एक साथ यात्रा के लिए मुसीबत बन रही है क्षमता
भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम। चुनावी वर्ष में मप्र सरकार राज्य के बुजुर्गों को हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा करवाएगी। जानकारी के अनुसार इसकी शुरुआत मथुरा व प्रयागराज से की जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी सहमति दे दी है। लेकिन अभी तक इसका प्रारूप फाइनल नहीं हो पाया। ऐसे में सवाल उठने लगा है की हवाई जहाज से तीर्थ दर्शन कैसे होगा। बता दें कि मुख्यमंत्री ने 29 दिसंबर, 2022 को बुजुर्गों को हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा करवाने की घोषणा की थी। भाजपा सरकार ने तीर्थदर्शन यात्रा योजना वर्ष 2012 में शुरू की थी। इसके तहत वरिष्ठ नागरिकों (60 वर्ष से अधिक उम्र) को देश के 40 तीर्थ स्थलों पर ले जाकर दर्शन करवाए जाते हैं। इसके तहत सरकार ने पिछले 10 साल में 762 ट्रेनें चलवाईं और सात लाख 62 हजार 144 बुजुर्गों को तीर्थ दर्शन करवाए हैं। वरिष्ठजन को ट्रेन से यात्रा करवाने में आने वाली परेशानी को देखते हुए हवाई जहाज से यात्रा का निर्णय लिया गया है।
सूत्रों का कहना है कि हवाई जहाज से तीर्थ दर्शन कराने के लिए सरकार ने यात्रा कराने वाली कंपनी आईआरसीटीसी, अशोका टूर एंड ट्रेवल और वाल्मर लारी से अनुबंध करेगी। लेकिन हवाई जहाज से कितने यात्री जाएंगे और उनके चयन का आधार क्या होगा एवं सहायक की स्थिति भी स्पष्ट नहीं है। फार्म कहां मिलेंगे कहां जमा होंगे अभी यह भी तय नहीं हो पाया। ट्रेन में तीन जिलों से एक हजार यात्री भेजे जा रहे हैं ,जबकि हवाई जहाज में यह संख्या बहुत कम रहेगी। चुनावी साल में सरकार ने इस महत्वाकांक्षी योजना में हवाई सफर भी जोड़ दिया है।
अभी यात्रा का स्वरूप फाइनल नहीं…
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में तीर्थ यात्रियों का पहला विमान मार्च में भेजने की तैयारी है। पहले इसे जनवरी से शुरू करने का ऐलान किया गया था। बताया जाता है कि अभी जहाज से जाने वाले यात्रियों के लिए नए सिरे से नियम बनाए जा रहे हैं। भोपाल से इंडिगो की फ्लाइट आगरा तक जाती है , जिसमें 78 यात्रियों की क्षमता है। इसमें एक बार में 32 यात्रियों के टिकट 15 दिन पहले ब्लॉक किए जा सकेंगे। सरकार पहले जत्थे में ज्यादा यात्रियों को भेजती है , तो भी चार्टर प्लेन की क्षमता सीमित ही रहेगी। इसलिए अभी यह निर्णय नहीं हो पा रहा कि पहली खेप में कितने यात्रियों को भेजा जाएगा। एक जिले से कितने यात्री शामिल हो सकेंगे और उनके चयन का आधार भी अभी स्पष्ट नहीं है। पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने कुछ समय पहले ऐलान किया था कि हवाई जहाज से जिन यात्रियों को तीर्थ दर्शन के लिए भेजेंगे वे 75 पार की उम्र के होंगे। ट्रेनों से 60 से अधिक उम्र के यात्रियों को भेजा जाता है, यात्री अपने साथ देखरेख के लिए एक सहायक भी ले जा सकता है। लेकिन हवाई जहाज की यात्रा में सहायक का प्रावधान अभी तय नहीं है। आईआरसीटीसी सहित अन्य एजेंसी से शासन को 2-3 प्रस्ताव मिल चुके हैं लेकिन , अभी हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा का विस्तृत प्रारूप नहीं बन पाया। हालांकि मंत्री उषा ठाकुर ने रामेश्वरम, अयोध्या, तिरुपति और जगन्नाथ पुरी भेजने की घोषणा की थी, लेकिन फिलहाल इन क्षेत्रों के लिए नियमित फ्लाइट उपलब्ध नहीं हैं। यही वजह है कि आगरा तक जहाज से ले जाकर पास में मथुरा- वृंदावन के तीर्थ दर्शन का प्रस्ताव अनुकूल पाया गया।