गुजरात में कमल खिलाने मोर्चा संभाला मप्र के नेताओं ने

मप्र के नेता
  • 37 विधानसभा सीटों पर 92 नेताओं ने संभाली जिम्मेदारी

भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। गुजरात में एक बार फिर से सरकार बनाने के लिए भाजपा ने मोर्चा संभाल लिया है। इस बार गुजरात की 37 सीमावर्ती सीटों पर कमल खिलाने की जिम्मेदारी मप्र के 92 अनुभवी नेताओं को दी गई है। समन्वय की जिम्मेदारी मप्र भाजपा उपाध्यक्ष जीतू जिराती और पूर्व संगठन मंत्री श्याम महाजन को सौंपी गई है। कार्यकतार्ओं में पूर्व जिलाध्यक्ष, पूर्व पदाधिकारी, पूर्व संगठन मंत्री शामिल हैं। मप्र  के मालवांचल से गुजरात की सीमाएं जुड़ी हुई हैं। आदिवासी क्षेत्र में दोनों राज्यों में रोटी-बेटी के संबंध वाले लोगों की संख्या बहुत है। यही वजह है कि पार्टी ने मप्र के नेताओं को गुजरात के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में तैनात किया है।
भाजपा हाईकमान ने मप्र के सीमावर्ती और मध्य गुजरात के 7 जिलों की 37 सीटों का प्रभार मप्र के पूर्व विधायकों व संगठन मंत्री रह चुके नेताओं को सौंपा गया है। इन सीटों कुछ आदिवासी बहुल क्षेत्र भी हैं। चुनावी रणनीति के हिसाब से हर सीट पर मप्र के दो-दो नेता तैनात किए गए हैं। ये लोग गुजरात प्रदेश इकाई के साथ ही हाईकमान के साथ से भी हर दिन की प्रोग्रेस रिपोर्ट साझा कर रहे हैं। इस क्षेत्र की 37 में से 25 सीटों पर भाजपा काबिज है। भाजपा ने मप्र के पूर्व विधायक जीतू जिराती को सभी सीटों पर समन्वय की जवाबदारी सौंपी है। गुजरात में इस बार भाजपा के सामने कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी की चुनौती भी है। पार्टी ने रणनीति के तहत चुनावी प्रबंधन में माहिर और अनुभवी लोगों की ड्यूटी लगाई है, गुजरात को क्षेत्रीय समीकरण के हिसाब से चार भागों में बांटा गया है। मध्य गुजरात के जिलों की सीमा मप्र के मालवांचल के जिलों को छूती है। यहां सांस्कृतिक और खानपान की समानता होने से  लोगों के बीच दैनंदिनी संबंध भी हैं। पिछले विधानसभा चुनाव 2017 में पार्टी ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को प्रभारी बनाया था।
मप्र के नेताओं को मिला सौराष्ट्र जोन का प्रभार: मप्र के झाबुआ और आलीराजपुर से गुजरात के सात जिले दाहौद खेड़ा, महिसागर, पंचमहल, बढ़ौदा ग्रामीण, बढ़ौदा नगर और आणंद जिले लगे हुए हैं। इन क्षेत्रों में मध्य प्रदेश से ऐसे कार्यकर्ता भेजे हैं, जिनका वहां कहीं प्रभाव या अच्छा संपर्क है। फिलहाल, यह कार्यकर्ता वहां संगठनात्मक कार्यों में मदद के साथ चुनावी जमावट को मजबूत बनाने के लिए काम करेंगे। गुजरात के लिए यह प्रारंभिक तैनाती है, इसके बाद वरिष्ठ नेताओं को भी भेजा जाएगा। पार्टी इस बार गुजरात के दामाद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी वहां के चुनाव प्रचार में लगा सकती है।
 37 सीटों के लिए प्रभारी बनाए गए पूर्व विधायक एवं प्रदेश उपाध्यक्ष जीतू जिराती ने बताया कि अभी इनमें से 25 सीटों पर भाजपा काबिज है। जातीय और भौगोलिक समीकरण के हिसाब से प्रदेश की 182 सीटों को सौराष्ट्र, मध्य, पश्चिम और उत्तर गुजरात के रूप में बांटा गया है। सौराष्ट्र में उत्तरप्रदेश, पश्चिम अंचल में महाराष्ट्र और उत्तर गुजरात की सीटों पर राजस्थान के नेताओं की ड्यूटी लगाई गई है। मप्र के हिस्से में दाहोद, आनंद, पंचमहल, महिसागर, महेसाना, बड़ौदा नगर एवं ग्रामीण अंचल की सीटें हैं। भाजपा ने इस बार मप्र के सीमावर्ती जिलों की इन 37 सीटों में 33-34 पर कमल खिलाने का लक्ष्य तय किया है। इस टारगेट के साथ ही 90 लोगों को भेजा गया है। किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर, पूर्व विधायक राय सिंह सेंधव, प्रभुलाल राठौर, मदन लाल राठौर, पूर्व संगठन मंत्री सुरेश आर्य, श्याम महाजन और प्रवक्ताओं में राजपाल सिंह सिसोदिया भी टीम में शामिल हैं।
गुजरात को चार जोन में बांटा
गुजरात को भाजपा ने चुनावी तैयारी के हिसाब से चार अलग-अलग जोन में बांटा है। इनमें दक्षिण गुजरात, उत्तर गुजरात, मध्य गुजरात और सौराष्ट्र के विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। मध्य प्रदेश के कार्यकर्ताओं को सौराष्ट्र का प्रभार सौंपा गया है। सौराष्ट्र में मप्र से दो प्रभारी बनाए गए हैं। एक जीतू जिराती हैं, जिन्हें चुनाव लड़ने  से लेकर प्रबंधन का बेहतर अनुभव है। वहीं, पूर्व संगठन मंत्री श्याम महाजन को संगठन का काम सौंपा है। इनके साथ सातों जिलों में दो-दो प्रभारी बनाए गए हैं और हर विधानसभा क्षेत्र के लिए भी दो-दो कार्यकर्ताओं को तैनात किया है। गुजरात के संगठन महामंत्री रत्नाकर के साथ इनकी एक बैठक हो गई है।
अनुभवी कार्यकर्ताओं को भेजती है पार्टी
दरअसल, भाजपा विधानसभा चुनाव में विभिन्न राज्यों से उन कार्यकर्ताओं को पहले ही बुला लेती है, जिन्हें कई राज्यों में चुनाव के दौरान सांगठनिक कार्यों का लंबा अनुभव हो। इन जमीनी कार्यकतार्ओं को विधानसभा क्षेत्र की सामाजिक, आर्थिक और भौगोलिक स्थिति के अनुसार रणनीति बनाने में महारत होती है। जानकारों का कहना है कि गुजरात में इस बार आम आदमी पार्टी सहित बिखरा हुआ कुछ विपक्ष भाजपा के खिलाफ अंदरूनी तौर पर एकजुट है। ऐसे में संगठन की तैयारियों में कोई कमी नहीं छोड़ी जा सकती। मप्र भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जीतू जिराती ने कहा कि मप्र के कार्यकर्ता गुजरात में अपने-अपने प्रभार के विधानसभा क्षेत्रों में पहुंच गए हैं। वहां पांच बूथों पर एक शक्ति केंद्र बनाए गए हैं। सभी जगह बैठक भी हो गई है। प्रवासी कार्यकर्ता स्थानीय कार्यकतार्ओं के साथ सहयोगी की भूमिका निभाएंगे।

Related Articles