- मंत्रालय से बाहर पदस्थ किए गए दो वरिष्ठ
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। राज्य शासन द्वारा दो दिन पहले देर रात जारी किए गए पदस्थापना आदेश में उन दोनों अफसरों को मंत्रालय से बाहर पदस्थ कर दिया गया है, जो अपर मुय सचिव राजेश राजौरा से सीनियर थे। इसे राजौरा के सीएस बनने की तैयारी के संकेत के रुप में देखा जा रहा है। अब मंत्रालय में महज एक अफसर ही ऐसे हैं, जो राजौरा से वरिष्ठ हैं। माना जा रहा है कि अगली सूची में उन्हें भी बाहर पदस्थ किया जा सकता है। दरअसल यह तीनों ही अफसर नए मुय सचिव की दौड़ में शामिल बताए जा रहे थे। राज्य शासन द्वारा जारी की गई इस सूची में 14 आईएएस अफसरों के नवीन पदस्थापना के आदेश थे। इनमें अपर मुय सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव और अपर सचिव स्तर के अधिकारी शामिल है। इस सूची में मुय सचिव की दौड़ में शामिल जिन दो अपर मुय सचिवों को मंत्रालय से बाहर पदस्थ किया गया है, उनमें महानिदेशक प्रशासन अकादमी व अपर मुय सचिव कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग विनोद कुमार को संचालक आदिम जाति अनुसंधान एवं विकास संस्थान एवं अपर मुय सचिव वन जेएन कंसोटिया को प्रशासन अकादमी का महानिदेशक बनाया गया है। प्रशासनिक गलियारों में दोनों सीनियर अफसरों को मंत्रालय से बाहर पदस्थ किए जाने को मुय सचिव के पद पर नियुक्ति से जोडक़र देखा जा रहा है और एक बार फिर सीएस के पद पर नियुक्ति को लेकर अटकले तेज हो गई हैं। मुय सचिव की दौड़ में सबसे आगे चल रहे अपर मुय सचिव मुयमंत्री डॉ. राजेश राजौरा से मप्र कैडर के पांच आईएएस अधिकारी सीनियर हैं। इन अधिकारियों में अनुराग जैन, आशीष उपाध्याय, मोहमद सुलेमान, विनोद कुमार और जेएन कंसोटिया शामिल हैं। अनुराग जैन और आशीष उपाध्याय केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर है, जबकि विनोद कुमार एवं कंसोटिया को मंत्रालय से बाहर पदस्थ किया गया है। अब एसीएस मो. सुलेमान ही ऐसे अफसर है, जो डॉ. राजेश राजौरा से सीनियर होते हुए मंत्रालय में पदस्थ हैं। वर्तमान मुय सचिव वीरा राणा की 6 महीने कही एसटेंशन की अवधि 30 सितंबर को पूरी होगी।
जल्द हो सकती है मो सुलेमान की नई पदस्थापना
मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि यदि वरिष्ठता को दरकिनार कर किसी जूनियर अधिकारी को मुय सचिव बनाया जाता है, तो सीनियर अधिकारियों की वरिष्ठता को ध्यान में रखते हुए उन्हें मंत्रालय से बाहर पदस्थ किया जाता है। विनोद कुमार और कंसोटिया की मंत्रालय से बाहर पदस्थापना को इसी से जोडक़र देखा जा रहा है। इन दोनों अफसरों के स्थानांतरण के बाद अब अपर मुय सचिव सुलेमान की भी नई पदस्थापना किए जाने की अटकलें तेज हो गई है। सुलेमान 11 मई, 2020 से अपर मुय सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के पद पर पदस्थ हैं। इस तरह उन्हें एक ही पद पर चार साल से ज्यादा हो गए हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही उनकी नई पदस्थापना की जाएगी।
इसलिए तय है राजौरा का नाम
राजेश राजौरा मुयमंत्री डॉ. मोहन यादव की सबसे पसंदीदा अधिकारी हैं। मुयमंत्री द्वारा मुय सचिवों को संभागों की जिमेदारी सौंपी गई थी, तो उनमें राजौरा को उज्जैन संभाग का जिमा सौंपा था। उनकी प्रशासनिक क्षमता जबरदस्त है। लंबे समय तक गृह विभाग की जिमेदारी संभाल चुके राजौरा इंदौर, उज्जैन, बालाघाट, धार आदि जिलों में जमीनी काम कर चुके हैं। हालांकि, मुय सचिव की रेस में 1989 बैच के आईएएस अधिकारी अनुराग जैन, 1989 बैच के आशीष उपाध्याय भी हैं। दोनों अधिकारी केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर हैं। इसके अलावा मोहमद सुलेमान, जेएन कंसोटिया, विनोद कुमार भी मुय सचिव की रेस में हैं। इनमें से कंसोटिया और विनोद कुमार को मंत्रालय से बाहर पदस्थ कर दिया गया है।