बिजली कंपनी ने बैंक खातों से लेनदेन पर लगाई रोक
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम
बिजली के बिलों की वसूली को लेकर बिजली कंपनियां सख्त हो गई हैं। इसका परिणाम है कि चाहे सरकारी संस्थाना हो या फिर किसान सभी से बकाया बिल वसूलने के लिए तरह-तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। एक तरफ जहां नगरीय निकायों से बिल की वसूली के लिए उन्हें मिलने वाली चुंगी क्षतिपूर्ति की राशि का उपयोग सरकार कर रही है तो वहीं बिजली कंपनियों ने सहकारी बैंकों में किसानों के खातों से लेनदेन पर रोक लगा दी है। इसी तरह की रोक मंदसौर जिले में भी लगा दी गई है। इस जिले में बिजली कंपनी बकायादार किसानों की संख्या 27 हजार 737 सामने आयी है। इनसे बिजली कंपनी को बिल के रूप में 12 करोड़ रुपए की राशि वसूल करना है। इसके साथ ही बीते 2 माह में 1850 कनेक्शन काटे जा चुके हैं। बैंकों के जरिए 1240 किसानों के खातों से लेन-देन रोकने की प्रक्रिया भी कर दी गई ताकि वे कंपनी के बकाया बिल की राशि के भुगतान करने को मजबूर हो सकेें। इसके अलावा जो लंबे समय से बकायादार हैं उनके खिलाफ कोर्ट के जरिए संपत्ति कुर्की जैसी कार्रवाई की भी तैयारी की है। अधिकारियों का कहना है नोटिस देने के बाद भी अधिकांश बकायदारों ने राशि नहीं चुकाई। 8 से 10 बार संबंधित क्षेत्र के लाइनमैन के जरिए सूचना तक भिजवा चुके हैं। इधर बिजली कनेक्शन न होने से रबी सीजन की खेती में भी किसानों को परेशानी आना तय है। मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के जिले में घरेलू, कमर्शियल, औद्योगिक, कृषि जैसी सभी प्रकार की श्रेणी मिलाकर 3 लाख से अधिक बिजली कनेक्शन हैं। इनमें से केवल कृषि कनेक्शन वाले किसानों की तादाद 1 लाख 15 हजार है। कंपनी ने पिछले दिनों ही जिले के पांचों विकासखंडों मंदसौर, सीतामऊ, मल्हारगढ़, गरोठ व भानपुरा स्थित केंद्रों के बकायादारों की सूची निकाली थी। इसमें सामने आया था कि 6 माह से लेकर 3 साल तक की अवधि में जिले में 27 हजार 737 किसानों ने बिजली बिलों का भुगतान नहीं किया। ये बकाया राशि 12 करोड़ रुपए से अधिक हो चुकी है। कंपनी ने प्रारंभिक तौर पर 1890 कनेक्शन काट दिए हैं।
सहकारी बैंक में ही हजारों डिफॉल्टर
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मंदसौर-नीमच जिले में डिफॉल्टरों की तादाद 36,754 है। इनमें से 9012 किसान तो खरीफ सीजन 2023-24 में ही डिफॉल्टर हुए हैं। ये 30 अप्रैल तक 67.74 करोड़ की राशि नहीं चुका सके थे।
सिवनी में भी आठ सौ खातों पर रोक
इसी तरह से मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के सिवनी वृत अंतर्गत 10 हजार से ज्यादा विद्युत बिल की राशि के बकायादारों के बैंक खाते की जानकारी कम्पनी ने जुटाकर 800 से ज्यादा बैंक खाते सीज कराए हैं। जिन बकायादारों के बैंक खाते सीज हो चुके हैं, वे बिना बिजली के बकाया बिल का भुगतान किए खातों से राशि का आहरण नहीं कर सकेंगे। बिजली कम्पनी सिवनी संभाग में ही तीन साल से विद्युत बिलों का भुगतान नहीं करने वाले तीन हजार उपभोक्ता हैं, जिन पर कम्पनी का एक करोड़ रूपए बाकी है। कम्पनी के कर्मी इनको बकाया राशि भुगतान के लिए नोटिस दे चुके हैं, लेकिन राशि जमा नहीं कराई जा रही है। इसके अलावा छह महीने से ज्यादा पुराने 10 हजार से ज्यादा घरेलू, व्यवसायिक और कृषि पम्प के उपभोक्ता हैं, इनका भी भुगतान बाकी है।