कई जिलाध्यक्षों सहित प्रदेश पदाधिकारियों की होगी छुट्टी

जिलाध्यक्षों
  • नए साल में प्रदेश संगठन कर सकता है बड़ी सर्जरी

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। लोकसभा चुनाव में मिशन 29 का लक्ष्य लेकर चल रही भाजपा अपने संगठन में व्यापक स्तर पर फेरबदल करने की तैयारी कर रही है। माना जा रहा है कि जल्द ही कई जिलों के जिलाध्यक्ष तो बदले ही जाएंगे साथ ही प्रदेश संगठन में भी कुछ चेहरों को बदला जा सकता है।
इस बदलाव की वजह है विधानसभा चुनाव में पदाधिकारियों की भूमिका को लेकर मिल रहा फीडबैक। दरअसल कई सीटों पर मैदानी संगठन द्वारा प्रत्याशी की मदद नहीं किए जाने की शिकायतें मिली है। शुरुआती तौर पर की गई पड़ताल में यह शिकायतें सही पाई गई हैं। इसके बाद से ही प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा द्वारा सभी जिलों में संगठन की अंदरुनी तौर पर समीक्षा भी कराई जा रही है। इसी समीक्षा के आधार पर बदलाव किया जाना है। माना जा रहा है कि समीक्षा रिपोर्ट आते ही कई जिलों के जिलाध्यक्षों को बदल दिया जाएगा। इसके अलावा कई अन्य पदाधिकारियों पर भी गाज गिरना तय है। बदलाव की यह शुरुआत इसी माह से होना संभावित है। दरअसल लोकसभा चुनाव में अब कुछ माह का ही समय रह गया है, ऐसे में हर हाल में शर्मा पार्टी संगठन में मैदानी स्तर पर सामने आने वाली खामियों को दूर कर लेना चाहते हैं। विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश संगठन ने 51 फीसदी वोट शेयर के लक्ष्य को लेकर करीब दो साल से अधिक समय तक मेहनत की थी और हर बूथ को मजबूत करने के लिए दो बार बूथ विस्तारक अभियान भी चलाया था। इसके अलावा सुबह छह बजे से बूथ कार्यकर्ताओं को मतदान के लिए लगाया गया था। संगठन के इस प्रयोग को व्यापक सफलता मिली और पार्टी को 48 फीसदी से अधिक वोट मिले। अब लोकसभा चुनाव में पार्टी 60 फीसदी का लक्ष्य लेकर चल रही है। इस नए लक्ष्य को हासिल करने के लिए शर्मा कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते हैं। गौरतलब है कि दो दिन पहले प्रदेश कार्यालय में हारे हुए प्रत्याशियों की बैठक बुलाई गई थी। इस दौरान मिली  शिकायतों को संगठन ने बेहद गंभीरता से लिया है और इन क्षेत्रों में बूथवार मिले मतों का आंकलन कर नई रणनीति बनाई जा रही है। संगठन सूत्रों की मानें तो कई जिलाध्यक्षों और जिला महामंत्रियों के खिलाफ भितरघात की शिकायतें आई है। पार्टी इनकी जांच करा रही है। इनमें सत्यता पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्यवाही होना तय है। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले एक दर्जन के करीब जिलाध्यक्षों को बदल दिया जाएगा। इसके अलावा चुनाव के दौरान बागी हुए चेहरों की जगह भी नए चेहरों को शामिल किया जाना है।
इस तरह के लगे आरोप
महाकौशल क्षेत्र के एक पूर्व विधायक ने अपने ही जिले के एक पूर्व मंत्री की शिकायत करते हुए कहा है कि उन्होंने मुझे हराने के लिए उनके द्वारा अपनी पूरी ताकत लगा दी गई। इसके लिए उन्होंने अपने कई कार्यकर्ताओं को मेरे क्षेत्र में उतार दिया, जिसकी वजह से मुझे हार का सामना करना पड़ा, लेकिन मुझे हराने के चक्कर में वे खुद चुनाव हार गए। वहीं बुरहानपुर के कार्यकर्ताओं ने जिले के कुछ पदाधिकारियों की शिकायत की है कि कई नेताओं ने पार्टी के खिलाफ काम किया है, उन पर कार्यवाही की जानी चाहिए।
नए साल में फिर बूथ की मजबूती पर होगा फोकस
नए साल के दूसरे हफ्ते से फिर बूथ मजबूत करने के लिए मंडल स्तर पर कार्यकर्ताओं की बैठके बुलाएगी। पार्टी अभी हारे हुए बूथों की समीक्षा कर रही है। जिन बूथों पर विधानसभा चुनाव में कम मतों से जीत मिली है, उन्हें कैसे मजबूत किया जाए। इसे लेकर भी कार्ययोजना बनाई जा रही है। पार्टी हर बूथ कार्यकर्ता को विधानसभा चुनाव की तर्ज पर लोकसभा चुनाव में में बीस करणीय काम सौंप रही है। इसके अलावा नमो एप और केन्द्र की योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों को देने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसमें पीएम विश्वकर्मा योजना प्रमुख रूप से शामिल है।

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