आज प्रदेश में राज्यसभा की तस्वीर होगी साफ

  • कांग्रेस घोषित करेगी उम्मीदवार…
  • गौरव चौहान
राज्यसभा

राज्यसभा के लिए कल नामांकन की आखिरी तारीख है। मप्र की पांच सीटों में से एक सीट कांग्रेस के खाते की है। सूत्रों का कहना है कि इसके लिए एक अनार सौ बीमार वाली स्थिति है। यानी पार्टी में घमासान के हालात हैं।   इस कारण पार्टी अभी तक उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं कर पाई है। जहां तक दावेदारों का सवाल है तो पार्टी का हर नेता राज्यसभा जाना चाहता है। इस दौड़ में कमलनाथ, अजय सिंह, जीतू पटवारी, अरुण यादव, कमलेश्वर पटेल सहित एक दर्जन नेता शामिल हैं। हालांकि कमलनाथ और जीतू पटवारी ने दावेदार होने से इंकार किया है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी आज हर हाल में प्रत्याशी की घोषणा कर देगी।
गौरतलब है कि प्रदेश कांग्रेस ने पत्र लिखकर सोनिया गांधी से मप्र से राज्यसभा जाने का आग्रह किया था, लेकिन आज उन्होंने राजस्थान से नामांकन कर दिया है। ऐसे में दावेदारों को आशा की किरण नजर आने लगी है। गौरतलब है कि विधानसभा में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस का हर बड़ा नेता अब चुनाव में खड़ा होने से कतराने लगा है। इसलिए नेताओं की कोशिश है की राज्यसभा के माध्यम से वह संसद पहुंच जाए। इसके लिए लगभग सभी दिग्गज नेता इस कोशिश में लगे हुए हैं कि राज्यसभा के लिए उनका नाम घोषित किया जाए। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधायकों को डिनर पर बुलाया तो कहा गया कि यह राज्यसभा के लिए आम सहमति बनाने की कोशिश है।  लेकिन उसमें भी राज्यसभा प्रत्याशी को लेकर कोई खास चर्चा नहीं हुई। अब समय नहीं है, इसलिए राज्यसभा के लिए कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा कभी भी हो सकती है।
कमलनाथ और जीतू का इंकार….
गौरतलब है कि प्रदेश में हवा चल रही है कि कमलनाथ दिल्ली जाने की तैयारी कर रहे हैं। कमलनाथ दिल्ली में सोनिया गांधी से मिले तो इसे उनके राज्यसभा जाने की मुहिम से जोड़ दिया गया। विधायकों को डिनर पर बुलाया तो ऐसी चर्चा को और बल मिला। कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने राज्यसभा जाने के बारे में सोचा तक नहीं। दूसरी तरफ जीतू पटवारी ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर उनसे आग्रह किया था कि वे मप्र से राज्यसभा जाएं। माना गया कि जीतू ने कमलनाथ को रोकने के लिए यह चाल चली। बाद में जीतू ने भी कह दिया कि वे राज्यसभा के लिए दावेदार नहीं हैं। इस बीच पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने जरूर मीडिया से बातचीत में कह दिया कि वे भी दावेदार हैं। कमलनाथ भी दावेदार हैं और कई अन्य नेता भी। सभी को पार्टी नेतृत्व के फैसले का इंतजार है। वहीं पिछड़े वर्ग के कांग्रेस नेता राजमणि पटेल का कार्यकाल पूरा होने के कारण राज्यसभा सीट खाली हो रही है। इसलिए उम्मीद की जा रही है कि कांग्रेस से किसी पिछड़े वर्ग के नेता को ही मौका मिलेगा। मुख्यमंत्री भी इस वर्ग के डॉ. मोहन यादव हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी इस समय पिछड़ों की राजनीति करते हुए इस वर्ग की जनगणना का मुद्दा उठा रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस अरुण यादव, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल या किसी अन्य पिछड़े वर्ग के नेता को राज्यसभा भेज सकती है।
सभी को एक साथ रहने की सीख
राज्यसभा के लिए मची दौड़ के बीच कमलनाथ की डिनर डिप्लोमेसी भी चर्चा में है। इस डिनर डिप्लोमेसी के कई मायने निकाले जा रहे हैं। पहली बात राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस आलाकमान दिल्ली में बैठक कर रहा है। अंदर खाने की खबर है कि डिनर के दौरान, ही विधायकों से कागज पर एकजुटता के लिए साइन कराए गए है। यानी कि विधायकों पर भी दबाव बनाने की कोशिश की गई है कि आखिर राज्यसभा के लिए जिसका नाम पार्टी तय करेगी, वोट उन्हें ही विधायक करेंगे। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के सभी 66 विधायक कमलनाथ के बंगले पहुंचे और सभी ने साथ डिनर किया। वहीं प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने डिनर के बाद कहा कि कमलनाथ ने डिनर में सभी को एक साथ रहने की सीख दी है। साथ ही राज्यसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा हुई। जल्दी ही नाम तय होगा। वहीं नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि वरिष्ठ नेता हैं कमलनाथ, वे पूर्व मुख्यमंत्री रहे है, इसलिए शिष्टाचार के नाते उन्होंने डिनर पर बुलाया है। सिवनी से विधायक मधु भगत से पूछा गया कि अगर आपको राज्यसभा के लिए किसी का नाम सजेस्ट करने को कहा जाए तो किसका करेंगे। इस पर उन्होंने कहा कि मैं कमलनाथ जी से जुड़ा हूं मैं चाहूंगा कि वह जाएं। कांग्रेस विधायक सोहनलाल वाल्मीकि बोले आलाकमान को इस बात का फैसला लेना है। वाल्मीकि ने कहा कि कमलनाथ सीनियर नेता हैं, वह अक्सर ऐसे आयोजन करते रहते हैं। डिनर पर अहम विषयों पर चर्चा की जाएगी। अगर कमलनाथ को प्रत्याशी बनाया जाता है तो हम उनके साथ हैं।
भाजपा ने घोषित कर दिए उम्मीदवार
भाजपा ने राज्यसभा के लिए अपने चारों प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। केंद्रीय मंत्री डॉ.एल मुुरुगन मप्र से फिर राज्यसभा जाएंगे। भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष माया नारोलिया राज्यसभा जाएंगी। साथ ही किसान नेता वंशीलाल गुर्जर और उमेश नाथ महाराज भी राज्यसभा जाएंगे। भाजपा के चारों राज्यसभा प्रत्याशी कल गुरुवार को नामांकन दाखिल करेंगे। वहीं इधर कांग्रेस भी आज राज्यसभा के लिए अपने प्रत्याशी घोषित कर सकती है।

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