सरकारी यात्रा से वोटर्स का मन टटोलेंगे शिवराज

 शिवराज

हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। तमाम सर्वे और मैदानी रिपोर्ट के बाद एक बार फिर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकारी यात्रा से वोटर्स का मन टटोलने की तैयारी कर ली है। यह पूरी कवायद इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर की जा रही है। इस सरकारी यात्रा को विकास यात्रा का नाम दिया गया है। इसमें उनके मंत्री तो शामिल होंगे ही साथ ही पार्टी के अन्य जनप्रतिनिधियों के अलावा पार्टी के पदाधिकारी भी इसमें साथ देंगे। दरअसल नौ माह बाद प्रदेश में विधानसभा के आम चुनाव होने हैं, जिसके मद्देनजर सरकार व संगठन स्तर पर ही नहीं , बल्कि इंटेलीजेंट से भी आंकलन कराया जा चुका है।  इन सभी में अब तक पार्टी विधायकों के मामले में रिपोर्ट अनुकूल नहीं बताई गई है। यही वजह है कि प्रदेश में चुनाव से पहले विकास यात्रा निकलने का तय किया गया है। इस यात्रा का जो उद्देश्य सरकारी तौर पर बताया जा रहा है, उससे हटकर इसे वोटर्स का मूड भांपने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है। दरअसल इस यात्रा का उद्देश्य सरकार की बड़ी योजनाओं के भूमि पूजन अथवा उद्घाटन जैसे कार्यक्रमों का आयोजन कर जनता पर पार्टी की पकड़ मैदानी स्तर पर मजबूत करने की है। इस यात्रा में समय-समय पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके कबीना के सदस्यों को भी समय -समय पर शामिल होना तय किया ज रहा है।  यही वजह है कि संगठन द्वारा अपने मैदानी नेताओं व कार्यकर्ताओं को भी इस आयोजन में पूरे जोर शोर से शामिल होने के निर्देश दिए जा रहे हैं। उनसे बढ़-चढ़ कर भाग लेने को कहा गया है। हर चुनाव के पहले भाजपा अपनी राजनीतिक जन आशीर्वाद यात्रा निकालकर मतदाताओं का आर्शीवाद मांगती रही है। इस दौरान पहली बार प्रदेश में शासकीय स्तर पर विकास यात्रा के जरिए वार्ड स्तर पर कामकाज का ब्योरा लिया जाएगा। इस यात्रा में स्थानीय गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी और हितग्राही आदि को भी शामिल करने की योजना बनाई गई है। इधर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कार्यकर्ताओं को इस यात्रा में बतौर सहयोगी शामिल होने को कहा है। भाजपा कार्यकर्ता भी कर्मचारियों के साथ हितग्राहियों के अलावा अन्य लोगों के घरों पर जाकर दस्तक देंगे। यह यात्रा 16 दिनों की होगी, जिसकी शुरुआत पांच फरवरी को होगी और उसका समापन 20 फरवरी को होगा। यात्रा को आम जनता की आवाज बनाने के लिए मुख्यमंत्री स्वयं मैदान में आएंगे। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा कलेक्टरों को भेजे गए प्लान के अनुसार गांव और शहर में चलने वाली हर विकास यात्रा का एक खास नाम अथवा कोड नंबर होगा। इस कोड और विशेष नाम से एक-एक विकास यात्रा का डिटेल तैयार होगा । कर्मचारी-अधिकारी प्रदेश के लाखों हितग्राहियों से संवाद करेंगे। यह संवाद संग्रह सरकार का परफॉर्मेंस तय करेगी।
हर क्षेत्र में पकड़ बनाने की कवायद
विकास यात्रा सरकार के कामकाज पर बड़ा नेटवर्क खड़ा करेगी। जैसे कि स्व सहायता समूहों, शिक्षक पालक संघ के सदस्यों, क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप्स, ग्राम सभाओं के सदस्य, जल जीवन मिशन के अंतर्गत परियोजना संचालन एवं  संधारणकर्ता समितियों के प्रतिनिधि, जल उपभोक्ता संस्थानों के प्रतिनिधि, पेसा नियमों के तहत गठित समितियों के सदस्य सहित अन्य समूहों और संस्थाओं के सदस्यों को भी इसमें शामिल किया जाएगा। इसके अलावा सरकार का फोकस उन हितग्राहियों पर भी बना हुआ है, जिन्हें सरकारी योजनाओं को लाभ मिल चुका है या फिर जो पात्र पाए जा चुके हैं।
तैयार किया जाएगा पूरा डेटा
विकास यात्रा से संबंधित पूरी जानकारी सीएम हेल्पलाइन पोर्टल के माध्यम से दर्ज की जाएगी। विकास यात्राओं के संबंध में जिलों से डेटा प्राप्त करने और प्रगति की नियमित मॉनिटरिंग के लिए सीएम हेल्पलाइन पोर्टल के माड्यूल में विकास यात्रा का मास्टर तैयार करना जैसे यात्रा का नाम, यात्रा का प्रारंभ, समाप्ति समय और एक-एक मार्ग का नाम शामिल होगा। हर दिन होने वाले भूमिपूजन और लोकार्पण का भी हिसाब-किताब रखा जाएगा।
इस पर भी रहेगी नजर
यात्रा के दौरान संबंधित क्षेत्र की सडक़ें, जल प्रदाय व्यवस्था, सफाई, स्कूल, अस्पताल, आंगनबाड़ी केंद्र और पुलिस थाने आदि के बारे में भी पूृरी जानकारी ली जाएगी। क्षेत्र के लोगों को हर दिन किन -किन प्रमुख समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है । इसके अलावा अन्य मिलने वाली प्रमुख समस्याओं का भी त्वरित समाधान करने पर जोर देने को कहा गया है। इसकी वजह है लोगों को सुविधाएं देकर जनाक्रोश को रोकना है।  खास बात यह है कि यह यात्रा हर रोज करीब नौ घंटे तक चलेगी। इस यात्रा के हर दिन की पूरी जानकारी सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर अपलोड करनी होगी। इसका जिम्मा जिला प्रशासन को दिया गया है।

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