कोरोना के खात्मे के लिए ‘वर्क प्लान’ बनाकर काम में जुटे सबनानी

 भगवान दास सबनानी

प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा द्वारा बनाए गए सिस्टम के अनुसार कोरोना को हराने प्रदेश भर में  सक्रिय हुई टीमें

भोपाल/राजीव चतुर्वेदी/बिच्छू डॉट कॉम।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के निर्देश पर प्रदेशभर में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीम बनाकर काम किया जा रहा है। इसमें सांसद, विधायक, जिलाध्यक्ष प्रदेश पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। दरअसल प्रदेशाध्यक्ष शर्मा की मंशा 31 मई तक कोरोना पर नियंत्रण पाना है।
 यही वजह है कि संगठन की इस टीम का पूरा फोकस अब शहरों के साथ ही गांवों पर ज्यादा है। प्रदेश पदाधिकारियों के नेतृत्व में अलग-अलग जिलों की टीमें बनाई गई हैं। भोपाल शहर और ग्रामीण की जिम्मेदारी प्रदेश महासचिव भगवानदास सबनानी को सौंपी गई है। जिम्मेदारी मिलते ही सबनानी वर्क प्लान बनाकर किल कोरोना के काम में जुट गए हैं। खास बात है कि उन्होंने अपनी प्लानिंग की शुरुआत गांवों से की है। इसके लिए कार्यकर्ताओं को हाथ में डायरी लेकर घर-घर पहुंचना पड़ेगा। कितने घरों में पहुंचे, कितने लोगों की कोरोना जांच कराने के लिए मदद की, कहां उनको उपचार के लिए भेजा, ऐसी तमाम जानकारी कार्यकर्ताओं को हर रोज अपनी डायरी में लिखना होगा। भाजपा के कार्यकर्ता गांव के बाहर तैनात रहकर गांव में प्रवेश करने वालों पर भी नजर रखेंगे। उन्हें रोक टोककर पूछताछ करेंगे। ताकि कोई बाहरी व्यक्ति गांव में न पहुंच सके।
कोरोना को सरकार और संगठन के संयुक्त प्रयास से हराएंगे
प्रदेश महासचिव भगवान दास सबनानी ने बताया कि सरकार और संगठन के संयुक्त प्रयासों से कोरोना का खात्मा होकर रहेगा। इसके लिए बड़े नेताओं से लेकर बूथ कार्यकर्ता तक की चैन बनाई गई है। शहरी और ग्रामीण नेताओं से चर्चा कर उन्हें जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। दरअसल बड़े नेताओं की बात लोग आसानी से मानते हैं, वहीं बूथ स्तर का कार्यकर्ता हर घर के लोगों को जानता है। इसलिए नेताओं और कार्यकर्ताओं की टीम मिलकर काम करेगी। कोरोना के खात्मे के लिए चलाए जा रहे किल कोरोना अभियान से शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के हर बड़े नेता और कार्यकर्ता को गंभीरता से जुड़ना होगा तभी इसमें हम सफल होंगे।  यही वजह है कि वर्क प्लान के तहत हर एक कार्यकर्ता को डायरी दी गई है। इस डायरी में उन्हें अपने रोजाना क्या क्या काम किए, लिखना होंगे। साथ ही सर्वे टीम में शामिल मैदानी कार्यकर्ताओं को आशा-ऊषा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर हर परिवार के सभी लोगों की जांच कराने का काम करना होगा। दिन भर में कितने परिवारों में कार्यकर्ता पहुंचे और कितने लोगों को जांच कराने के लिए तैयार किया, उनकी क्या मदद की, यह सारा रिकॉर्ड कार्यकर्ता अपनी डायरी में लिखेगा। उनके इस लेखा-जोखा की वर्चुअल बैठक में सभी से नियमित तौर पर जानकारी ली जाएगी। सबनानी ने कहा कि मैं खुद भी सोशल डिस्टेंसिंग बनाते हुए गांवों में जाकर दौरा करूंगा। गांवों में आम सहमति से कोरोना कर्फ्यू लगाने पर जोर दूंगा ताकि गांवों में संक्रमण न फैल पाए।
छोटी-छोटी टोलियों में जाएंगे कार्यकर्ता
किल कोरोना अभियान की गंभीरता को इससे ही समझा जा सकता है कि वर्क प्लान के मुताबिक कार्यकर्ताओं की छोटी-छोटी टोलियां गांव-गांव घूमकर नजर रखेंगी। यही नहीं प्लान के तहत कार्यकर्ताओं को घर-घर पहुंचना होगा और सर्दी, खांसी, जुखाम या बुखार के मरीज मिलने पर उन्हें कोविड केयर सेंटर अथवा अस्पताल पहुंचाने में मदद करनी होगी। इसमें जिला स्तर की टीम उनकी पूरी मदद करेगी।
अंतिम व्यक्ति तक मदद की मंशा
सबनानी ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों के लिए प्रदेश पदाधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसमें बड़े नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं तक को जिम्मेदारी दी गई है। संगठन के कार्यकर्ता सरकार  के साथ मिलकर कोरोना के लिए शहर ही नहीं गांव-गांव और घर-घर तक पहुंचेंगे। प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा की मंशा है कि अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक सरकार की मदद पहुंचे।

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