मप्र से राज्यसभा जा सकते हैं… स्मृति या जॉर्ज कुरियन

  • आज भाजपा घोषित कर सकती है प्रत्याशी
  • गौरव चौहान
स्मृति या जॉर्ज कुरियन

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे से खाली हुई राज्यसभा सीट के लिए 21 अगस्त यानी बुधवार तक नामांकन होना है। भाजपा आज उम्मीदवार की घोषणा कर सकती है। विधानसभा में बहुमत की स्थिति को देखते हुए भाजपा के उम्मीदवार का राज्यसभा जाना तय है। राज्यसभा जाने के लिए प्रदेश के कम से कम तीन नेता लॉबिंग कर रहे हैं, लेकिन संभावना है कि इस सीट से दक्षिण भारत से आने वाले केंद्रीय राज्यमंत्री जॉर्ज कुरियन को राज्यसभा भेजा जा सकता है।  गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद खाली हुई इस सीट से मप्र के करीब आधा दर्जन नेता अपनी दावेदारी जता रहे हैं। इनमें सबसे पहला नाम गुना से सांसद रहे केपी यादव का है। गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान उनका ख्याल रखने संबधी बयान दिया है। इसके यही मायने निकाले जा रहे थे कि यादव उच्च सदन जा सकते हैं। इसके अलावा ग्वालियर के वरिष्ठ नेता जयभान सिंह पवैया, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश चतुर्वेदी का नाम भी दावेदारों की सूची में शामिल है। वहीं पूर्व मंत्री स्मृति इरानी और सुरेश पचौरी का नाम भी चर्चा में हैं।
 कैसी रहेगी नाम वापसी व्यवस्था
मप्र में जन्माष्टमी पर 26 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश घोषित है। ऐसे में राज्यसभा चुनाव के लिए रिटर्निंग अधिकारी बनाए गए अफसर पशोपेश में हैं। दरअसल, 26 अगस्त को राज्य सभा चुनाव की नाम वापसी की तारीख तय है और इस दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है। अब मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मार्गदर्शन मांगा है कि नाम वापसी 26 अगस्त को होगी या फिर इसके एक दिन बाद 27 अगस्त को नाम वापस होंगे। राज्य सभा चुनाव के लिए 14 अगस्त से नामांकन जमा करने की तारीख चुनाव आयोग ने तय की है। राज्यसभा सदस्य के एक पद के लिए नामांकन सिर्फ भाजपा की ओर से जमा किया जाना है, लेकिन चुनाव आयोग की प्रक्रिया दोनों ही दलों की व्यवस्थाओं को लेकर तय की गई है। इसी तारतम्य में 19 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने के बाद सोमवार को नामांकन जमा कराने के लिए रिटर्निंग अधिकारी विधानसभा नहीं पहुंचे। मप्र सरकार ने 26 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। इसी दिन राज्यसभा सदस्य के लिए भरे गए नामांकन के नाम वापसी की तारीख तय है। इसी कारण मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मार्गदर्शन मांगना पड़ा है कि अगर एक ही दल के एक से अधिक आवेदन आए या भाजपा के अलावा कांग्रेस की ओर से भी नामांकन आया तो नामांकन वापसी की व्यवस्था क्या होगी?
केंद्रीय मंत्री के नाम पर लग सकती है मुहर
सूत्रों का कहना है कि प्रदेश में राज्यसभा की एक मात्र सीट पर होने वाले चुनाव में एक बार फिर भाजपा किसी दक्षिण भारतीय नेता को दिल्ली भेजेगी, इसके प्रबल आसार हैं। संगठन के एक प्रमुख नेता का कहना है कि इस बार दक्षिण भारत के किसी नेता को पार्टी मध्यप्रदेश से दिल्ली भेजेगी। माना जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री जार्ज कुरियन को प्रत्याशी बनाया जा सकता है। हालांकि स्मृति ईरानी का नाम भी दावेदारों की सूची में शामिल है। भाजपा द्वारा कई बार मध्यप्रदेश से दक्षिण भारत के नेता को टिकट देकर उच्च सदन में भेजा गया है। इस बार भी संभावना जताई जा रही है कि किसी दक्षिण भारतीय नेता को पार्टी मप्र से राज्यसभा भेजेगी।  कुरियन केरल में भाजपा के महासचिव हैं। एक अन्य केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू भी अभी किसी सदन के सदस्य नहीं हैं, लेकिन उन्हें हरियाणा से राज्यसभा भेजे जाने की चर्चा है। मौजूदा स्थिति में मप्र से राज्यसभा की 11 सीटों में से 8 भाजपा के पास हैं, इनमें से एक तमिलनाडु के भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री एल मुरगन हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों संगठन चुनाव और सदस्यता अभियान को लेकर हुई बैठकों में केंद्रीय नेतृत्व से प्रदेश के नेताओं की इस बारे में चर्चा हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि जून 2020 में राज्यसभा सदस्य चुने गए थे, उनका कार्यकाल जून 2026 तक था।
कई दक्षिण भारतीय जा चुके हैं राज्यसभा
चूंकि दक्षिण भारत में भाजपा का प्रभाव उतना नहीं है कि वहां से अपने दम पर किसी को राज्यसभा भेजा जा सके। इसलिए पार्टी अधिकांश अपने दक्षिण भारत के नेताओं को मप्र से ही राज्यसभा भेजती रही है। भाजपा ने पूर्व में पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे ओ राजगोपाल को दो बार राज्यसभा भेजा, इसके बाद सुब्बाराव थिरूनावुक्कारासर को उच्च सदन भेजा। पार्टी ने एल गणेशन को मप्र से राज्यसभा भेजा। वर्तमान में केन्द्रीय मंत्री डॉ.एम मुरूगन मप्र से ही राज्यसभा भेजे गए हैं। अब माना जा रहा है कि मोदी सरकार में मंत्री जार्ज कुरियन को पार्टी मप्र से राज्यसभा भेजेगी। कुरियन वर्तमान में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी और अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं। वे भारतीय जनता पार्टी के लंबे समय से सदस्य हैं। जो पार्टी के गठन के बाद से ही पार्टी में शामिल हो गए थे। कुरियन वर्तमान में किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। ऐसे में उन्हें यहां से उच्च सदन भेजना पार्टी की मजबूरी है। भाजपा की ओर से एक ही नामांकन जमा होना तय माना जा रहा है, और जीत-हार के गणित के आधार पर संबंधित प्रत्याशी की वोटिंग बगैर जीत भी तय बताई जा रही है। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि मप्र में भाजपा की ओर से एक ही नामांकन भरा जाना है और इसकी संभावना अधिक है कि यह 21 अगस्त को ही भरा जाएगा, क्योंकि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने अभी तक राज्यसभा सदस्य के लिए प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है।

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