भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। सरकार का पूरा फोकस ऑनलाइन लेनदेन पर बना हुआ है , यही वजह है कि ग्रामीणों के बीच लेनदेन की इस प्रक्रिया को बढ़ाने के लिए अब पोस्टमैन की मदद लेने की तैरूारी कर ली गई है। यह पोस्टमैन घर-घर दस्तक देकर ग्रामीणों को फोन के माध्यम से लेनदेन करने के तरीकों का प्रशिक्षण देंगे। केंद्रीय वित्तमंत्री बजट भाषण में सभी डाकघरों को कोर- बैंकिंग से जोड़ने की घोषणा के बाद ही सरकार ने इस योजना को तैयार किया है। मध्यप्रदेश के ग्रामीण अंचलों में 7 हजार से अधिक पोस्ट ऑफिस में करीब 11 हजार ग्रामीण डाक सेवक कार्यरत हैं। डाक विभाग बीमा और बैंकिंग की सेवाएं पहले से ही दे रहा है। यही वजह है कि अब बैंकिंग सेवा को गांव-गांव में आसान बनाने के लिए पोस्ट ऑफिस की सेवाएं ली जा रही हैं। डाक विभाग अभी इन ग्रामीण डाक सेवकों से टैब के माध्यम से गांवों में घर-घर बैंकिंग सुविधा दे रहा है। दरअसल केंद्र सरकार ने डाकघरों को राष्ट्रीयकृत बैंकों से जोड़कर कोर-बैंकिंग सेवा शुरू करने की घोषणा की है। इसके बाद केंद्र सरकार डाक विभाग सहित करीब एक दर्जन मंत्रालयों की कल्याणकारी योजनाओं की मॉनिटरिंग के लिए भी अभियान शुरू करने जा रही है। कोई भी व्यक्ति पीछे न रह जाए (लीविंग नो सिटीजन बिहाइंड) अर्थात अंत्योदय की थीम पर काम शुरू करने के लिए डाक विभाग को इस तरह के काम दिए जा रहे हैं। हाल ही में चुनाव आयोग ने भी करोड़ों की संख्या में मतदाता परिचय पत्र बांटने के लिए पोस्ट-आॅफिस के देशव्यापी नेटवर्क की मदद ली जा चुकी है।
इस तरह की सेवाएं दे रहा है डाक विभाग
सामान्य डाक, इलेक्ट्रॉनिक मनी- आर्डर, पार्सल, एक्सप्रेस पार्सल, ई-पोस्ट, रजिस्ट्री, स्पीड पोस्ट, गोल्ड बॉन्ड बिक्री, बीमा, बैंकिंग (इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक),रेलवे टिकट वितरण, पासपोर्ट निर्माण, आधार कार्ड निर्माण-अपडेशन, मीडिया पोस्ट एवं डायरेक्ट पोस्ट (विज्ञापन कराने के लिए सेवा) सहित अनेक सेवाएं डाकघरों से मिलने लगी हैं। इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के जरिए बिजली, पानी, फोन के बिल और बीमा-लोन आदि की किस्तें भी जमा कराने की सुविधा शुरू की जा चुकी है।
28/02/2022
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