
दिग्विजय व पटवारी के बाद मुख्यमंत्री भी जा रहे मिलने
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। चुनाव परिणाम के अनुमानों के बीच सागर जिले के बरौदिया में दलित युवती की मौत मामले का शोर अब सियासी गलियारों में जमकर गूंज रहा है। इस मामले में जहां विपक्ष पूरी ताकत के साथ सरकार पर हमलावर बना हुआ है , तो वहीं सत्ता पक्ष भी पीछे नहीं रहना चाहता है। इस मामले को लेकर विपक्ष हर हाल में सरकार की बाड़ाबंदी करना चाहता है, जिससे न केवल सरकार की बदनामी हो बल्कि, दलितों के बीच भी छवि खराब की जा सके। यही वजह है कि पीडि़त परिवार से मिलने पहले पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह गए और बाद में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटवारी भी मिलने पहुंच गए। इस मामले में पटवारी ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। पटवारी ने मौके से ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी से भी पीडि़त परिवार की बात कराई। अब मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव भी आज पीड़ित परिवार से मिलने बरोदिया जा रहे हैं। दरअसल दो दिन पहले 26 मई की शाम बरोदिया की 23 वर्षीय अंजना अहिरवार ने शव वाहन से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। यह घटना तब हुई थी , जब वह चाचा राजेंद्र का शव लेकर गांव लौट रही थी। गांव से 20 किमी पहले खुरई में अंजना ने शव वाहन का गेट खोला और छलांग लगा दी। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। साथ में राजेंद्र के माता- पिता और एक पुलिस जवान भी था। राजेंद्र की हत्या कर दी गई थी। बीते साल 24 अगस्त की रात अंजना के भाई नितिन अहिरवार की हत्या कर दी थी। अंजना ने आरोपी पर छेडख़ानी का केस कराया था, आरोपी इसी केस में राजीनामे का दबाव बना रहे थे। पीड़ित पक्ष का कहना है कि घटना से एक घंटे पहले अंजना ने कहा था एक साल पहले भाई का मर्डर हुआ था। उस समय आरोपियों के मकान तोड़े जाते और सख्त कार्रवाई होती तो आज चाचा हमारे साथ होते।
प्रशासन मुस्तैद रहे : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, मैं स्वयं सागर जा रहा हूं। मुझे घटना की जानकारी मिली है। मैं उम्मीद करता हूं कि भगवान सब ठीक करेंगे। मेरी मृतक परिवार के साथ सहानुभूति है। मैंने प्रशासन से भी कहा है कि वह मुस्तैदी से पेश आए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का काम विपक्ष के चलते बोलते रहना है। उनको खुद मालूम है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह दोनों घर बैठकर आए थे, जहां झगड़ा हुआ वहां भी और जिनके घर घटना हुई वहां भी । बाहर से आकर कोई भी आदमी वहां भी।
6 माह पूर्व हुआ था विवाद
इस मामले में पुलिस का कहना है कि पप्पू रजक और राजेंद्र के बीच पुरानी रंजिश है। करीब 6 माह पहले उनके बीच विवाद हुआ था, जिसमें विष्णु और राजेंद्र अहिरवार के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया था। इसी मामले को लेकर शनिवार रात मारपीट हुई थी। घायल राजेंद्र की मौत हो गई। वहीं, राजेंद्र का शव गांव लाते समय अंजना शव वाहन से कूद गई। घटना में गंभीर चोटें आने से अंजना की मौत हो गई। मर्ग कायम कर मामले के हर बिंदु पर जांच की जा रही है।
बीते साल हुआ था विवाद
मामला बीते साल के 24 अगस्त की शाम का है। आरोपी पक्ष ने नितिन अहिरवार के घर आकर 2019 के छेड़छाड़ के पुराने मामले में राजीनामा करने का दबाव बनाया। इसके बाद बरोदिया नौनागिर बस स्टैंड के पास लालू उर्फ नितिन अहिरवार के साथ मारपीट की। मारपीट में आई गंभीर चोटों से नितिन की मौत हो गई। वहीं, बीच बचाव करने आई मां को निर्वस्त्र कर आरोपियों ने पीटा था। इस दौरान मृतक के घर में घुसकर तोडफ़ोड़ भी की गई थी।