कई माह से परेशान हो रहे हैं हजारों लोग पेंशन के लिए

पेंशन
  • विभिन्न कारणों से खातों में नहीं जा पा रही पेंशन की राशि

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में ऐसे हजारों लोग हैं, जो हर माह अपनी पेंशन का इंतजार करते हैं, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगती है। जब इस मामले की समीक्षा की गई तो पता चला कि ऐसे पेंसनर्श की संख्या कई हजारों में है। फिलहाल जिन पेंशनर्स को बीते नौ माह से पेंशन का इंतजार है, उनकी संख्या 20,597 सामने आयी है। इनमें भी ऐसे सर्वाधिक पेंशनर की संख्या 3325 इंदौर जिले में सामने आए हैं। इसी तरह से इस मामले में दूसरे नंबर पर रीवा संभाग है, वहां पर 1536 पेंशनर के मामलों का पता चला है। समीक्षा में यह भी पता चला है कि बीते साल अक्टूबर माह में पेंशन न पाने वाले लोगों की संख्या 43423 रही है। इसकी जो वजह बताई जा रही है, उसके  अनुसार सरकार द्वारा राशि तो जारी की गई है, लेकिन वह उनके खातों में ही नहीं पहुंची है। इसकी वजह है भुगतान का असफल हो जाना। यह जानकारी सामने आने के बाद अब सरकार ने भुगतान असफल होने की वजहों का पता कर उन्हें दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान जो वजहें सामने आयी हैं, उनमें 3150 पेंशनर के खाते ब्लॉक या फ्रीज हो गए हैं। अब ऐसे पेंशनर्स को खाता ऑपरेशनल करवाना होगा। 25985 खाते या तो बंद हो गए हैं या स्थानांतरित हो गए हैं। 12190 खाते सिस्टम में ही नहीं मिले हैं। अब ऐसे खातों को सत्यापित करवाना होगा। 241 खातों का आईएफएससी कोड ही गलत पाया गया है, जिनमें सही कोड की जानकारी देनी होगी। इसी तरह 190 खातों में राशि प्रति ट्रांजेक्शन की तय सीमा से ज्यादा होने के कारण भुगतान नहीं हो पा रहा है। ऐसे मामलों में अब एकाउंट होल्डर को राशि आहरण करने की सलाह दी गई है या उन्हें खाते को सामान्य खाते में परिवर्तित करवाने को कहा जा रहा है। इसी तरह से 1154 खाता धारकों का निधन हो चुका है, जिसकी वजह से उनका भुगतान भी अटक गया है, जबकि 124 खाते अपत्रता की श्रेणी में आ गए हैं।
कहां कितने लोगों को है नौ माह से पेंशन का इंतजार
जिन जिलों में नौ माह से पेंशन का इंतजार बना हुआ है, उनमें इंदौर 3325, सागर 753,भोपाल 720,भिंड 703 और मंदसौर 648 शामिल हैं। इसी तरह से जिन्हें अक्टूबर माह का भी भुगतान नहीं हुआ है, उनमें इंदौर के 5252,सागर के 1786, मंदसौर के 1292, रतलाम के 1255 और भिंड के 1244 लोग शामिल हैं।
क्या है पेंशन
मध्य प्रदेश में 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए  राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना चलाई जा रही है। यह योजना केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास विभाग द्वारा राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम के अंतर्गत चलाई जा रही है, जिसका उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले बुजुर्गों को आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाना है। मध्य प्रदेश में इस योजना का संचालन सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन विभाग द्वारा किया जाता है। इस योजना का लाभ गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले सभी वर्गों के बुजुर्गों को दिया जाएगा। इस योजना के तहत पात्र बुजुर्गों को हर माह 600 रुपये पेंशन दी जाती है। 60 से 79 वर्ष की आयु तक के बुजुर्गों को केंद्र सरकार की ओर से 200 रुपये और राज्य सरकार की ओर से 400 रुपये प्रतिमाह दिए जाते हैं। वहीं 80 वर्ष या उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों को केंद्र सरकार की ओर से 500 रुपये और राज्य सरकार की ओर 100 रुपये प्रतिमाह दिए जाते हैं। इस तरह बुजुर्गों को प्रतिमाह 600 रुपये पेंशन के तौर पर सरकार देती है।

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