सूबे की साढ़े आठ हजार किमी की सड़कें होंगी चकाचक

सड़कें

– शिव सरकार करेगी 1600 करोड़ रु. अतिरिक्त खर्च

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मध्य प्रदेश में सड़क हमेशा से चुनावी मुद्दा रही है। भाजपा हर चुनाव में 2003 के पूर्व सड़कों की खराब स्थिति का हवाला देकर कांग्रेस को घेरती रही है।
साथ ही, शिवराज सरकार सड़क निर्माण के क्षेत्र में हुए नए काम को अपनी उपलब्धि के तौर पर बताती रही है। हालांकि अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में खराब सड़कें मुसीबत बन सकती हैं, लिहाजा सरकार इस दिशा में तेजी से सक्रिय हो गई है। इसके तहत ही लोक निर्माण विभाग ने सड़क संधारण का काम युद्ध स्तर पर कराने के लिए नई योजना तैयार कर ली है। इसके तहत प्रदेश में करीब साढ़े हजार किमी लंबाई की सड़कों को चकाचक किया जाएगा। इसके लिए 1600 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च का अनुमान लगाया गया है। खास बात यह है कि इन सड़कों को नवीनीकरण किया जाएगा। दरअसल, इस समय भोपाल सहित सभी जिलों में सड़कों की स्थिति खराब है। अतिवर्षा के कारण राज्यमार्ग, मुख्य जिला मार्ग व अन्य मार्ग क्षतिग्रस्त हुए हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी सड़कों की खराब स्थिति को लेकर नाराजगी जता चुके हैं। अगले साल प्रवासी भारतीय सम्मेलन, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट, जी-20 की बैठक, नेशनल यूथ गेम्स सहित प्रदेश में कई बड़े कार्यक्रम और विधानसभा चुनाव होना है। इसे देखते हुए सड़क सुधार को प्राथमिकता में शामिल किया गया है। भाजपा सरकार में अधोसंरचना विकास के काम प्राथमिकता में करवाए जाते रहे हैं। ग्रामीण से लेकर शहरी क्षेत्रों में सड़कों के संधारण के साथ नई सड़कें बनाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री की पहल पर केंद्र सरकार भी भरपूर सहयोग कर रही है। अतिवर्षा के कारण प्रदेश में तीन हजार किमी सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं और साढ़े आठ हजार किमी सड़क का नवीनीकरण किया जाना है। साधारण मरम्मत के लिए सरकार ने पीडब्ल्यूडी को अनुपूरक बजट में चार सौ करोड़ रुपये दिए हैं, लेकिन इससे पूरा काम नहीं हो सकता है। इसे देखते हुए विभाग ने नई नवीनीकरण योजना तैैयार की है। इसमें सरकार से दो किस्तों में 1600 करोड़ रुपये मांगे गए हैं।
अतिवर्षा के कारण सड़कें क्षतिग्रस्त हुईं : भार्गव
लोक निर्माण विभाग के मंत्री गोपाल भार्गव का कहना है कि सड़कों को लेकर मध्य प्रदेश की छवि 2003 के पहले कैसी थी, यह सबको पता है। गड्ढे में सड़क या सड़क में गड्ढे पता ही नहीं चलता है। अतिवर्षा के कारण सड़कें क्षतिग्रस्त हुईं। कुछ जगह तो साधारण मरम्मत से सड़कें ठीक हो जाएंगी पर कुछ जगहों पर नवीनीकरण करना होगा यानी इन सड़कों के कुछ हिस्सों को नए सिरे से बनाना पड़ेगा। ऐसी सड़कों को चिह्नित कर लिया गया है और अगली बारिश से पहले इन्हें बना लिया जाएगा।

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