- प्रदेश में नई पार्किंग नीति लागू करने की तैयारी में सरकार
भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। अगर आपके पास वाहन खड़ा करने की जगह नही है तो फिर आप के लिए वाहन खरीदना मुश्किल हो जाएगा। इसकी वजह है प्रदेश में लागूृ होने वाली पार्किंग नीति। सरकार को यह कदम मजबूरी में उठाना पड़ रहा है। दरअसल शहरों में वाहनों की संख्या के हिसाब से उन्हें रखने की जगह ही नही है , जिसकी वजह से लोगों द्वारा सड़क के दोनों तरफ अपने वाहन खड़े कर दिए जाते हैं। यही नहीं मकान हो या फिर बाजार सभी जगह वाहनों को पार्क किए जाने से कई मार्गों पर तो निकलना तक मुश्किल हो जाता है। इस मामले में लोगों की मानसिकता को देखते हुए अब सरकार को यह कदम उठाना पड़ रहा है। प्रदेश में इस नीति को लागू करने के लिए मसौदा भी तैयार कर लिया गया है। इसमें प्रदेश भर में भविष्य के लिए पार्किंग की व्यवस्था करने की रणनीति तैयार की गई है। जिसमें जमीन की कीमत के हिसाब से पार्किंग शुल्क तय किया जाएगा। वाहन खरीदते समय ग्राहक को उसके पास गाड़ी खड़ा करने के लिए पर्याप्त स्थान की भी जानकारी देनी होगी। यातायात व्यवस्था बाधित न हो इसके लिए पार्किंग स्थल के 75 मीटर के दायरे में कोई आटो और बस स्टाप नहीं होगा। 100 वाहनों से अधिक के पार्किंग स्थल बनाने के लिए नगरीय निकायों को प्राधिकरण से अनुमति लेनी होगी। राष्ट्रीय शहरी परिवहन नीति के तहत मप्र सरकार ने पार्किंग नीति बनाई है। इसमें सड़कों के किनारे लगने वाली पार्किंग को पूर्णत: प्रतिबंधित किया गया है। बहुमंजिला भवन बनाते समय पार्किंग के लिए स्थान आरक्षित भवन अनुज्ञा के ले आउट में निजी पार्किंग के लिए स्थान सुनिश्चित किया जाएगा। मप्र सरकार पार्किंग स्थलों से राजस्व बढ़ाने की नीति पर काम कर रहा है। ऐसे में निजी वाहनों के लिए निश्शुल्क पार्किंग का चलन खत्म होगा। नगरीय निकायों के पास मट की कमी होने से भीड़-भाड़ वाले इलाकों में पीपीपी मोड पर मल्टी स्टोरी पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त कई बाजारों को पार्क एंड राइड फैसिलिटी से जोड़ा जाएगा, जिसके तहत बाजारों में निजी वाहनों के प्रवेश बंद किया जाएगा। नागरिकों को पार्किंग में वाहन पार्क करने के बाद साइकिल, ई-साइकिल, ई रिक्शा आदि सुविधाएं मिलेंगी जिससे वे आ जा सकें।
सड़क पर वाहन खड़ा तो खाते से कट जाएगा जुर्माना
पार्किंग नीति लागू होने के साथ ही इसके लिए एक एप्लीकेशन भी बनाई जाएगी। बिना पार्किंग वाले स्थानों पर गाड़ी खड़ा करने पर कोई व्यक्ति उसका फोटो खींचकर एप में अपलोड करता है तो अपने आप वाहन चालक का चालान कट जाएगा। इससे जो भी राजस्व प्राप्त होगा, उसका उपयोग पार्किंग व्यवस्था के लिए किया जाएगा। यही नहीं पार्किंग स्थलों पर महिला एवं दिव्यांग के लिए अलग से स्थान आरक्षित रहेगा। बड़े पार्किंग स्थलों में इनके वाहन खड़ा करवाने के लिए कुशल कर्मचारी तैनात रहेंगे। यहां सुलभ शौचालय, पीने के पानी और डिजिटल भुगतान की सुविधा रहेगी। पार्किंग नीति में वाहनों की सुरक्षा भी तय रहेगी। ऐसे में पार्किंग संचालनकर्ता को सीसीटीवी समेत अन्य सुरक्षा के संसाधनों का उपयोग करना होगा।
इन स्थानों पर बनाई जाएगी पार्किंग
नीति में इस बात पर जोर दिया गया है कि लोगों को पार्क एंड राइड की सुविधा मिल सके। यानी घर से बाजार या कार्यस्थल तक जाने पर बस स्टॉप या मेट्रो स्टेशन के पास ही वाहन पार्क हो सके। वहीं अतिआवश्यक सेवाओं जैसे अस्पताल, फायर स्टेशन और बिजली कार्यालयों के प्रवेश व निकासी द्वार से 20 मीटर दूर ही पार्किंग बनाई जाएगी, जिससे यातायात प्रभावित न हो।