कर दिया है। दोनों दलों के लिए ये चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न हैं, जो दोनों दलों का आगे का भविष्य तय करेंगे।
कांग्रेस के लिए आएंगे ये नेता और अभिनेता
छग के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बुलाने की तैयारी है। युवा वोटर्स के बीच पैठ बनाने के लिए राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी भोपाल समेत मध्यप्रदेश के कई शहरों में जनसभाएं करेंगे। इसके अलावा राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव, सुरेश पचौरी, विधायक कांतिलाल भूरिया, अजय सिंह भी नुक्कड़ सभाएं और रोड शो करेंगे। फिल्म जगत से सोनू सूद कांग्रेस के लिए प्रचार करने आएंगे। सोनू सूद ने इंदौर आने की सहमति दे दी है।