प्रत्याशियों के सामने इस बार नोटा की भी रहेगी बड़ी चुनौती

  • बीते चुनाव में तीन दर्जन प्रत्याशियों पर भारी पड़ चुका है …

भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। बीते विधानसभा चुनाव में ऐसी कई सीटें रही हैं, जहां पर बेहद करीबी मुकाबले में हार-जीत हुई है। इनमें से करीब तीन दर्जन  सीटें तो ऐसी थीं , जहां पर हार-जीत का अंतर नोटा में डले मतों से भी कम की रही है। इसके अलावा कई सीटों पर नोटा के मत कई प्रत्याशियों से अधिक निकले थे। यही वजह है कि इस बार भी प्रत्याशियों के लिए नोटा बड़ी मुसीबत के तौर पर देखा जा रहा है। इसके पीछे लोगों का तर्क है कि चुनावी मैदान में ऐसे प्रत्याशी रहते हैं, जो उनकी पंसद के नहीं होते हैं, ऐसे में वे अपना मत नोटा को देकर अपना विरोध जता देते हैं। इस मामले में लोगों का कहना है, कि ऐसे प्रत्याशी को उतारा जाना चाहिए जिसके पास तक आम जनता की सीधी पहुंच हो। अगर बीते चुनाव के नतीजों पर नजर डालें तो , तब 16 सीटों में नोटा को  मिले अधिक वोट के कारण प्रत्याशियों को मामूली वोटों से हार का सामना करना पड़ा था।इसी तरह से मंत्री विजय शाह, मीना सिंह मंडावी और प्रेम सिंह पटेल के क्षेत्रों सहित 30 विधानसभा सीटों पर 4 हजार से लेकर लगभग 8 हजार तक वोट नोटा को मिले थे। जबकि डेढ़ दर्जन सीटें ऐसी थीं, जिन पर हार-जीत के अंतर से ज्यादा मत नोटा को मिले थे। नोटा को सबसे ज्यादा वोट मिलने वाले क्षेत्रों में कांग्रेस प्रत्याशी जीते थे।
सबसे ज्यादा भैंसदेही विधानसभा में 7,948 वोट नोटा में पड़े हैं, यहां कांग्रेस को जीत मिली थी। इसके उलट पूरे प्रदेश में तेंदूखेड़ा विधानसभा क्षेत्र में सिर्फ 9 वोट ही नोटा के पक्ष में डले थे, वहां पर कांग्रेस के संजय शर्मा को जीत मिली थी। इसी तरह से जिन सीटों पर जीत-हार के अंतर से ज्यादा वोट नोटा को मिले थे , उनमें कोलारस, बीना, चंदला, राजनगर, दमोह, सिंगरौली, धौहनी, बांधवगढ़, जबलपुर नॉर्थ, वारासिवनी, टिमरनी, ब्यावरा, मांधाता, नेपानगर, शाजापुर, जोबट, इंदौर-5 और पेटलावद  शामिल है।
नोटा ज्यादा तो कांग्रेस जीती
30 सीटों पर नोटा को चार हजार से ज्यादा वोट मिले हैं। 20 सीटों पर कांग्रेस तथा 10 सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी। इसमें शहपुरा, जुन्नारदेव, भैंसदेही, जोबट, झाबुआ, घोड़ाडोंगरी, पेटलावद, अमरवाड़ा, चितरंगी, बिछिया, पंधाना, मानपुर, बुरहानपुर, गंधवानी, बांधवगढ़, देवसर में नोटा को 5 हजार से ज्यादा वोट मिले थे।
आप से अधिक मत मिले थे नोटा को
इस बार विधानसभा चुनाव में भले ही आम आदमी पार्टी सभी 230 विधानसभा क्षेत्र में अपने प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर रही है , लेकिन बीते चुनाव के आंकड़ों पर नजर डालें तो सिंगरौली विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 32 हजार वोट आप को मिले तथा 36 हजार भाजपा प्रत्याशी को मिले थे। वहीं पूरे प्रदेश की स्थिति देखी जाए तो आम आदमी पार्टी को कुल ढाई लाख वोट मिले थे, जबकि नोटा को पांच लाख 40 हजार से अधिक वोट मिले थे। वहीं 16 सीटों पर नोटा को दो हजार व उससे ज्यादा वोट मिले हैं, बाकी 193 सीटों पर दो हजार से कम वोट मिले हैं।

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