अफसरानों की टालू प्रवृत्ति पर शिवराज ने चेताया

शिवराज सिंह चौहान

भोपाल/हरीश फतेह चंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। नए साल के आगाज के दो दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर मैदानी आला अफसरों की क्लास ली। उन्होंने इस दौरान फिर से अफसरों को उनकी काम टालू प्रवृत्ति को लेकर चेताया है। उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग में शामिल अफसरों से कहा कि चला लेंगे, देख लेंगे, जैसी मानसिकता से बाहर आएं और वास्तविक स्थिति को देखें , जिससे की जनता को जल्द और अधिक से अधिक योजनाओं का लाभ मिल सके। सीएम ने प्रदेश में आ रही खाद संकट की कमी पर कलेक्टरों से कहा गया है कि जब खाद की कमी नहीं है तो फिर किसानों को समय पर खाद क्यों नहीं मिल रहा है। खाद की कमी नहीं होनी चाहिए। जहां भी जरूरत हो कलेक्टर मांग करें, यूरिया उपलब्ध कराया जाएगा। अगर जरूरत हुई तो मैं स्वयं केन्द्र सरकार से बात करूंगा।  मुख्यमंत्री द्वारा की गई खाद की समीक्षा के दौरान प्रदेश में 25 रैक यूरिया की आवश्यकता बताई गई। इस दौरान उज्जैन और रतलाम कलेक्टर ने दो-दो हजार टन यूरिया उपलब्ध कराने की मांग की। मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग के अधिकारियों को कहा है कि वे यूरिया की मांग का आंकलन कर रिपोर्ट दें, मैं केंद्र सरकार से बात करूंगा। वहीं, उनके द्वारा कलेक्टरों को चेताते हुए कहा गया कि की किसी भी हाल में खाद की कालाबाजारी नहीं होनी चाहिए। इसी तरह से समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से कहा गया कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति बाहर से धान बेचने के लिए आए, यह स्वीकार नहीं किया जाएगा। जो किसान नहीं हैं, उनसे किसी भी कीमत पर धान की खरीदी नहीं की जाए। किसानों को कोई परेशानी न हो, यह सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा आठ से 14 जनवरी के बीच होगी। आठ जनवरी को मैं भी एक आंगनबाड़ी में जाऊंगा। सभी मंत्री और विधायक भी जाएंगे। इसे आंदोलन का रूप देना है।
कोरोना के रोकथाम पर फोकस
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में कहा कि पड़ोसी राज्यों में कोरोना के प्रकरण बढ़ रहे हैं। लगभग सभी जगह केस बढ़ रहे हैं। हमको इसके नियंत्रण के लिए पूरी तरह तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 307 नये केस आए हैं। चारों महानगरों में केस आ रहे हैं। अब धीरे-धीरे सभी जगह फैलने की संभावना है। हमारी रणनीति है कि यदि घर में जगह नहीं है तो रोगी को हॉस्पिटल में एडमिट करें। सभी प्रभारी मंत्री इस ओर ध्यान दें। कोविड केयर सेंटर तैयार करें। जिलों में एक-एक कोविड केयर सेंटर की तैयारी करें। होम आइसोलेशन के मरीज को सावधानी रखने के लिए क्या करना चाहिए, इसकी समझाइश दी जाए। सभी कलेक्टर भी पूरी तैयारी कर व्यवस्थाएं दुरुस्त रखें। अपनी तरफ से कोई कमी नहीं रहने दी जाए। उन्होंने 15 से 18 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन की तैयारी के निर्देश देते हुए कहा कि 3 जनवरी से युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन करना है।
 चौहान ने कहा कि फीवर क्लीनिक चालू कराये जाये। अभी 20 जिलों में एक्टिव केस हैं। रोको-टोको अभियान जारी रहे। अनावश्यक भीड़ वाले आयोजनों से बचा जाए। दवाइयों की एक महीने की व्यवस्था रहे। मुख्यमंत्री इन्पेनल्ड अस्पतालों की अवधि 31 मार्च 2022 तक बढ़ा दी गई है। बिस्तरों की मेपिंग कर लें। प्राइवेट एवं शासकीय अस्पतालों में बिस्तरों की व्यवस्था करें। सभी आवश्यक चीजें देखें।
विवेकानंद जयंती से प्रदेश में शुरू होंगे रोजगार मेल
स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस 12 जनवरी 2022 से प्रदेश में शुरू हो रहा रोजगार दिवस मनाने का सिलसिला शुरू किया जाएगा। इनका आयोजन हर माह किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि  जिला, विकासखंड और पंचायत स्तर पर कार्यक्रम होंगे, जिनमें प्रभारी मंत्री शामिल होंगे। रोजगार दिवस की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टरों से वर्चुअल बात करते हुए कहा कि बैंकों से बात करें एवं युवाओं को आसानी से लोन दिलाएं। इसे मिशन मोड में रखें। राज्य सरकार ने नए साल में एक लाख रोजगार देने का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशभर में होने वाले इस कार्यक्रम में मैं भी किसी एक जगह शामिल रहूंगा। जनप्रतिनिधि भी रहेंगे। हमको स्व रोजगार की योजनाओं पर काम करना है। युवाओं को सम्मान के साथ लोन दिलाना है और शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार मतलब सिर्फ सरकारी नौकरियां नहीं हैं, स्व-रोजगार से जोड़ना, निजी क्षेत्र में भी कुशल लोगों को नौकरियों से जोड़ना भी रोजगार है। इसके लिए युवाओं को जागरूक करना है। उन्हें व्यवसाय के लिए प्रशिक्षण देना है। उद्यम क्रांति योजना का प्रचार करें। उन्होंने कहा कि रोजगार दिवस को गंभीरता से लें, 12 जनवरी को हम रिकॉर्ड कायम करें। यह हमारा महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। हमें ज्यादा से ज्यादा रोजगार देना है।
रिश्वत के मामलों में होंगे बर्खास्त
मुख्यमंत्री ने रायसेन में एसडीएम के रिश्वत लेते पकड़े जाने पर गहरी नाराजगी जताते हुए कलेक्टरों से कहा कि पैसे लेने वाले को नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा। इस तरह के मामलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने माफियाओं के अतिक्रमण पर लगातार कार्रवाई जारी रखने को भी कहा है।

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