दो दिन बाद मनेगी उज्जैन में शिव दीवाली

उज्जैन
  • पूरे प्रदेश में होगा हर हर महादेव का शंखनाद, बजेंगे शंख व घंटे

भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। देश के सबसे बड़े श्री महाकाल लोक के कॉरीडोर का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किए जाने वाले शुभारंभ के समय जहां पूरा प्रदेश महादेव के शंखनाद से गंूजेगा, तो वहीं, मंदिरों में शंख व घड़ियाल भी बजेंगे। खास बात यह है कि दीपावली से 13 दिन पहले ही उज्जैन में शिव दीवाली मना ली जाएगी। इस वजह से पूरा प्रदेश ही 11 अक्टूबर को शिवमय होने जा रहा है। उज्जैन में श्री महाकाल लोक के साथ पूरे प्रदेश में गांव-गांव, शहर-शहर देवालयों में बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होंगे। वे शिव भजन, पूजन, कीर्तन, अभिषेक और आरती करेंगे। शंख-ध्वनि होगी, घंटे घड़ियाल बजाए जाएंगे। मंदिरों, नदियों के नटों सहित घर-घर दीपक जलाए जाएंगे।
कई तरह के धार्मिक- सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे तथा भोजन- भंडारे का आयोजन होगा। कार्तिक मेला ग्राउंड उज्जैन में प्रधानमंत्री मोदी के सभा स्थल पर शिवमय थीम पर केंद्रित साज-सज्जा की जाएगी। विशेष ध्वनि, प्रकाश एवं सुगंध के माध्यम से मंदिर के पवित्र वातावरण का निर्माण किया जाएगा। संतों के लिए पृथक से मंच की व्यवस्था की गई है। प्रख्यात गायक कैलाश खैर द्वारा महाकाल स्तुति गान होगा। उज्जैन एवं इंदौर संभाग की प्रत्येक ग्राम पंचायत से श्रद्धालु कार्यक्रम स्थल पर आएंगे। धार्मिक अनुष्ठान संपादित करने वाले तड़वी, पटेल, पुजारी और विभिन्न समुदायों के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित होंगे। प्रत्येक ग्राम के किसी एक मंदिर में सभी ग्रामवासी एकत्रित होकर पूजन-पाठ – अनुष्ठान करेंगे। इसी प्रकार शहरी वार्डों के प्रमुख मंदिरों में भी धार्मिक आयोजन होगा। इन सभी स्थानों पर भी एलईडी के माध्यम से कार्यक्रम के सीधे प्रसारण की व्यवस्था रहेगी। प्रदेश के सभी शासकीय देव स्थानों पर दीपमालाएं जला कर रोशनी की जाएगी।  प्रदेश के सभी बड़े शिव मंदिरों जैसे टीकमगढ़ का बांदकपुर मंदिर, छतरपुर का जटाशंकर मंदिर आदि स्थानों में सांस्कृतिक एवं धार्मिक आयोजन किए जाएंगे। यहां बड़ी स्क्रीन लगाकर कार्यक्रम का प्रसारण होगा। भजन-पूजन, भोजन-भंडारो की व्यवस्था भी होगी। उज्जैन एवं इंदौर संभाग के प्रत्येक जिलों से विभिन्न समाज और संस्थाओं के अध्यक्ष, पार्षद, सरपंच, तड़वी, पटेल पुजारी आदि को आमंत्रित किया गया है। वे अपने-अपने क्षेत्र से जल लेकर आएंगे और उज्जैन रुद्रसागर में समर्पित करेंगे। आगामी 11 अक्टूबर को संध्या काल में महाकाल लोक परिसर के लोकार्पण के समय प्रदेश में नागरिकों द्वारा घर-घर दीपक जलाए जाएंगे।
ग्राउंड की क्षमता 2 लाख
आयोजन स्थल कालिदास उद्यान, कार्तिक मेला ग्राउंड पर करीब 2 लाख लोगों की क्षमता है। बाकी लोगों को शहर में ही 200 एलईडी स्थलों पर चल रहे सीधे प्रसारण के आसपास बैरिकेड लगाकर रोक दिया जाएगा। जय गुरूदेव संस्थान ने आयोजन समिति को 2 लाख भोजन के पैकेट मुफ्त उपलब्ध कराने का निर्णय किया है। भोजन में पूड़ी सब्जी, अचार नमकीन के साथ महाकाल प्रसाद का लड्डू भी रहेगा।
3 घंटे रहेंगे मोदी उज्जैन में
श्री महाकाल लोक का लोकार्पण करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर को उज्जैन जाएंगे। वे वहां एक आमसभा को भी संबोधित करेंगे। पीएम मोदी का उज्जैन दौरा करीब तीन घंटे का बताया जा रहा है। माना जा रहा है कि पीएम मोदी इंदौर एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर के जरिए उज्जैन पहुंचेंगे। लौटते वक्त वे सड़क मार्ग का इस्तेमाल करेंगे। इसी के मद्देनजर सड़क को सजाया-संवारा जा रहा है। इंदौर नगर निगम की टीम को सफाई के लिए लगाया गया है। सड़क साफ करने वाली मशीनें लगातार काम कर रही हैं। सड़क पर दोनों तरफ पर्याप्त रोशनी के साथ सुरक्षा के भी पूरे बंदोबस्त किए जा रहे हैं।
