मध्यप्रदेश में ओबीसी आरक्षण के मकड़जाल में फंसे बेरोजगार

 ओबीसी आरक्षण
  • पुरानी परीक्षा का परिणाम अटका, नई के लिए भी करना होगा हाईकोर्ट के फैसले का इंतजार …

भोपाल/विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम। ओबीसी के 27 फीसदी आरक्षण का मामला इस कदर अटका हुआ है कि इसके कारण बेरोजगारों का भविष्य अंधकार में फंस गया है। ओबीसी आरक्षण का फैसला नहीं हो पाने के कारण मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग (एमपीपीएससी) की पूर्व भर्ती परीक्षाओं का रिजल्ट अभी अटका हुआ है कि सात और भर्ती निकाल दी है। इससे परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यार्थी असमंजस में फंसे हुए हैं कि वे परीक्षा फॉर्म भरें या नहीं।  गौरतलब है कि एमपीपीएससी ने एक महीने के भीतर (27 जून से 29 जुलाई तक) 556 पदों के लिए 7 भर्ती निकाल दी हैं।  लेकिन, 2019 के इंटरव्यू सहित 2020 की मुख्य परीक्षा का रिजल्ट और 2021 की प्रारंभिक परीक्षा के रिजल्ट अटके हुए हैं।  एमपीपीएससी फरवरी 2019 के बाद किसी भी परीक्षा का अंतिम रिजल्ट घोषित नहीं कर सका है।  इसमें इंजीनियरिंग सेवा, वन सेवा, डेंटल सर्जन सर्विस, कृषि और सामाजिक न्याय विभाग सहायक संचालक भर्ती परीक्षा के रिजल्ट भी अटके हुए हैं।  इनके माध्यम से करीब 1300 पदों पर भर्तियां की जानी है।  पीएससी के चेयरमैन प्रो. राजेश लाल मेहरा का कहना है कि ओबीसी आरक्षण को लेकर हाईकोर्ट में प्रकरण विचाराधीन है। शासन जो रिक्वायरमेंट हमें भेज रहा है, उसके अनुसार भर्ती निकाली जा रही। नई भर्तियों की परीक्षाएं तो होंगी, लेकिन रिजल्ट हाईकोर्ट के फैसले के अधीन रहेंगे। जो भी फैसला होगा उसके अनुसार आरक्षण लागू कर रिजल्ट घोषित किया जाएगा। राज्य शासन ने ओबीसी आरक्षण 14 से बढ़ाकर 27 फीसदी किया है। इसे उम्मीदवारों ने हाईकोर्ट में चुनौती दी है।
नई भर्तियों की भरमार: प्रदेश में एक तरफ राज्य प्रशासनिक सेवा के रिजल्ट 3 साल से अटके, वहीं अब कई पदों पर नई भर्ती निकाली गई है। मेडिकल विशेषज्ञ पद के लिए अनारक्षित के 43, एससी के 26, एसटी के 32, ओबीसी के 43, ईडब्ल्यूए के 16 को मिलाकर 160 पदों पर भर्ती की जाएगी। 12 अगस्त से 11 सितंबर तक ऑनलाइन फार्म जमा होंगे। श्रम विभाग के अंतर्गत बीमा पदाधिकारी द्वितीय श्रेणी के पद के लिए एससी 4, एसटी के 23, ओबीसी के 42 पदों पर भर्ती की जाएगी। इसके लिए आवेदन 12 अगस्त से 11 सितंबर तक जमा किए जाएंगे। उच्च शिक्षा विभाग के असिस्टेंट रजिस्ट्रार पद के लिए अनारक्षित के 4, एससी के 2, एसटी के 3 और ईडब्ल्यूएस के एक पद पर भर्ती की जाएगी। आवेदन से 6 से 25 अगस्त तक जमा होंगे। इसके अलवा सिस्टम एनालिस्ट के 3 पदों पर आवेदन प्रक्रिया जारी है। स्त्री रोग विशेषज्ञ पद के लिए अनारक्षित के 41, एससी के 25, एसटी के 31 और ओबीसी के 41 व ईडब्ल्यूएस के 15 पद के लिए भर्ती की जाएगी। इसके लिए आवेदन शुरू हो चुके हैं, जो 1 सितंबर 2022 तक जमा होंगे। अस्थि रोग विशेषज्ञ के लिए अनारक्षित के 15, एससी के 9, एसटी के 12, ओबीसी के 15 और ईडब्ल्यूएस के 6 पदों पर भर्ती होगी। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन 16 अगस्त से शुरू होंगे। जबकि आवेदन की आखिरी तारीख 15 सितंबर है। एनेस्थीसिया विशेषज्ञ के लिए अनारक्षित के 26, एससी के 15, एसटी के 19, ओबीसी के 26 और ईडब्ल्यूएस 7 कैटेगरी के 10 पद के लिए भर्ती की जाएगी। आवेदन 17 अगस्त से 16 सितंबर तक जमा होंगे।
इस साल अब तक एक भी नई भर्ती परीक्षा नहीं
 प्रदेश में बेरोजगार युवाओं को सरकारी विभागों में नौकरी के अवसर नहीं मिल पा रहे हैं।, प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी- जो अब कर्मचारी चयन बोर्ड हो गया है) ने इस साल अब तक एक भी नई भर्ती परीक्षा आयोजित नहीं कराई है। साल 2022 की पहली भर्ती परीक्षा 2557 पदों के लिए 24 सितंबर से होगी। समूह-3 सब इंजीनियर, टाइम कीपर जैसे पदों के लिए सोमवार से परीक्षा फॉर्म ऑनलाइन जमा होंगे, आवेदन की अंतिम तारीख 16 अगस्त है। इसके अलावा एक अन्य भर्ती परीक्षा 6 और 7 अगस्त को होनी थी, जिसे पीईबी ने टाल दिया है। यह परीक्षा अब अक्टूबर में होना प्रस्तावित है। यह परीक्षा, समूह-1 उप समूह-1 के तहत जिला वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी, प्रबंधक पदों के लिए और समूह 2 उप समूह-1 के तहत ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी एवं सहायक गुणवत्ता नियंत्रक के पदों के लिए होगी। इन दोनों  परीक्षाओं को मिलाकर पीईबी ने इस साल 11 भर्ती परीक्षाएं कराने का प्लान तैयार किया है। 2021 इस वर्ष पीईबी ने एक भी भर्ती परीक्षा आयोजित नहीं की। हालांकि सरकारी स्कूलों में प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती हो सके, इसलिए पात्रता परीक्षा- 2020 जरूर आयोजित हुई। लेकिन शासन द्वारा प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती के लिए कोई पद जारी नहीं किए गए। इसके अलावा वर्ष 2020 में विज्ञापित तीन भर्ती परीक्षाएं (समूह 05, समूह-2 और कृषि विभाग के पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा) दोबारा से कराई गईं।

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