हिन्दू-हिन्दुत्व के बाद पिछड़े कार्ड के भरोसे साध्वी

साध्वी
  • कुछ न कुछ  करके राजनीति के आंगन में जगह बनाने के लिए बैचेन हैं उमा भारती…

    भोपाल/रहीश फतेह चंदानी/बिच्छू डॉट कॉम।
    प्रदेश की भाजपा सरकार व संगठन  इन दिनों त्रिस्तरीय पंचयात चुनाव में न्यायालय द्वारा रद्द किए गए पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के मामले में उलझे हुए है। इस मामले में शिव सरकार व भाजपा संगठन लगातार प्रयास कर रहा है कि किसी तरह से वह आरक्षण को बहाल कराकर पंचायत चुनाव कराने में सफल हो जाए , जिससे की कांग्रेस को पटकनी दी जा सके। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश की राजनीति के नेपथ्य में जा चुकी पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भी इस मामले में आगे आ  चुकी हैं।  उनके द्वारा ओबीसी आरक्षण के पक्ष को लेकर गत दिवस एक के बाद एक एक दर्जन ट्वीट किए गए हैं। उनकी इस मामले में सक्रियता को लेकर अब कयास लगाए जाने लगे हैं कि वे इस बहाने से एक बार फिर खुद को मप्र भाजपा की राजनीति में स्थापित करने के प्रयास कर रही हैं। यह बात अलग है कि उमा भारती के यह ट्वीट भाजपा के लिए कितने फायदे वाले होंगे इसका पता तो आने वाले समय मे ही चल पाएगा, लेकिन उनके इन ट्वीट ने सियासत में उबाल ला दिया है।  उमा ने लिखा, भाजपा की महाराष्ट्र-विरार और राजस्थान-सरिस्का की चिंतन बैठक का निचोड़ ये था कि पिछड़ा वर्ग और दलित भाजपा को कम वोट देते हैं, जबकि देश में इनकी संख्या 70 फीसदी से अधिक है। इसलिए यदि मैंने पिछड़ों के हित में बोलना छोड़ दिया तो देश, भाजपा व हिंदुत्व को नुकसान होगा। उन्होंने लिखा, पंचायत चुनाव निरस्त करने के लिए सीएम का अभिनंदन। उन्होंने लिखा है कि वे  6 साल की उम्र से हिंदू संस्कृति का प्रचार करने लगी थी। 20 साल की उम्र तक 60 देशों में हिन्दुत्व का प्रचार किया, फिर भाजपा नेताओं के आग्रह पर भाजपा में आई। उमा ने लिखा, पिछड़े एवं दलित वर्ग पुरातन काल से राम भक्त हिंदू रहे हैं, कमी यह थी कि उनके भाजपा से आत्मीय संबंध नहीं थे। ऐसे में मेरा पिछड़े वर्ग का होना भाजपा की अतिरिक्त ताकत बन गया। पिछड़े वर्ग भाजपा से जुड़ते गए, भाजपा शक्तिशाली होती गई और उसी शक्ति की धारा का एक महासागर बन जाना नरेद्र मोदी का प्रधानमंत्री बन जाना था। फायदे वाले हैं।
    पार्टी को दी सलाह
    उमा भारती ने सिलसिलेवार ट्वीट के जरिए कहा कि हिंदुत्व, हिंदुस्तान को तथा भाजपा को शक्तिशाली बनाए रखने के लिए इन वर्गों के हितों की बात खुलेआम बोलनी पड़ेगी। उनका मानना है कि यदि उन्होंने पिछड़ों के हितों में बोलना छोड़ दिया तो इस देश, भाजपा तथा हिंदुत्व को भारी नुकसान होगा। इसलिए वे पिछड़े वर्गों के हितों पर हमेशा बोलेंगी, ताकि हिंदुत्व, हिंदुस्तान और भाजपा मजबूत रहे।
    मुख्यमंत्री और सरकार का अभिनंदन
    मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के पंचायत चुनावों में पिछड़े वर्गों के आरक्षण की दुविधा को देखकर कुछ समय के लिए राज्य सरकार ने यह पंचायत चुनाव निरस्त किए हैं। इसके लिए वे मुख्यमंत्री और सरकार का अभिनंदन करती हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि पिछड़े वर्ग एवं दलित वर्ग पुरातन काल से निष्ठावान राम भक्त हिंदू रहे हैं। लेकिन उनके भाजपा से आत्मीय संबंध नहीं थे, जो हमसे शुरू हुए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जाकर इसकी पूणार्हुति हुई है।
    यह भी लिखा ट्वीट में
    उनके द्वारा किए गए ट्वीट में लिखा गया है कि अब भाजपा को कोई कमजोर नहीं कर सकता क्योंकि, पूरी दुनिया के सामने यह बात स्पष्ट हो गई है कि मोदी जी भी पिछड़े वर्ग के हैं इसीलिए अब तो सभी पिछड़े एवं दलित वर्ग भाजपामय हो गए हैं। फिर तो मेरा पिछड़े वर्ग का होना, लोधी समाज का होना भाजपा की एक अतिरिक्त ताकत बन गया एवं पिछड़े वर्ग भाजपा से जुड़ते गए भाजपा शक्तिशाली होती गई एवं उसी शक्ति की धारा का एक महासागर बन जाना। मेरी राजनीति की यात्रा और भाजपा की जीवन यात्रा साथ ही शुरू हुई और मेरे साथ पिछड़े वर्ग तथा लोधी समाज के लोग भाजपा से मजबूती से जुड़े। अब भाजपा को कोई कमजोर नहीं कर सकता क्योंकि पूरी दुनिया के सामने यह बात स्पष्ट हो गई है कि मोदी जी भी पिछड़े वर्ग के हैं , इसीलिए अब तो सभी पिछड़े एवं दलित वर्ग भाजपामय हो गए हैं।

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