- भाजपा व कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश के महाकौशल अंचल पर भी सभी की खास निगाहें हैं। इसकी वजह है इस अंचल से ही कमलनाथ और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल आते हैं। यह दोनों नेता मुख्यमंत्री की रेस में शामिल हैं। कमलनाथ जहां कांग्रेस का प्रमुख चुनावी चेहरा व पार्टी के मुख्यमंत्री पद के घोषित फेस हैं, तो प्रहलाद पटेल की भी दावेदारी मानी जा रही है। यह वो अंचल है, जहां पर बीते चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा पर भरी बढ़त बनाई थी। बीते चुनाव में महाकौशल के आठ जिलों की 38 विधानसभा सीटों में से 24 सीटें जीतकर भाजपा से सत्ता छीन ली थी। भाजपा के हाथ सिर्फ 13 सीट ही आयी थीं। एक सीट निर्दलीय ने जीती थी। कमलनाथ ने अपने जिले छिंदवाड़ा में तो सभी सात सीटें जीत ली थी। यही वजह है कि माना जा रहा है कि महाकौशल कांग्रेस के मुख्यमंत्री चेहरा कमलनाथ के असली सियासी कौशल की परीक्षा लेने वाला है। महाकौशल मध्य प्रदेश में हिंदुत्व की प्रयोगशाला के तौर पर भी उभरा है। यहां मुद्दों से ज्यादा धार्मिक प्रतीकों और हिंदुत्व को आगे कर सियासी लाभ लेने की कोशिश की जा रही है। यहां हनुमान जी, शंकर जी से लेकर परशुराम जी तक चुनावी चर्चा के केंद्र में हैं। विश्लेषक बताते हैं कि महाकौशल में पिछले चुनाव में भाजपा की करारी हार के पीछे आदिवासियों की नाराजगी थी। इस क्षेत्र में एससी के लिए तीन और एसटी के लिए 13 सीटें आरक्षित हैं। इसमें कांग्रेस ने एससी की तीनों और एसटी की 11 सीटें जीत ली थी। भाजपा सिर्फ दो सीट जीत पाई थी। इस बार भाजपा ने आदिवासियों को साधने के लिए अपने सियासी तरकश के सारे तीर छोड़ दिए हैं। कांग्रेस भी अपने बढ़त को बरकरार रखने के लिए पूरी ताकत लगाए हुए है।
पांच प्रमुख मुद्दे: इस अंचल में पांच बड़े और अहम मुद्दे हैं। इनमें बेरोजगारी की समस्या बेहद अहम है। इसी तरह से स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टरों की कमी है। जनजातीय समाज सरकार की तमाम योजनाओं का लाभ जानकारी के अभाव से प्राप्त नहीं होना। कालेजों में छात्रसंघ चुनाव नहीं हो रहे हैं, इससे युवाओं में नाराजगी है। जिला मुख्यालय बहुत दूर दूर हैं। रूटीन काम के लिए लोगों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। इसकी वजह से छोटे जिलों की मांग।
कमलनाथ को हनुमान तो विवेक को महादेव का सहारा
महाकौशल की सबसे हॉट सीट छिंदवाड़ा है। यहां से कांग्रेस के मुख्यमंत्री चेहरा कमलनाथ मैदान में हैं। वह छिंदवाड़ा लोकसभा से नौ बार सांसद और मौजूदा विधायक हैं। भाजपा ने यहां से अपने जिलाध्यक्ष विवेक बंटी साहू को प्रत्याशी बनाया है। यहां मुद्दों से ज्यादा प्रतीकों की लड़ाई हो रही है। कमलनाथ ने यहां सिमरिया में 101 फुट ऊंची हनुमान जी की मूर्ति स्थापित कराई है तो साहू परिवार ने सिहोरा माल में महादेव की एक दिव्य प्रतिमा की स्थापना कराई है। इसे रामेश्वर धाम नाम दिया है, जिसका शिलान्यास संघ प्रमुख मोहन भागवत ने किया था। सीएम शिवराज ने भी यहां जाम सावली में दिव्य हनुमान लोक की स्थापना का काम शुरू कराया है।
यहां 108 फुट ऊंची भगवान परशुराम की मूर्ति चर्चा में
महाकौशल में कटनी जिला चूना और बॉक्साइट सहित कई महत्वपूर्ण खनिजों, सबसे बड़े रेलवे यार्ड के लिए तो जाना जाता ही है, लेकिन चुनाव में इस जिले की विजयराघवगढ़ सीट चर्चा का विषय है। यहां ज्यादा चर्चा भगवान परशुराम की स्थापित की जाने वाली 108 फुट ऊंची अष्टधातु प्रतिमा की हो रही है। पूर्व मंत्री व भाजपा के मौजूदा विधायक संजय सत्येंद्र पाठक यहां करीब 100 एकड़ भूखंड में भगवान परशुराम की दुनिया की सबसे ऊंची अष्टधातु की प्रतिमा की स्थापना करा रहे हैं। चुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और देश के दिग्गज संतों व धर्माचार्यों ने इस कार्य का शिलान्यास किया था।