- केंद्रीय सड़क निधि में मप्र को मिली 24 सड़कों का निर्माण अधर में
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। सड़कों के निर्माण और संधारण में हो रही लेतलाली के लिए लोकनिर्माण विभाग फंड का रोना रो रहा है। लेकिन प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाने के लिए केंद्र सरकार ने जिन 2,000 करोड़ की सड़कों को मंजूरी दी है, वे अभी तक अधर में हैं। गौरतलब है कि केंद्र सरकार से केंद्रीय सड़क निधि में पिछले साल 24 सड़कों को मंजूरी मिली है, लेकिन अभी तक अधिकांश सड़कों का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है। करीब एक दर्जन के तो टेंडर भी नहीं किए गए हैं।
गौरतलब है कि वैसे 2020 में मप्र को केंद्र से केवल एक ही सड़क मिली थी। उधर, 2019 में स्वीकृत सड़कों के काम भी आधे-अधूरे पड़े हुए है। केंद्रीय मंत्री गड़करी ने 2021 में मप्र को करीब 2 हजार करोड़ की सड़कों को मंजूरी दिलाई थी। लेकिन आज तक अधिकांश सड़कों का काम अधर में हैं। पीडब्ल्यूडी के सचिव आरके मेहरा का कहना है कि केंद्रीय सड़क निधि फंड में स्वीकृत सड़कों में से कुछ के टेंडर हो चुके हैं। कुछ सड़कें बची हैं, जिनके टेंडर जल्द कर दिए जाएंगे। इनका काम बारिश बाद प्रारंभ हो जाएगा।
कई सड़कें अधर में
प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाने के लिए केंद्र सरकार ने पिछले साल केंद्रीय सड़क निधि में मप्र के लिए 24 सड़कें मंजूर की थी। इनमें स्टेट हाइवे की एक ही सड़क सागर जिले की आती है, जिसका काम 32.24 करोड़ का होना है। इसके अलावा अधिकांश सड़कें जिला मार्ग से जुड़ी हुई है। साथ ही जबलपुर में एलीवेटेड कॉरिडोर ओवर फ्लाई का ही काम तेजी से हो रहा है। इसके अलावा चांदपुर – छिरारी, शाहपुर – दरारिया, अम्बाव – कनघट्टी, समनापुर-बजाग मार्ग, धामंदा खुजनेर मार्ग, बरोठा – सेमलिया मार्ग, कुंडम – निवास, देवतालाव – नईगढ़ी, सरवानिया – जावद, बंडोल बांकी, सागर मार्ग, फतेहाबाद, चंद्रवतीर्गंज, ब्यौहारी से आदर्श नगर, ग्वालियर का फोरलेन एलीवेटेड, बैरागढ़ एलीवेटेड, बखतरा भारकच्छ मार्ग, रीवा शहर का सिमरन चौराहा, चिनोर- करहिया मार्ग, चितौली से रानीघाटी, डबरा – पिछोर तथा पन्ना पहाड़ीगंज मार्ग शामिल हैं। इसी तरह केंद्रीय सड़क निधि फंड में 2019 में मप्र को एक दर्जन सड़कें मिली थी। इनमें मक्सी बायपास, उमरानाला, सारना से उमरिया, सिंगरौली जिले में गहरीली मार्ग, सोहागपुर से मढ़ई मार्ग, रामगढ़- अमरवाड़ा, रजेगांव किरनापुर, खिलचीपुर से माचलपुर मार्ग अभी पूरा नहीं हुआ है और बारिश आने वाली है। इसके कारण ये मार्ग भी अगले साल तक पूरे हो सकेंगे।