अनुषांगिक संगठनों के साथ मिशन 2024 की रणनीति बनाएगा संघ

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संघ की समन्वय बैठक में होगा आगामी कार्ययोजना पर चिंतन-मंथन

भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानी आरएसएस की समन्वय बैठक इस बार छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में होने वाली है। संघ ने यह प्लानिंग अगले वर्ष 2024 में लोकसभा चुनावों के मद्देनजर की है। कहा जा रहा है कि बैठक से भाजपा मतदाताओं के बीच पकड़ बढ़ाने की रणनीति पर चिंतन-मंथन करेगा। इस अवसर पर अपने 37 अनुषांगिक संगठनों के 200 से अधिक पदाधिकारियों की उपस्थिति में संघ मिशन 2024 की रणनीति बनाएगा।
 संघ की समन्वय बैठक 10 से 12 सितंबर तक छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में होगी। इसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, संगठन मंत्री बीएल संतोष भी मौजूद रहेंगे। बैठक में लोकसभा चुनाव के साथ ही इस साल होने वाले हिमाचल प्रदेश और गुजरात में विधानसभा चुनाव तथा अगले साल छत्तीसगढ़ सहित राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, त्रिपुरा में होने वाले विधानसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन किया जाएगा। इस समन्वय बैठक में इन चुनाव की तैयारियों पर चर्चा होगी।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर भी  नजर
भाजपा और देश के सामने नई चुनौती के साथ सियासी उठा पटक के बीच राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर भी संघ की नजर ठिकना लाजमी है। संघ 2025 में अपनी स्थापना के 100 साल पूरे करने से पहले 2024 लोकसभा चुनाव में एक बार फिर भाजपा को केंद्र की सत्ता में लाने की रणनीति पर काम पहले ही शुरू कर चुका है। राज्यों के आॅपरेशन लोटस के बावजूद भाजपा में अंदरूनी उठापटक भी किसी से छुपी नहीं है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भाजपा संघ की समन्वय बैठक से पहले केंद्र सरकार में नंबर दो गृह मंत्री अमित शाह का दौरा हो चुका है, जो पहले ही मध्यप्रदेश और राजस्थान की नब्ज भी टटोल चुके हैं । अजय जामवाल जिन्हें क्षेत्रीय संगठन महामंत्री का दायित्व संघ द्वारा सौंपा गया वह मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में पिछले कई दिनों से सक्रिय है। मध्यप्रदेश में चुनाव को लेकर सत्ता और संगठन दोनों में अनिश्चितता का माहौल व्याप्त है। पिछले दिनों ज्योतिरादित्य सिंधिया की इंदौर दौरे के दौरान राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के आवास पर एक पारिवारिक मुलाकात यदि सुर्खियां बनी तो प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का विजयवर्गीय के साथ कदमताल ने भी चौकाया। इस बीच प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का दिल्ली द्वारा भी चर्चा का विषय बना जो अमित शाह के भोपाल दौरे के बाद दिल्ली पहुंच गए थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जो अमित शाह के दौरे के वक्त से ही मध्य प्रदेश के कई जिलों में आई बाढ़ की समस्या के समाधान के लिए खुद वल्लभ भवन से लेकर प्रभावित क्षेत्रों में मोर्चा संभाले हुए हैं। शिवराज सिंह चौहान की दिल्ली दौरे के दौरान कल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा से मुलाकात की है।
भाजपा पेश करेगी अपनी रणनीति
सूत्रों का कहना है कि समन्वय बैठक में भाजपा बताएगी कि किस राज्य में उसकी क्या स्थिति है, क्या मुद्दे रहेंगे। संघ के अलग-अलग संगठनों की तरफ से किस तरह की मदद मिल सकती है, इस पर भी बात होगी। संघ के एक पदाधिकारी ने कहा कि समन्वय बैठक हर साल होती है। इसमें चर्चा के दौरान हर संगठन एक दूसरे के कामों के बारे में जानता है और अपना फीडबैक भी देता है। संघ के संगठन हर क्षेत्र में काम कर रहे हैं। हर क्षेत्र के लोगों की सरकार से अलग-अलग अपेक्षा होती है। उनकी अपनी जरूरतें और अपनी दिक्कतें होती हैं। समन्वय बैठक के जरिए संघ परिवार के सभी संगठनों को हर क्षेत्र के बारे में जानकारी मिलती है। कहां क्या चुनौतियां हैं इस पर भी बात होती है।
संघ प्रमुख के नेतृत्व में बैठक
भाजपा नेतृत्व द्वारा राज्यों में 2024 की नई जमावट की कवायद के बीच संघ ने समन्वय बैठक बुलाई है। सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत की मौजूदगी में तीन दिवसीय बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष खासतौर से मौजूद रहेंगे। जहां नवागत मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के क्षेत्रीय सह संगठन महामंत्री अजय जमवाल पिछले कई दिनों से डेरा डाले हुए हैं। इस बैठक में संघ परिवार के 37 वैचारिक अनुषांगिक संगठनों के करीब 200 से ज्यादा अखिल भारतीय पदाधिकारी पदाधिकारी आगामी कार्य योजना पर चिंतन मंथन करेंगे।

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