मुन्ना भैय्या व श्रीमंत में… वर्चस्व की लड़ाई हुई तेज

मुन्ना भैय्या व श्रीमंत
  • ग्वालियर-चंबल, अंचल की भाजपा दो भागों में बंटी

भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र की राजनीति में ग्वालियर-चंबल अंचल का बड़ा महत्व है।  इसलिए राजनीतिक पार्टियों का फोकस इस अंचल पर रहता है। 2018 के चुनाव में भले ही कांग्रेस ने अधिक सीटें जीती थी, लेकिन उपचुनाव के बाद अब अंचल में भाजपा का दबदबा है। लेकिन अंचल में जिस तरह दो केंद्रीय मंत्रियों नरेंद्र सिंह तोमर ( मुन्ना भैया )और ज्योतिरादित्य सिंधिया (श्रीमंत ) के बीच वर्चस्व की जंग छिड़ी है, जिससे  अंचल में भाजपा दो खेमों में बंट गई है। आगामी विधानसभा से चुनाव से पहले ग्वालियर-चंबल अंचल में भाजपा नेताओं के बीच लगातार गुटबाजी से पार्टी परेशान और हैरान है।  मिशन 2023 में जुटी भाजपा के लिए ग्वालियर-चंबल में अधिक से अधिक सीटें जीतना जरूरी है।  इसको देखते हुए आलाकमान ने अंचल पर सबसे अधिक फोकस कर रखा है। लेकिन मोदी सरकार के दो कैबिनेट मंत्रियों के बीच आपसी वर्चस्व की जंग ने संगठन को पसोपेश में डाल दिया है। हाल में ही चंबल के श्योपुर जिले में कूनो अभ्यारण में चीते छोड़ने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए हुए थे। यह पूरा कार्यक्रम केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के संसदीय क्षेत्र में था और कार्यक्रम का श्रेय केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के खाते में चला गया। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी पीछे नहीं रहे और इस अभ्यारण के बसाने का श्रेय अपने परिवार पर लेते रहे। सोशल मीडिया पर उन्होंने कहा कि, शुरू से ही सिंधिया परिवार वन्य जीव संरक्षण के लिए जागरूक रहा है और 1905 में महाराजा माधवराव सिंधिया जी कूनो पालपुर के लिए 10 शेर लेकर आए थे और जानवरों की अंतर महाद्वीपीय पूर्ण स्थापना की यह पहली घटना थी। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम शिवराज इस वन्यजीव अंतर महाद्वीपीय पुनर्स्थापना की पहली घटना मान रहे हैं।  लेकिन सिंधिया ने सोशल मीडिया पर यह दूसरी घटना मानी है।  मतलब स्पष्ट हो रहा है कि, कूनो पालपुर का श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं।
अंचल के विकास कार्यों में आ सकती है बाधा
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि अगले महीने इंटरनेशनल एयरपोर्ट का भूमि पूजन है और मैं सीएम शिवराज सिंह जी कोशिश कर रहे हैं कि हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों इसका भूमि पूजन हो। वहीं, कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा की भाजपा के दो दिग्गज नेताओं के बीच वर्चस्व की जंग से कहीं ना कहीं ग्वालियर-चंबल अंचल के विकास कार्यों में बाधा डाल रही है। यही कारण है कि ऐसे कई प्रोजेक्ट हैं जिनका शिलान्यास होने के बाद भी वह प्रोजेक्ट आज भी अधूरे पड़े हुए हैं।
श्रेय लेने की जंग हो रही तेज
ग्वालियर-चंबल अंचल में दोनों दिग्गज नेता एक-दूसरे को अंचल का सर्वमान्य नेता साबित करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। अंचल के दिग्गज नेता कहे जाने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर के बीच लगातार वर्चस्व की लड़ाई और तेज होती जा रही है। ग्वालियर चंबल अंचल में इस समय केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर के बीच बीजेपी दो गुटों में बंटी है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर चंबल अंचल में हो रहे बड़े विकास कार्यों का श्रेय खुद लेने की कोशिश कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी इसमें पीछे नहीं है। यही कारण है कि, जब ग्वालियर चंबल अंचल में विकास कार्यों का लोकार्पण और शुभारंभ हो रहा है, तो सोशल मीडिया पर यह दोनों दिग्गज नेता अपना-अपना श्रेय लेने में लगे हुए हैं। इससे स्पष्ट  होता है कि, दोनों दिग्गज नेताओं के बीच कहीं ना कहीं वर्चस्व की जंग छिड़ी है।
दो गुटों में बंटी है भाजपा
ग्वालियर-चंबल अंचल में इस समय केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर के बीच बीजेपी दो गुटों में बंटी है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर-चंबल अंचल में हो रहे बड़े विकास कार्यों का श्रेय खुद लेने की कोशिश कर रहे हैं तो वहीं, दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी इसमें पीछे नहीं है। यही कारण है कि जब ग्वालियर-चंबल अंचल में विकास कार्यों का लोकार्पण और शुभारंभ हो रहा है तो सोशल मीडिया पर यह दोनों दिग्गज नेता अपना-अपना श्रेय लेने में लगे हुए हैं। इससे स्पष्ट होता है कि दोनों दिग्गज नेताओं के बीच कहीं ना कहीं वर्चस्व की जंग छिड़ी है।  कूनो अभ्यारण्य में चीते बसाने के साथ-साथ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने से अंचल में कहीं न कहीं केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के कद और वर्चस्व को ताकत मिली है लेकिन , अब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी पीछे दिखाई नहीं दे रहे हैं। अब बताया जा रहा है कि अगले महीने ज्योतिरादित्य सिंधिया फिर से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाने जा रहे हैं। ग्वालियर में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट का भूमि पूजन कराने के लिए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पीएम नरेंद्र मोदी को बुलाने की तैयारी कर रहे हैं।

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