हर घंटे सीखो कमाओ योजना में आ रहे हैं दो हजार आवेदन

सीखो कमाओ योजना

इस योजना पर भी लाड़ली बहना योजना की तरह रहेगा सरकार का फोकस

विनोद उपाध्याय/बिच्छू डॉट कॉम। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के पोर्टल के शुभारंभ के बाद हर घंटे में औसतन रूप से दो हजार आवेदन आ रहे हैं। शुरुआती तीस घंटे में ही 60 हजार आवेदन आ गए थे।  इसमें सबसे ज्यादा आवेदन रीवा जिले से 3139 आए है। गौरतलब है कि  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भोपाल में एक कार्यक्रम में योजना का पोर्टल एमएमएसकेवाय. एमपी. जीओवी लांच किया था। इसमें 10 हजार 739 प्रतिष्ठानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। जहां करीब 37 हजार प्रशिक्षण की रिक्तियां है। इसके लिए अब तक करीब 60 हजार युवाओं ने आवेदन किया है। सरकार ने 1 अगस्त से युवाओं का प्रशिक्षण शुरू करने की तैयारी की है। इसके पहले सरकार, प्रतिष्ठान और युवाओं के बीच अनुबंध शुरू होगा। इसको लेकर सरकार ने अभी कोई तारीख तय नहीं की  है।
सबसे कम अलीराजपुर से आए आवेदन
योजना में 30 घंटे में प्रशिक्षण के लिए बड़ी संख्या में युवाओं ने आवेदन किया है। इसमें रीवा से सबसे अधिक 3139 आवेदन आए है। वहीं, अलीराजपुर से सबसे कम 183 आवेदन आए है। इसके अलावा भोपाल से 1980, बालाघाट से 1209, भिंड से 1122, छतरपुर से 1695, छिंदवाड़ा से 1297, दमोह से 1964, गुना से 1314, ग्वालियर से 1968, होशंगाबाद से 1067, इंदौर से 1176, जबलपुर से 2156, कटनी से 1205, मंदसौर से 1396, मुरैना से 1354, नरसिंहपुर से 1457, रायसेन से 1189, राजगढ़ से 1391, सागर से 2854, सतना से 2651, सीहोर से 1588, सिवनी से 1143, शहडोल से 1013, शिवपुरी से 1443, सिधी से 1167, टीकमगढ़ से 1087, उज्जैन से 1411 और विदिशा से 1647 आवेदन आए है। इसके अलावा बाकी जिलो से 1 हजार से कम आवेदन अब तक मिले है।
20 राज्यों के प्रतिष्ठानों ने दिखाई रुचि
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में 20 राज्यों के प्रतिष्ठानों ने रुचि दिखाई है। इसमें महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हरियाणा, उत्तराखंड, कर्नाटक, पंजाब, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, तेलंगाना, ओडिया, आंध्र प्रदेश, बिहार, आसाम, हिमाचल प्रदेश, केरल, झारखंड, दादर एंड नागर हवेली, गोवा और जम्मू एंड कश्मीर के प्रतिष्ठान शामिल है।
यह है योजना के लिए पात्रता
योजना में करीब 700 से अधिक कोर्सेस में प्रशिक्षण दिया जाएगा। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में 18 से 29 वर्ष आयु तक के मध्य प्रदेश के स्थानीय निवासी पात्र हैं। योजना में 12वीं पास को 8 हजार प्रतिमाह, आईटीआई उत्तीर्ण को 8500 प्रतिमाह, डिप्लोमा उत्तीर्ण को 9000 हजार प्रतिमाह, ग्रेजुएशन या उच्च उत्तीर्ण को 10 हजार प्रतिमाह रुपए मानदेय दिया जाएगा। कोर्सेस का प्रशिक्षण का समय तीन माह से एक साल तक का है।
दूसरे राज्यों के प्रतिष्ठानों को आकर्षित करने कार्यशाला
प्रदेश सरकार के कौशल विकास विभाग और भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) के साथ बीते रोज  दिल्ली में फिक्की हाउस में एक कार्यशाला आयोजित की गई। वहीं, आज शुक्रवार को  कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) के साथ मध्य प्रदेश भवन में कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इसका उद्देश्य सीखो कमाओ योजना में ज्यादा से ज्यादा दूसरे राज्यों के बड़े प्रतिष्ठानों को शामिल कराना है। ताकि प्रदेश के युवाओं को दूसरे राज्यों की बड़ी कंपनियों में भी प्रशिक्षण के अवसर बढ़ सके। इस कार्यशाला में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वीसी के माध्यम से विभिन्न प्रतिष्ठानों से चर्चा करेंगे।

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