पुलिस में कांस्टेबल बनने के लिए युवाओं को करना होगा लंबा इंतजार

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  • पिछली बार वर्ष 2017 में हुई थी पुलिस कांस्टेबल की भर्ती, उसके बाद से व्यापम ने परीक्षा नहीं करवाई…

    भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम।
    एक ओर जहां प्रदेश में बेरोजगारों युवाओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है वहीं भर्ती के लिए परीक्षाएं नहीं होने की वजह से युवाओं में आक्रोश पनप रहा है। ऐसा ही एक मामला पुलिस कांस्टेबल की भर्ती परीक्षा का भी है।
    दरअसल पुलिस कांस्टेबल बनने के लिए युवाओं का इंतजार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने पहले इसकी भर्ती के लिए इस साल दो मार्च और उसके बाद चार अप्रैल का शेड्यूल जारी किया था। वहीं अब नवंबर में परीक्षा कराने का शेड्यूल जारी किया है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में पिछले चार साल से पुलिस कांस्टेबल पद पर नौकरी पाने के लिए लगभग पौने तेरह लाख आवेदक प्रवेश परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं।
    पिछली बार वर्ष 2017 में पुलिस कांस्टेबल की भर्ती हुई थी। उसके बाद से व्यापम ने परीक्षा नहीं करवाई है। बता दें कि चार हजार पदों के लिए जितने आवेदन मिले हैं, उसके हिसाब से एक पद पर 317 दावेदार हैं। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड इस साल छह मार्च को परीक्षा की तारीख घोषित की थी  इसके बाद छह अप्रैल और अब जो शेड्यूल जारी किया गया है उसके अनुसार परीक्षा अक्टूबर-नवंबर में होगी। वहीं आवेदकों का कहना है कि यदि उस समय भी कोरोना संक्रमण का दौर रहा तो परीक्षा की तारीख फिर आगे बढ़ सकती है। हाल ही में बेरोजगार युवाओं ने भोपाल में बड़ा प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में शामिल हुए मूवमेंट अगेंस्ट अन-इंप्लॉयमेंट के प्रमुख के मुताबिक पहले तो चार साल से परीक्षा नहीं हुई है। वहीं बुधवार को आंदोलन में शामिल हुए तो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आवेदकों में इस बात को लेकर काफी नाराजगी है। एक आवेदक प्रमोद नामदेव बताते हैं कि सरकार ने पहले बाईस हजार पदों की घोषणा की थी लेकिन भर्ती के लिए सिर्फ चार हजार पद ही निकाले। बाकी बचे 18 हजार की याद दिलाने जब सरकार के पास गए तो पुलिस को सामने खड़ा कर दिया।
    सरकार की मंशा पर है शक
    यही नहीं कुछ आवेदकों का कहना है कि जब एमपीपीएससी सहित अन्य परीक्षाएं हो रही हैं तो फिर कांस्टेबल परीक्षा क्यों नहीं हो सकती। ऐसा लगता है कि सरकार की मंशा भर्ती परीक्षा कराने की है ही नहीं। परीक्षा कराने के लिए प्रदेश के 52 जिलों से अब तक चार हजार से ज्यादा आवेदन सरकार को भेजे जा चुके हैं। बावजूद  इसके सरकार का ध्यान भर्ती की परीक्षा कराने की तरफ नहीं है।
    फार्म बेचकर पीईबी ने कमाए करोड़ों
    प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड के शेड्यूल के मुताबिक पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा साल के अंत तक अक्टूबर-नवंबर में होगी। वहीं दिसंबर में प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा होना प्रस्तावित है। कांस्टेबल भर्ती परीक्षा भोपाल-इंदौर सहित 16 शहरों में होनी है। ज्ञात रहे कि बोर्ड ने इसके लिए आवेदन जनवरी में भरवाए थे। 15 फरवरी तक इसकी आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई थी। वहीं अब आवेदनों का कहना है कि अनारक्षित श्रेणी में एक आवेदन के सात सौ रुपए बोर्ड ने लिए हैं। यदि छह लाख आवेदक भी इस श्रेणी के हैं तो 42 करोड़ रुपए तो सरकार सिर्फ फॉर्म बेचकर ही कमा चुकी है।

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