आपके किचन तक पहुंचेगी टीम वीडी

 वीडी शर्मा

भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। चुनाव से एक साल पहले ही भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने अपनी टीम को अब घर -घर में मतदाताओं के किचन तक पहुंचने की योजना तैयार कर ली है। पार्टी की ओर से यह काम उनके पन्ना प्रमुखों और उनकी टीम के द्वारा किया जाएगा। यही वजह है कि अब प्रदेश संगठन ने अपना पूरा फोकस पन्ना प्रमुखों पर करना शुरू कर दिया है। इसकी वजह है मतदाताओं के नाम जोड़ने  से लेकर उनको मतदान के लिए घरों से निकालने तक का महत्वपूर्ण जिम्मा इनके पास ही रहता है। यह कदम ऐसे समय उठाया जा रहा है जबकि भाजपा बूथ स्तर तक डिजिटलीकरण करने का दावा कर रही है।
माना जा रहा है कि अगले साल होने वाले चुनाव के पहले पार्टी में पन्ना प्रमुखों का महत्च बढ़ेगा। इसके लिए पार्टी में चिंतन मनन का दौर जारी है। दरअसल पार्टी का मनना है कि पन्ना प्रमुखों की भूमिका पार्टी के कार्यक्रम और केंद्र व राज्य सरकार की हितग्राही मूलक योजनाओं को पहुंचाने में बेहद अहम रहती है। यही नहीं वे मतदाताओं से भी सीधे जुड़े होते हैं, जिसकी वजह से उनके द्वारा वास्तविक फीडबैक भी मिल सकता है, जिससे वास्तविकता की जानकारी संगठन को मिल सकती है। इसके आधार पर कारगर रणनीति भी बनाई जा सकती है। इसके साथ ही पार्टी अब पन्ना समितियों का भी गठन करने जा रही है। हांलाकि प्रदेश में बीते सालों में हुए उपचुनाव के समय कुछ विधानसभाओं में इस तरह की समितियों का गठन किया जा चुका है, लेकिन अभी यह समितियां पूरे प्रदेश में गठित नहीं हो सकी हैं, लेकिन अब चूंकि चुनाव अगले साल ही होने हैं। इसलिए संगठन इन समितियों का गठन हर हाल में तेजी से करने की रणनीति पर काम कर रही है। संगठन चाहता है कि जल्द से जल्द इन समितियों का गठन हर विधानसभा क्षेत्र में कर लिया जाए। संगठन की माने तो प्रदेश में अब तक चार लाख से अधिक पन्ना प्रमुख बनाए जा चुके हैं। इन पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति के लिए बूथ अध्यक्षों को संगठन एप में यह सुविधा दी गई है कि वे अपने क्षेत्र के पन्ना प्रभारियों (प्रमुखों) की नियुक्ति कर उसे एप में दर्ज कर सकते हैं। इसके साथ ही संगठन चाहता है कि पन्ना समितियों के गठन जल्द कर लिया जाए , जिससे की समय पर संगठनात्मक फैसलों की जानकारी वोटर की जरूरत के हिसाब से उस तक भेजी जा सके। इस समय भाजपा संगठन का पूरा फोकस केंद्र व राज्य सरकार की हितग्राही मूलक योजनाओं के हितग्राहियों पर है, जिसकी वजह से पन्ना प्रमुखों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण हो जाती है।
मतदान के लिए अहम
संगठन का मानना है कि पन्ना समितियां वोटिंग और वोट बेस, दोनों ही बढ़ाने में अहम हो सकती हैं। समिति के हर सदस्य को यह जिम्मेदारी दी जाएगी कि वह हर परिवार से कम से कम तीन वोटरों को भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए प्रेरित करे। इससे पन्ने की जीत बूथ और बूथ की जीत विधानसभा सीट सीट को जीत में बदलने में मदद करेगी। पन्ना समितियों को उनकी ताकत का एहसास कराने भाजपा पहचान पत्र देने पर भी फैसला करने जा रही है। दरअसल प्रदेश में करीब 65 हजार बूथ हैं। इनमें भाजपा की योजना 13 लाख पन्ना प्रमुख नियुक्त करने की है। यह फॉर्मूला पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने दिया था । इसे उत्तरप्रदेश में पहले लोकसभा और फिर विधानसभा चुनाव में लागू किया गया था। वहां कामयाब होने के बाद इसे मध्यप्रदेश में लागू किया गया है। गौरतलब है कि औसतन एक परिवार में 5 वोट को भी मान लिया जाए तो एक पेज में 6 परिवार बनते हैं। प्रत्येक परिवार में से एक-एक सदस्य को इस समिति में जोड़ें। एक व्यक्ति ने स्वयं के अलावा दो-दो वोट भी भाजपा के समर्थन में डलवाईं तो 18 वोट पक्की होंगी। इससे हर बूथ पर जीत भी तय होगी
30 मतदाताओं पर एक होता है पन्ना प्रमुख
मतदाता सूची के एक पेज पर दर्ज तीस मतदाताओं में से किसी एक को भाजपा द्वारा पन्ना प्रमुख बनाया जाता है। अब अगर पांच वोटर को एक परिवार मान लें तो हर पन्ने में छह परिवार हुए। इसमें हर परिवार से एक सदस्य शामिल कर पांच लोगों को पन्ना समिति बनाई जानी है। पन्ना प्रमुख इसका प्रमुख होगा। इनकी जिम्मेदारी अपने और पड़ोसी परिवारों से संपर्क कर पार्टी के लिए समर्थन जुटाने की रहेगी। पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति के बाद -संगठन इन्हें बूथ के त्रिदेव की तर्ज पर बाकायदा पहचान पत्र भी दे सकता है।

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