- दी मंत्रियों को मैदानी स्तर पर आक्रामकता की नसीहत
- हरीश फतेहचंदानी
चुनावी साल में अपने माननीयों की मंशा के अनुसार सक्रियता नहीं दिखाई देने से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुश नही हैं। यही वजह है कि वे बार-बार उन्हें चेता रहे हैं। इसके बाद भी कई माननीय हैं कि सक्रियता में तेजी लाने को तैयार नही हैं। हालत यह हैं कि इस मामले में एक बार फिर मुख्यमंत्री को निष्क्रीयता के मामले में ऐसे मंत्री और विधायकों को चेताना पड़ा है। यही नहीं मुख्यमंत्री को यहां तक कहना पड़ा है कि वे मैदानी स्तर पर विपक्ष पर और अधिक आक्रमकता दिखाएं और विकास कामों पर पूरा फोकस करें। मुख्यमंत्री ने विधायकों व मंत्रियों से साफतौर पर कहा है कि वे अपनी सोशल मीडिया पर सक्रियता बढ़ाएं, जो माननीय इस मामले में सक्रिय नही हैं, उन सभी की रिपोर्ट मैने बुलवा ली है। ऐसे लोगों का नाम यहां लेना उचित नही है। मेरा सभी से आग्रह है कि समय के साथ नई तकनीक अपनाएं और अपनी सक्रियता सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अधिक से अधिक बढ़ाए।
विधायकों की बैठक में सीएम ने कहा कि सोशल मीडिया और मैदान में सकारात्मक आक्रामकता से काम करें। उन्होंने कहा कि विकास यात्राओं को जनता का अच्छा प्रतिसाद मिला है। हमने प्रत्येक वर्ग के जनकल्याण के अनगिनत काम किए हैं, इसलिए हमारे पास अस्त्रों- शस्त्रों की कमी नहीं है। दमदारी से जनता के बीच जाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं। उन्होंने आर्थिक सर्वेक्षण का विस्तार से जिक्र किया और कहा कि विकास दर में हम देश में सबसे आगे हैं। उन्होंने लाड़ली बहना योजना में सक्रियता से जुट जाने को कहा। सीएम ने कहा कि हितग्राहियों से व्यापक सम्पर्क हमारी विराट विजय का मार्ग प्रशस्त करेगा। उल्लेखनीय है कि इन दिनों भाजपा संगठन का भी पूरी तरह से सोशल मीडिया पर सक्रियता को लेकर फोकस बना हुआ है। यही वजह है कि समय-समय पर पार्टी के प्रदेश प्रभारी से लेकर तमाम बड़े पदाधिकारी भी सोशल मीडिया पर सक्रियता की सलाह दे चुके हैं।
तीन साल हो रहे पूरे, मनेगा उत्सव
मुख्यमंत्री ने कहा कि 23 मार्च को प्रदेश में हमारी सरकार के तीन साल पूरे हो रहे हैं। इस दिन उत्सव मनाया जाएगा। सीएम ने मंगलवार को विधानसभा में लंच के बाद विधायकों की कम उपस्थिति पर चिंता जताई और कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा महत्वपूर्ण होती है। हमे इस दौरान सदन में उपस्थित रहना चाहिए। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा ने विधायकों ने बूथ विस्तारक अभियान टू में सक्रियता से जुटने को कहा। हितानंद ने विधायकों से कहा कि अपनी सीट के हरेक बूथ का अध्ययन अभी से करना शुरू कर दें। जो अपडेट नहीं होते वे आउटडेट हो जाते है। बैठक का संचालन विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया ने किया।
संगठन भी हर बूथ पर कर रहा दो वॉरियर्स तैयार
गौरतलब है कि जिस तरह से वर्तमान समय में सोशल मीडिया का महत्व बड़ा है। उसे नजरंदाज नहीं किया जा सकता है, इसलिए कोई भी राजनीतिक पार्टी चुनाव में पीछे नहीं रहना चाहती है। यही वजह है कि मैदान पर चुनाव के समय नेता जनता के बीच जाते हैं, लेकिन सोशल मीडिया के जरिए पहले से अपने मतदाताओं को रिझाया जा सके इसकी तैयारी की जा रही है। प्रत्येक बूथ स्तर पर कम से कम 2 सोशल मीडिया वॉरियर्स तैयार करने का लक्ष्य रखना तय किया गया है। जिससे कि बेहतर ढंग से सरकार और पार्टी की गतिविधियों को जन-जन तक पहुंचाया जा सके। वहीं बैठकों में कार्यकर्ताओं को बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया का उपयोग कहां-कहां और किस तरह करना है, इसकी जानकारी दी जा रही है। चुनावों में सोशल मीडिया का अहम रोल है । जिस नेता के जितने अधिक फॉलोअर्स उसे उतना ही पॉपुलर माना जाता है। यही वजह है कि भाजपा अपने नेताओं को सोशल मीडिया में फॉलोअर्स बढ़ाने की सलाह दे चुकी है।
विकास यात्रा का फीडबैक मिला अच्छा…
विकास यात्राओं से अच्छा फीडबैक मिला है। आर्थिक और कृषि विकास दर में हम देश में सबसे आगे हैं। विधायकों ने सीएम को बताया कि ग्रामीण इलाकों में लाड़ली बहना योजना को लेकर भारी उत्साह है। सीएम ने कहा कि 23 मार्च को सरकार के 3 साल पूरे होने पर उत्सव मनाया जाएगा। वीडी शर्मा ने कहा कि मप्र का बजट जन कल्याण का बजट होगा, इस पर खुलकर मीडिया और सोशल मीडिया पर बात करिए। अपने काम का रियल टाइम रिपोर्टिंग सिस्टम विकसित करें।
ट्वीटर पर यह मंत्री फिसड्डी
सोशल मीडिया पर सक्रियता बढ़ाने के लिए संगठन द्वारा भले ही कई बार निर्देश दिए जाते रहे हों, लेकिन इसके बावजूद भी शिवराज सरकार के कई मंत्रियों की इसको लेकर सक्रियता दिखाई नहीं देती। यही वजह है कि ट्वीटर पर कई मंत्रियों के फॉलोअर्स की संख्या 10 हजार भी नहीं पहुंच पाई है। सबसे कम फॉलोअर्स की सूची में सबसे नीचे वन मंत्री कुंअर विजय शाह हैं। इनके ट्वीटर पर सिर्फ 3 हजार 74 फॉलोअर्स हैं। टारगेट 5 लाख का है। यही नहीं कईयों के 5 हजार फॉलोअर्स भी नहीं हैं। गौरतलब है कि पूर्व में हुई सत्ता संगठन की बैठक में प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने सभी मंत्रियों को संगठन के कामकाज और जिलों में कार्यकर्ताओं से मेलजोल बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स बढ़ाने का लक्ष्य दिया था। मंत्रियों से कहा गया है कि सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स की संख्या कम से कम 5 लाख होना चाहिए।