दलित वोट बैंक साधने… मैदानी मोर्चे पर शिव व नाथ

  • संत रविदास जंयती व विकास यात्रा को बनाया जरिया
  • गौरव चौहान
शिव व नाथ

मध्य प्रदेश में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियां एक बार फिर पूरी ताकत से मैदान में उतर गई हैं। भाजपा जहां अपने 18 साल के विकास कार्यों को लेकर मैदान में उतरी है तो वहीं कांग्रेस भाजपा सरकार की खामियों और अपनी पार्टी की 15 महीने की सरकार की उपलब्धियों के सहारे मैदानी मोर्चा सम्हाल रही है। लेकिन, इस बीच खास बात यह है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों की निगाहें दलित वोट बैंक पर है इसका उदाहरण हैं संत रविदास जयंती पर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और सीएम शिवराज की ग्वालियर चम्बल संभाग में उपस्थिति । आज रविदास जयंती है, वैसे तो रविदास जी एक संत है जिन्होंने समानता सद्भाव की बात की लेकिन दलित समाज के लोग रविदास जी को अपने समाज का मानते है और राजनेता इसी का फायदा उठाते हुए वोटबैंक की राजनीति करते आ रहे हैं। ग्वालियर चम्बल संभाग में दलित समाज का एक बड़ा वोट बैंक है जिस पर भाजपा और कांग्रेस दोनों की निगाहें लगी हुई हैं। पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ग्वालियर में हैं। वे वहां पर संत रविदास के मंदिर पर पूजा अर्चना करेंगे और अन्य कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे, ये कांग्रेस का 2023 विधानसभा चुनावों के लिए चुनावी शंखनाद माना जा रहा है। उनकी यात्रा की तैयारियों को लेकर बीते तीन दिनों से कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं ग्वालियर के प्रभारी डॉ महेंद्र सिंह चौहान ग्वालियर में हैं जमे हुए हैं।
सीएम शिवराज भिंड में रहेंगे मौजूद
उधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी आज इसी अंचल के भिंड पहुंच रहे हैं। वे वहां पर जन सेवा अभियान के कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। वहां पर उनके द्वारा हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र देंगे, हितलाभ वितरित करेंगे, करोड़ों रुपये के विकास कार्यों की सौगात देंगे और सरकार की विकास यात्रा की शुरुआत करेंगे। मुख्यमंत्री प्रदेश में विकास यात्रा की शुरुआत भिंड से ही कर रहे हैं। इसके तहत वे वहां से विकास यात्रा रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी करेंगे।
दलित वोट बैंक पर निगाहें
संत रविदास जी की जयंती पर भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों के प्रमुख नेताओं की ग्वालियर- चम्बल में मौजूदगी स्पष्ट करती है कि दोनों ही पार्टियों की दलित वोट बैंक पर नजरें हैं, ग्वालियर में मौजूद कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और ग्वालियर प्रभारी डॉ महेंद्र सिंह चौहान से जब मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने तो दो महीने पहले ही कार्यक्रम घोषित कर दिया था, कमल नाथ जी यहां से पार्टी का चुनावी शंखनाद करेंगे।
कांग्रेस ने किया कटाक्ष  
भाजपा सरकार की विकास यात्रा और उसकी शुरुआत चम्बल से करने के पीछे के मकसद के सवाल पर कांग्रेस नेता ने कहा कि ये बड़े ही अफ़सोस की बात है कि 18 साल सरकार में रहने के बाद भी विकास यात्रायें निकालनी पड़ रही है, ये जुमला पार्टी है, प्रदेश की जनता सब जानती है, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ महेंद्र सिंह चौहान ने तंज कसते हुए कहा कि ये विकास यात्रा नहीं है विनाश यात्रा है, अंतिम यात्रा जैसी है, ये विदाई का समय है उसकी बौखलाहट में अपनी पीठ खुद ही थपथपाने की कोशिश है और कुछ नहीं है।
कांग्रेस बनाए रखना चाहती है पकड़  
गौरतलब है कि ग्वालियर चम्बल संभाग में विस की 34 सीटें हैं , 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने यहां से जबरदस्त बढ़त ली थी और 26 सीटों पर जीत हासिल कर  सत्ता हासिल की थी जबकि, यह अंचल उसके पहले तक  भाजपा का गढ़ हुआ करता था, अब इसी हालत को देखते हुए शिवराज सिंह चौहान और उनकी पार्टी इस अंचल पर नजरें जमा रहे हैं तो कमल नाथ भी पिछला करिश्मा दोहराने की मंशा रखते हुए उसमें इजाफा करने की कोशिश कर रहे हैं। अब देखना यह है कि जनता किसका साथ देती है क्योंकि अभी चुनावों में समय है, कौन मतदाता को भरोसे में ले पाता है ये समय ही बताएगा।   यह बात अलग है कि इस अंचल पर अब दोनों ही दलों का फोकस बना हुआ है। फिलहाल चुनाव में इस बार दल बदल कर भाजपा में आने वाले श्रीमंत की प्रतिष्ठा दांव पर रहने वाली है।

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