भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। निर्माण कामों से जुड़े लोगों को इस माह से बड़ी राहत मिलने जा रही है। यह राहत रेत के दामों में आने वाली कमी से मिलेगी। इसकी वजह है अब प्रदेश की लगभग सभी रेत खदानें शुरू होने जा रही हैं। इसके लिए खदान ठेकेदारों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। माना जा रहा है कि दो सौ खदानों में जल्द ही रेत खनन को काम शुरु हो जाएगा , जबकि शेष में नीलामी के बाद ही खनन का काम शुरु हो पाएगा। एनजीटी के निर्देश पर जून के बाद तीन माह के लिए नदी से रेत उत्खनन बंद होने से प्रदेश में रेत के दामों में तेजी से वृद्धि हुई थी। गौरतलब है कि प्रदेश में हर साल लगभग निर्माण कामों के लिए पांच करोड़ घनमीटर रेत की जरूरत होती है। उधर, सरकार ने प्रदेश में आधा दर्जन से अधिक रेत खदानों में नीलामी के लिए फिर टेंडर जारी किए हैं, माना जा रहा है कि एक माह के अंदर सभी 1093 खदानें चालू हो जाएंगी। इनमें से करीब पांच सैकड़ा रेत खदानों के लिए पर्यावरण स्वीकृति मिल चुकी है। एक हफ्ते के अंदर इनसे रेत निकालने की औपचारिकताएं भी पूरी कर ली जाएंगी। इनमें से होशंगाबाद सहित करीब दो सौ खदानों से रेत उत्खनन के लिए सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। गौरतलब है कि अभी प्रति 700 फीट रेत के रेट 45000 रुपए हैं, जिनके दामों में अब करीब दस रुपए तक की कमी आने का अनुमान लगाया जा रहा है। जिसकी वजह से रेत की कीमत 45 की जगह 35 हजार रुपए तक आ सकती है।
नौ जिलों में फिर से हो रही नीलामी
प्रदेश के भिंड, शहडोल, सिंगरौली, उमरिया, पन्ना, टीकमगढ़, अलीराजपुर, आगर मालवा, मंदसौर जिला रेत खदान समूहों की नीलामी फिर से की जा रही है। इसकी निविदा भी जारी कर दी गई है । इनके नीलामी के शामिल होने के लिए आखिरी तारीख 10 अक्टूबर रखी गई है। खनिज साधन विभाग को हैरानी हो रही है कि भिंड, शहडोल, सिंगरौली, उमरिया जैसे जिलों में खदान क्यों नहीं नीलाम हो रही हैं। रेत की गुणवत्ता बेहतर है और यहां की रेत मप्र के अलावा दूसरे राज्यों में भी भेजी जाती है। वहीं इस कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि इन जिलों के खदानों में रेत की मात्रा ज्यादा तय कर दी गई थी,उधर उमरिया जिला रेत समूह का ठेका विस्ता कंपनी ने लिया था। इस कंपनी ने रेत खदान लेने के लिए तमाम औपचारिकताएं समय सीमा में पूरी नहीं की। इसको लेकर खनिज साधन विभाग ठेका निरस्त कर दिया है।
06/10/2023
0
260
Less than a minute
You can share this post!