50 किमी सड़क जगमग रहेगी
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम को मौसम खराब होने पर उज्जैन से सड़क मार्ग से आ सकते हैं। इस कारण यात्रा मार्ग को प्रकाशमय किया जा रहा है। उज्जैन से इंदौर के बीच लगभग 50 किलोमीटर मार्ग पर रोशनी की जा रही है। इसके लिए पूरे मार्ग पर लगभग 600 पोल भी लगाए गए हैं। इसके लिए इंदौर जिले की सीमा में लगभग 400 और उज्जैन जिले की सीमा में 200 पोल लगाए गए है।
महाकाल लोक की खासियत
यह परियोजना भारत में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत सबसे बड़ी सार्वजनिक स्थल के विकास की परियोजना है। इस परियोजना से शहर की सुन्दरता और अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। अनुमान है कि शहर में हर साल आने वाले लगभग डेढ़ करोड़ पर्यटकों की संख्या अब दोगुनी हो जाएगी। इसकी वजह से शहर की डायरेक्ट इकॉनमी में भी 300 करोड़ की वृद्धि होगी। परियोजना का दूसरा चरण आगामी एक वर्ष में पूरा किया जाएगा। पहले चरध में एक समय में करीब 20 हजार तीर्थ यात्री आ सकते हैं। इसमें दो द्वार, मूर्तियों के साथ लैंडस्केप, गार्डन क्षेत्र, रुद्रसागर तट क्षेत्र, शिव स्तम्भ, सप्तऋषि स्थापित हैं। यहाँ ओपन एयर थियेटर और मुक्त आकाश मंच भी बनाया गया है। यहां पर फूड कोर्ट, हस्तशिल्प कलाकृति, धार्मिक वस्तुओं एवं फूलों की करीब 130 दुकानों का निर्माण किया गया है। 400 कार की क्षमता वाली पार्किंग के साथ इ-रिक्शा की भी सुविधा है।
पूरे देश की भावनाएं जुड़ी हैं
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि श्री महाकाल लोक के लोकार्पण समारोह से प्रदेश नहीं, पूरे देश की भावना और आस्था जुड़ी है। लोकार्पण दिव्य, आलौकिक और अनुपम स्वरूप में होना चाहिए। पूरे देश में कार्यक्रम की चर्चा है। उज्जैन नगरी की अद्भुत छटा अविस्मरणीय बन सके, इस उद्देश्य से स्वच्छता और साज-सज्जा की गतिविधियां संचालित की जाएं। मुख्यमंत्री श्री महाकाल लोक के लोकार्पण की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना सहित तमाम अधिकारी मौजूद थे। एसीएस गृह डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव जनसंपर्क राघवेंद्र सिंह, प्रमुख सचिव संस्कृति शिवशेखर शुक्ला, कलेक्टर आशीष सिंह सहित अन्य अधिकारी उज्जैन से वर्चुअली जुड़े थे। सीएम ने कहा, यह सुनिश्चित किया जाए कि श्री महाकाल लोक के लोकार्पण अवसर पर उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं हो। बारिश की संभावना को देखते हुए वॉटर रूफ टेंट की व्यवस्था की जाए।
दिया जा रहा है पीले चावल से नगर निमंत्रण
श्री महाकाल लोक का लोकार्पण करने आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाबा महाकाल का पूजन-अभिषेक करेंगे और करीब 3 घंटे उज्जैन रुकेंगे। शनिवार को सांसद, विधायक, मंत्रियों व कार्यकर्ताओं ने 50 हजार घरों में दस्तक देकर पीले चावल देकर शहरवासियों को न्यौता दिया। इस मौके पर महाकाल ज्योतिर्लिंग को समर्पित कैलाश खैर का स्तुतिगान भी पेश किया जाएगा। महाकाल प्रसाद के लड्डू भी बांटने की व्यवस्था की गई है। महाकाल लोक कार्यक्रम को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए प्रचार रथ घूम रहे हैं। मंदिरों में भजन संध्या, महाआरती, रूद्राष्टक, शिव स्त्रोत, दीपदान, नुक्कड़ नाटक और सुन्दरकांड पाठ जैसे कार्यक्रम भी चल रहे हैं। आयोजन से जुड़े संघ और भाजपा के पदाधिकारियों का कहना है कि उज्जैन में सिंहस्थ जैसी भीड़ उमड़ेगी। करीब 3-4 लाख लोग बाहर से आने की उम्मीद है।

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