मोदी से मंत्र लेकर शिव शक्ति जन आरधन में जुटी

शिवराज सिंह चौहान

भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। काशी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जनसेवा व सुशासन का मंत्र लेकर लौटे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब अपनी टीम के साथ जन आराधना में जुट गए हैं। यही वजह है कि भोपाल आते ही उनके द्वारा एक बड़ी बैठक कर अपने मंत्रियों और आला अफसरों को जता दिया गया है कि अब उन्हें किस तरह से जन सेवा करनी है, जिससे कि आमजन को त्वरित लाभ मिल सके और सुशासन का पूरा अनुभव हो सके। उन्होंने इस दौरान अपनी मंशा जाहिर करते हुए कहा कि प्रदेश को तेजी से आगे ले जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देशों पर कार्य कर केन्द्र सरकार की योजनाओं में नंबर-1 पर आने के प्रयास करें। यह सक्रियता और जनआराधन की स्थिति तब है जबकि मुख्यमंत्री परिषद में सुशासन और जन-भागीदारी से जन-कल्याण की मध्यप्रदेश की बेस्ट प्रेक्टिसेस की मोदी की मौजूदगी में सराहना हुई। चौहान द्वारा दिये गये प्रेजेन्टेशन के बाद परिषद में शामिल अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को मध्यप्रदेश के जन-भागीदारी मॉडल को आकर्षित किया है।  मंत्रि-परिषद के सदस्यों, अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव तथा विभागाध्यक्षों की बैठक में मुख्यमंत्री ने राजस्व बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करने के अलावा ईज आॅफ डूईंग बिजनेस एवं ईज आॅफ लिविंग के लिए प्राथमिकता से कार्य करने का आग्रह किया।  मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जरुरी काम करते हुए कोविड कंट्रोल करना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहें। सभी विभाग अपने बजट का उपयोग समय पर करें। जो विभाग पैसा खर्च नहीं कर पाएंगे, उनके बजट का पैसा दूसरे विभागों को दे दिया जाएगा। केन्द्र सरकार से संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए आवश्यक राशि की मांग करें। उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार की अनेकों योजनाओं में नम्बर वन है। हमारी कोशिश सभी योजनाओं में नम्बर वन रहने की होना चाहिए।  मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि के विविधीकरण का मुद्दा बहुत महत्वपूर्ण है। विभिन्न फसलों की खेती के विकल्प लिए तेजी से प्रयास किए जाएं। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए गंभीरता से कार्य करें। मोटा अनाज, कोदो-कुटकी, ज्वार-बाजरा की फसलों के उत्पादन पर फोकस करें। उन्होंने कहा कि विकास के लिए रोडमैप बनाकर लक्ष्य निर्धारित कर समय-सीमा में पूरा करें। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि पीएम गति शक्ति प्रोजेक्ट पर तेज गति से कार्य करें। बेहतर समन्वय एवं इन्फ्रा-स्ट्रक्चर के क्षेत्र में केन्द्र सरकार के साथ साझा विजन से काम किया जाए। उन्होंने शहरों के मास्टर प्लान पर जोर देते हुए कहा कि बिना मास्टर प्लान के शहरों की प्लानिंग नहीं हो सकती। प्रभारी मंत्री अपने प्रभार के जिलों एवं संबंधित अधिकारी मास्टर प्लान तैयार करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना लोगों की जिन्दगी में क्रांति ला सकती है। इसको बेहतर और प्रभावी बनाकर लागू करें। प्राइवेट अस्पतालों में इस योजना का लाभ कार्डधारियों को दिलाए जाने के लिए प्रभावी ढंग से काम किया जाए। इसी तरह से उनके द्वारा कौशल विकास के क्षेत्र में जरूरत के हिसाब से और तेजी से काम करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि एनीसीसी, एनएनएस और संस्कार देने वाली शिक्षा को पाठ्यक्रमों में जोड़ें और मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में हिन्दी में पढ़ाई शुरू कराई जाए। मुख्यमंत्री ने रोड कनेक्टिविटी, पीने का पानी, उज्जवला गैस कनेक्शन, बिजली, आयुष्मान कार्ड तथा रोजगार के प्रयासों पर पूरा फोकस करने के निर्देष देते हुए कहा कि आत्म-निर्भर परिवार बनाने की क्रांति के प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि पीएम स्वनिधि योजना में फोकस करें। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा स्वनिधी योजना सहित मातृ वंदना और सुकन्या योजना में हम नम्बर वन हैं। उन्होंने कहा कि एक ही डैशबोर्ड पर सीएम की सभी योजनाओं की जानकारी प्राप्त हो सकें, इसके लिए कार्य करें। इसमें मध्यप्रदेश एवं भारत सरकार की सभी फ्लैगशिप स्कीम हो।
यह भी दी जानकारी

प्रदेश में हरित क्षेत्र और प्राणवायु वृद्धि वाले अंकुर कार्यक्रम में भी व्यापक जन सहयोग मिला है। अभी तक 3 लाख से अधिक नागरिक अपना पंजीयन करा कर 4 लाख 39 हजार पौधे लगा चुके हैं। कार्यक्रम में नागरिकों को डिजिटल प्रमाण-पत्र और प्राण-वायु पुरस्कार देने के प्रावधान के बारे में भी बताया ।
योजनाओं की मॉनिटरिंग
सीएम ने कहा कि राज्य में राशन वितरण, मध्यान्ह भोजन, जननी सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, छात्रवृत्ति वितरण और संबल सहित अनेक प्रमुख योजनाओं की मॉनिटरिंग जन-भागीदारी से की जा रही है। ग्राम पंचायत, विकासखंड, है नगरीय निकायों पर मॉनिटरिंग समितियां गठित हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि सीएम जनसेवा से खसरा नकल, खतौनी, नक्शा, आय प्रमाण-पत्र और स्थानीय निवासी प्रमाण-पत्र नागरिकों को उनके मोबाइल पर ही उपलब्ध हो रहे हैं। इस सेवा का लाभ 66 हजार से अधिक लोग ले चुके हैं।
शिव सरकार के इन प्रयासों को मिली सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में बनारस में हुई मुख्यमंत्री परिषद में सुशासन और जन-भागीदारी से जन-कल्याण की मध्यप्रदेश द्वारा संचालित योजनाओं पर सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रेजेंटेशन दिया गया । इसमें उनके द्वारा बताया गया कि राज्य सरकार ने जन-भागीदारी से किया। अब प्रदेश में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में भी विभिन्न स्तर पर जनता की जवाबदेही तय की गई है, जिसके अच्छे परिणाम आ रहे हैं। इस दौरान उनके द्वारा देश में पहली बार प्रदेश में गठित अपनी तरह के आनंद विभाग और आनंद संस्थान की भी जानकारी दी गई, जिसकी परिषद ने सराहना की।

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