- मध्यप्रदेश के पर्यटन उद्योग में आने लगा बूम…
भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। कोरोना महामारी से निपटने के बाद देश अब मास्क फ्री हो गया है। ऐसे में एक बार फिर से पर्यटन स्थलों पर रौनक होने लगी है। इस विंटर सीजन में मप्र समेत देशभर के टूरिस्ट स्पॉट अभी से गुलजार होते दिखने लगे हैं।
पर्यटन स्थलों के होटल्स और फ्लाइट्स में बुकिंग लगभग फुल हैं। दो साल में हुए टूरिज्म सेक्टर की नुकसान की भरपाई करने के लिए टूर आॅपरेटर्स ने भी कमर कस ली है और वे टूरिस्ट्स को एक से बढ़कर एक आॅफर्स दे रहे। हैं। यही नहीं टूरिस्ट्स ने भी विंटर वेकेशन और नए साल के सेलिब्रेशन के लिए बुकिंग कर ली है और जिन्होंने नहीं की है, वो प्लान कर रहे हैं। पिछले दो सालों से कोरोना के डर की वजह से अपने घरों में कैद रहे लोग इस बार विंटर्स को जमकर एंजॉय करने वाले हैं। टूर ऑपरेटर्स के अनुसार मध्यप्रदेश में जहां इस बार महाकाल कॉरिडोर देशी और विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगा, वहीं देश के अंदर सबसे ज्यादा डिमांड गोवा, केरल, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, कश्मीर और उत्तराखंड की बफीर्ली वादियां हैं। विदेशों में सबसे ज्यादा डिमांड दुबई, सिंगापुर, मलेशिया, मालदीव और थाईलैंड की डिमांड है।
महाकाल कॉरिडोर सबसे आकर्षण का केंद्र
मप्र के सैलानियों के लिए ही नहीं, पूरे भारत के सैलानियों और विदेशी टूरिस्ट्स के लिए इस बार महाकाल कॉरिडोर सबसे आकर्षण का केंद्र बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 11 अक्टूबर को शुभारंभ किए गए इस कॉरिडोर में भगवान शिव और उनसे संबंधित घटनाओं की कुल 200 मूर्तियां स्थापित की गई हैं। इसके अलावा हर साल की तरह मांडू, महेश्वर, ओरछा, खजुराहो और पचमढ़ी पर्यटकों के लिए हॉट डेस्टिनेशन बने हुए हैं। इसके अलावा कान्हा और बांधवगढ़ के साथ चीते आ जाने के बाद इस बार कूनो अभ्यारण्य भी लोगों की पंसद बना हुआ है। इन स्थानों पर काफी बुकिंग हो चुकी हैं और अभी भी लगातार क्वेरीज आ रहीं हैं। एमपी टूरिज्म और एमपी ईको टूरिज्म ने पिछले दो साल से कोरोना के कारण आई पर्यटकों की कमी को इस पर्यटक बार पूरा करने की कमर कसी हुई है और कई टूर क्वेरीज पैकेज तैयार किए हैं।
सबसे ज्यादा बुकिंग इस समय गोवा की
कोरोना के बाद इस बार टूरिज्म में ओवरऑल बूम है। हर इंसान ट्रेवल करने के लिए तैयार है। रेल, फ्लाइट के टिकट बढ़ चुके हैं, होटलों में स्टे और लंच, डिनर भी महंगे हो चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद लोग बाहर जाने को तैयार हैं। लोगों का कहना है कि दो साल तक हम घर से बाहर नहीं निकले, तो इस मौके को छोड़ना नहीं चाहते। टाई के पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य सुनील नोतानी का कहना है कि सबसे ज्यादा बुकिंग इस समय गोवा की है और उसके बाद केरल की। इसके अलावा राजस्थान, गुजरात, हिमाचल की ओर पर्यटक रूख कर रहे हैं। विदेशों में दुबई टॉप पर है। इसके बाद सिंगापुर, थाईलैंड, मालदीव की की डिमांड है और लगातार क्यूरीज आ रही हैं।
टूरिस्ट्स के लिए विशेष व्यवस्था
भारत का हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश हमेशा से ही टूरिस्ट्स को अपनी ओर आकर्षित करते रहा है। कोरोना के कारण दो साल तक टूरिज्म सेक्टर काफी प्रभावित रहा, लेकिन अब वापस इस सेक्टर में बूम आ रहा है। एमपी टूरिज्म ने विंटर वेकेशन और नए साल को ध्यान में रखते हुए टूरिस्ट्स के लिए विशेष व्यवस्था की है। मप्र टूरिज्म के अफसरों का कहना है की हनुवंतिया टापू में 28 जनवरी तक लोग वॉटर, एयर एडवेंचर एक्टिविटी के साथ सांस्कृतिक गतिविधियों को लुत्फ उठा सकेंगे। पचमढ़ी, महेश्वर, मांडू, मढ़ई, तवा नगर, सैलानी आइलैण्ड, ओंकारेश्वर, अमरकंटक, कान्हा, पेंच, पन्ना, बांधवगढ़ नेशनल पार्क्स सहित अन्य पर्यटन स्थलों के लिए क्वेरीज आ रही हैं और कई पर्यटन स्थलों पर स्थित निगम की होटल्स और रिसॉर्टस में बुकिंग भी हो चुकी है। साथ ही इस बार उच्जैन में स्थित महाकाल लोक भी सभी के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। भोपाल की मिसेज इंडिया निमिषा सक्सेना ने बताया कि कोरोना के कारण दो साल से कहीं बाहर नहीं जा सकी थीं, जैसे ही सब नार्मल सबसे पहले कश्मीर घूम कर आए हैं। नए साल की भी प्लानिंग कर ली है। फैमिली के साथ गोवा जाने का प्लान बनाया है। भले ही इंडिया मास्क फ्री हो चुका है, लेकिन सावधानी में ही सुरक्षा है, इसलिए टूर के दौरान पूरी सावधानी बरतेंगे। मप्र एड्स कंट्रोल सोसायटी में असिस्टेंट डायरेक्टर मोनल सिंह ने बताया कि कोरोना के कारण मेरा बेटा आस्ट्रेलिया से नहीं आ पाया था, लेकिन पिछले सप्ताह ही वह वापस आया है। अब चूंकि कोरोना लगभग खत्म हो गया है। और सभी बंदिशें भी हट गई हैं तो हमने नए साल में कश्मीर की टिकट बुक कराई है। हम लोगों का नए साल में स्नोफॉल देखने का बहुत मूड है, इसलिए हमने कश्मीर का प्लान बनाया है।