शाह के दौरे की खबर से फिर दावेदार हुए सक्रिय

  • होना है भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का फैसला

विनोद उपाध्याय
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का प्रदेश प्रवास अगले माह होने जा रहा है। यह दौरा ऐसे समय हो रहा है, जब प्रदेश में नए पार्टी अध्यक्ष का चुनाव होना है। ऐसे में कायासों का दौर शुरु हो गया है। इन कयासों को बल तब और मिला जब सीएम मोहन यादव ने दिल्ली में शाह से मुलाकात की। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अमित शाह अगले माह प्रदेश के दौरे पर आ सकते है। सीएम मोहन यादव ने बीते दिन दिल्ली पहुंचकर शाह को प्रदेश आने का न्योता दिया है। हालांकि अमित शाह का दौरा सरकारी माना जा रह है। शाह एमपी में किसानों को दूध पर बोनस देने की योजना का शुभारंभ करने भोपाल आ सकते है। शाह का दौरा सरकारी तौर के अलावा राजनीतिक मायने भी रखता है। इसकी वजह है प्रदेश में इन दिनों नए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के चुनाव को लेकर हलचल तेज है और संभवता अप्रैल में नए अध्यक्ष का ऐलान भी होना है।
दावेदारों में हलचल तेज
मध्य प्रदेश बीजेपी के नए अध्यक्ष का फैसला तो दिल्ली आलाकमान से होना है, लेकिन दावेदारों में हलचल तेज हो गई है। कई दावेदार तो भोपाल से दिल्ली की दौड़ लगाने लगे है। आपको यह भी बता दें कि अप्रैल में नए अध्यक्ष के ऐलान की प्रबल संभावनाएं बताई जा रही है। प्रदेश के कई सीनियर नेता अध्यक्ष की दौर में शामिल होना बताए जा रहे है।
शाह-मोहन की मुलाकात
आपको बता दें कि शनिवार को सीएम मोहन यादव दिल्ली प्रवास पर गए  थे। इस दौरान सीएम मोहन ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों के बीच प्रदेश को लेकर लंबी चर्चा भी हुई थी। सीएम मोहन ने मंत्री शाह को एमपी आने का आमंत्रण दिया था। ऐसे में माना जा रहा है कि अमित शाह अप्रैल में एमपी के दौरे पर आ सकते है।
शाह करेंगे अध्यक्ष का फैसला?
अप्रैल में अमित शाह का दौरा नए प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव से जोडक़र देखा जा रहा है। शाह के दौरे के दौरान नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चर्चा की जा सकती है। शाह पहले भी प्रदेश के सीनियर नेताओं से चर्चा कर चुके है। शाह ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के समापन पर भोपाल आए थे। इस दौरान दिल्ली लौटते समय स्टेट हैंगर पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को फोन करके बुलाया था और उनसे गुप्त चर्चा की थी। ऐसे में शाह का आने वाला एमपी दौरा काफी अहम माना जा रहा है।
कई नेताओं के नाम दावेदारों में
मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के सभी 62 जिला अध्यक्षों का चुनाव हो चुका है। अब सिर्फ प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव ही बाकी है। पार्टी ने पहले ही केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को प्रदेश अध्यक्ष के चयन के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिया है।  उम्मीद जताई जा रही है कि वे जल्द ही मध्य प्रदेश का दौरा करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष के लिए कई नाम चर्चा में हैं, लेकिन रेस में अब सबसे आगे बैतूल से विधायक और पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल का नाम तेजी से आगे आया है। खंडेलवाल को संघ, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और पार्टी के अन्य नेताओं का समर्थन मिल रहा है। हेमंत खंडेलवाल के पिता स्व. विजय खंडेलवाल भी भाजपा के नेता थे, जिससे उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि मजबूत और पार्टी से बहुत गहरा जुड़ाव है। पार्टी सूत्रों के अनुसार हेमंत खंडेलवाल के संघ से जुड़े होने और विवादों से दूर रहने के चलते पार्टी अब धीरे धीरे उनके नाम पर सहमति बना रही है। वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का कार्यकाल पांच साल का हो चुका है और उन्हें फिर से मौका मिलने की संभावना कम है। बताया जा रहा है कि अध्यक्ष पद के लिए हेमंत खंडेलवाल पहली पसंद बन गए हैं। हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा अध्यक्ष के चुनाव के लिए भी जातिगत समीकरणों को साधना चाहेगी। ऐसे में संभावना है कि नया अध्यक्ष सामान्य, आदिवासी या महिला वर्ग से हो सकता है, क्योंकि भाजपा ने विधानसभा चुनाव के बाद डिप्टी सीएम और मंत्रियों के लिए भी जातिगत समीकरणों का पूरा ध्यान रखा था। अभी अध्यक्ष पद की रेस में कई सीनियर नेता भी दावेदार हैं। ऐसे में देखना होगा कि भाजपा सीनियर नेता को कमान सौंपती है या फिर किसी नए चेहरे पर दांव लगाती है।  हालांकि वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का नाम भी रेस में हैं, क्योंकि उनके कार्यकाल में बीजेपी ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था। पार्टी एक बार फिर उनके नाम पर विचार कर सकती है।

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