- लोकायुक्त पुलिस रह चुकी असफल, लेकिन ईडी ने खुलवाया मुंह
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गौरव चौहान
पूर्व परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा से उसकी काली कमाई के राज उगलवाने में असफल रही लोकायुक्त पुलिस के बाद ईडी की पूछताछ में उसने अपना मुंह खोलना शुरू कर दिया है। वह अब तक कई नेताओं और अफसरों के नामों का खुलासा कर चुका है। हालांकि यह नाम अभी बाहर नहीं आए हैं। माना जा रहा है कि जैसे ही यह नाम सार्वजनिक होंगे , नौकरशाही और राजनीति में हडक़ंप मच जाएगा। उधर, राजनैतिक और प्रशासनिक गलियारों में इन नामों को लेकर चर्चाओं का दौर चल रहा है। फिलहाल सौरभ और उसके दोनों सहयोगी चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल ईडी की रिमांड पर हैं, जिनसे अभी और कई राज सामने आने की संभावना है।
लोकायुक्त पुलिस रिमांड पर लेकर पहले ही पूछताछ कर चुकी है। वहीं आयकर विभाग ने लोकायुक्त जस्टिस प्रशांत सिंह से मुलाकात कर लोकायुक्त पुलिस की जांच में आए तथ्यों को शेयर करने का अनुरोध किया है, ताकि सौरभ और उसके करीबियों के खिलाफ जांच को आगे बढ़ा जा सके। ईडी सौरभ सहित तीनों आरोपियों सेे चार से पांच घंटे तक प्रतिदिन पूछताछ कर रही है। तीनों आरोपी 17 फरवरी तक ईडी की रिमांड पर हैं। सौरभ शर्मा ईडी की सख्ती से कई राज उगल रहा है। उसने कुछ नेताओं व परिवहन विभाग के अधिकारियों की जानकारी दी है, जिनसे लेन-देन किया है। सौरभ के यहां से छापेमारी में बरामद हुई डायरी में भी कई स्थानों पर पैसों के लेन-देन कोडवर्ड में किए गए हैं, ईडी के अधिकारी उस संबंध में भी पूछताछ कर रही हैं।
ईडी के सूत्रों की मानें तो सौरभ ने कई ऐसे राज उगले हैं, जो जांच को आगे बढ़ाने में बहुत कारगर साबित होंगे। सूत्रों की मानें तो सौरभ शर्मा ने ईडी की पूछताछ में जिस तरह से अधिकारियों और चार से पांच बड़े नेताओं के नामों का जिक्र किया है, अगर वह बाहर आ गए तो प्रशासनिक व राजनीतिक गलियारों में भूचाल आ जाएगा। यह जानकारी सामने आने के बाद से ही खलबली मची हुई है। हालांकि ईडी के अधिकारी यह बताने से कतरा रहे हैं कि सौरभ ने पूछताछ में क्या जानकारी दी है। ईडी को जो भी जानकारी सौरभ दे रहा है, वह दस्तावेजीकरण हो रहा है और आगे चलकर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
कल भी होगी पूछताछ
उल्लेखनीय है कि 18 दिसंबर 2024 को लोकायुक्त पुलिस ने सौरभ शर्मा और उसके बिजनेस पार्टनर व राजदार चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल के ठिकानों पर छापा मारा था। इसके बाद 19-20 दिसंबर की दरमियानी रात केरवा रोड स्थित मेंडोरा के एक फार्म हाउस में लावारिस हालत में खड़ी इनोवा से 54 किलोग्राम सोना और करीब 11 करोड़ की नकदी जब्त की थी। यह सोना और नकदी सौरभ की बताई जा रही है, क्योंकि जिस इनोवा में यह राशि व सोना मिला है वह सौरभ के करीबी चेतन सिंह गौर की है और उसका उपयोग सौरभ के कार्यालय में होता है। ईडी रविवार को सौरभ और दो अन्य आरोपियों से पूछताछ करेगी। सोमवार को रिमांड अवधि समाप्त होनों पर तीनों को ईडी की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
कारोबारी भी आएंगे लपेटे में
सूत्रों की मानें तो सौरभ शर्मा ने जिन नेताओं व अधिकारियों के नाम अपने बयान में लिए हैं, उनसे भी ईडी पूछताछ कर सकती है। अगर ऐसा हुआ तो प्रदेश की राजनीति में भूचाल तय है और कई नेताओं व अधिकारियों की मुसीबत बढ़ जाएगी। इसके साथ ही नकदी और सोने में बदलने वाले कुछ व्यापारियों की जानकारी भी ईडी तक पहुंची है। ईडी उन व्यापारियों से भी आने वाले दिनों में नोटिस देकर जवाब तलब करने वाली है।
कई चौंकाने वाले नाम
सूत्रों के अनुसार सौरभ ने पूछताछ में कई नेताओं, अधिकारियों और कारोबारियों के नाम उगले हैं। छापे में मिली सामग्री और दस्तावेज जैसे कई आरटीओ की सील, परिवहन चौकियों में उपयोग होने वाले खाली रसीद कट्टे से यह संदेह लगभग पुख्ता हो गया है कि सौरभ की काली कमाई का बड़ा जरिया परिवहन विभाग ही था। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रिमांड में चल रहे सौरभ शर्मा, चेतन सिंह और शरद जायसवाल से पूछताछ के बीच आयकर विभाग भी इस मामले में लगातार सक्रिय बना हुआ है। यही वजह है कि आयकर विभाग द्वारा 52 किलो सोने और 11 करोड़ नकदी से भरी कार से मिली डायरी की जांच को आगे बढ़ाया है। इसमें 52 आरटीओ, परिवहन विभाग के अधिकारियों और ज्वेलर्स के नामों के साथ लेनदेन का ब्योरा दर्ज है। संबंधित लोगों को नोटिस भी जारी कर दिए गए हैं। माना जा रहा है कि इन सभी से जल्द ही पूछताछ का दौर शुरु कर दिया जाएगा।