चोरी का मोबाइल फोन अब नहीं करेगा काम

चोरी का मोबाइल फोन
  • सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर का कमाल

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। आमजन मोबाइल चोरी की घटनाओं से बेहद परेशान हैं। ऐसे मामलों में पुलिस भी आसानी से चोरी का प्रकरण दर्ज नहीं करती है। प्राय: चोरी गए मोबाइल फोन बरामद नहीं होते हैं। इसकी वजह है, पुलिस की ऐसे मामलों में रुचि नहीं होना।
उधर, मोबाइल चोर उन्हें आसानी से चोर बाजार में बेंच देते हैं। इनमें से अधिकांश मोबाइल फोन या तो दूसरे प्रदेशों में बेंच दिए जाते हैं या फिर उनके पुर्जे निकालकर उन का उपयोग कर लिया जाता है। अहम बात यह है कि इनमें से अधिकांश मोबाइल तस्करों के माध्यम से पड़ोसी देशों में भेज दिए जाते हैैं, जिसकी वजह से उनकी तलाश ही नहीं हो पता है। लेकिन अब देश में सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर बनने से कम से कम देश में चोरी के मोबाइल फोन का उपयोग होना पूरी तरह से बंद हो जाएगा।  मोबाइल चोरी या गुम होने के बाद इस पोर्टल पर रजिस्टर होते ही मोबाइल काम करना बंद कर देता है। इसकी वजह यह है कि दूसरी सिम जैसे ही मोबाइल में डाली जाती है तो नेटवर्क एक्सेस ही नहीं होता। मोबाइल सिर्फ मोबाइल धारक की सिम से ऑपरेट हो सकता है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को एक्स पर पोस्ट कर जानकारी साझा करते हुए लिखा- सीईआइआर पोर्टल की मदद से देशभर के 17 लाख मोबाइल, जो गुम या चोरी हुए थे, उन्हें ब्लाक कराया गया। 10 लाख मोबाइल बरामद हुए। बता दें, इस साल अब तक गुम या चोरी हुए ग्वालियर सहित मध्यप्रदेश के अलग-अलग जिलों की पुलिस ने करीब ढाई हजार मोबाइल फोन लोगों को लौटाए हैं। ग्वालियर और इंदौर पुलिस ने रक्षाबंधन के ठीक पहले उन लोगों को रक्षाबंधन की मोबाइल लौटाकर खुशी दी, जो अपने मोबाइल फोन वापस मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे।
इस तरह से करता है काम
जब भी मोबाइल गुम हो या चोरी हो। सबसे पहले थाने में शिकायत करनी होगी। इसमें शिकायती आवेदन की प्रतिलिपि की फोटो खींचकर पीडीएफ फाइल में इसे कन्वर्ट कर लें। इसके बाद मोबाइल बिल और पहचान पत्र की पीडीएफ बना लें। सीइआइआर पोर्टल पर लास्ट और ब्लॉक फोन ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। इस पर क्लिक करने के बाद पूरी जानकारी भरकर इन तीनों फाइल को अटैच करना होगा। इसके बाद यह संबंधित जिले की साइबर सेल पर पहुंच जाएगा।
कहां कितने मोबाइल मिले वापस
प्रदेश के चार महानगरों की बात करें तो हाल के तीन माह में करीब एक हजार मोबाइल फोन उनके मालिकों को पुलिस ने लौटाए हैं। उनमें दो दिन पहले ही ग्वालियर में 85.49 लाख रुपये के 404 मोबाइल,  इंदौर में इसके एक दिन पहले ही 39 मोबाइल  और 12 जून को 262 मोबाइल लोगों को लौटाए गए थे। इसी तरह से जबलपुर में दो माह पहले 161 लोगों को और भोपाल में 300 मोबाइल लौटाए जा चुके हैं।

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